मल्टी-मोड हैंड ग्रेनेड

  • 24 अगस्त, 2021 को नागपुर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में ‘मल्टी-मोड हैंड ग्रेनेड’ (Multi-Mode Hand Grenades) का पहला बैच भारतीय सेना को सौंपा गया।
  • महत्वपूर्ण तथ्यः इसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के टर्मिनल बैलिस्टिक अनुसंधान प्रयोगशाला से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के बाद ‘इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड’ (Economic Explosives Limited- EEL) द्वारा विनिर्मित किया गया है।
  • ग्रेनेड न केवल अधिक घातक है बल्कि उपयोग में भी सुरक्षित है। इसका डिजायन विशिष्ट है जो रक्षात्मक (fragmentation) तथा आक्रामक (stun) मोड में भी काम करता है।
  • इसमें सटीक विलंब समय है, उपयोग में उच्च विश्वसनीयता है तथा ले जाने में सुरक्षित है।
  • नए ग्रेनेड प्रथम विश्व युद्ध के विशिष्ट डिजायन के ग्रेनेड नंबर 36 का स्थान लेगा, जो अभी तक सेवा में है।

EEL ने भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के लिए 10 लाख आधुनिक हैंड ग्रेनेड की आपूर्ति के लिए 1 अक्टूबर, 2020 को रक्षा मंत्रलय के साथ एक करार पर हस्ताक्षर किया था।

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