हिंद महासागर द्वीपीय राष्ट्र एवं भारत : पहल और प्रभाव
हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) 36 तटीय और द्वीपीय देशों में फैला एक महत्वपूर्ण समुद्री क्षेत्र है। यह क्षेत्र अपने महत्वपूर्ण व्यापार मार्गों, प्राकृतिक संसाधनों और भू-राजनीतिक महत्व के कारण रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है।
भारत की पहल
- कूटनीतिक संपर्क: प्रधानमंत्री मोदी की 2015 में सेशेल्स, मॉरीशस और श्रीलंका की तीन देशों की यात्रा और 2019 में मालदीव की यात्रा इन देशों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
- सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास): यह पहल मुख्य भूमि और द्वीपों की सुरक्षा, समुद्री पड़ोसियों की क्षमताओं को मजबूत करने और क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को आगे ....
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संबंधित सामग्री
- 1 प्रवासी भारतीयों का सामाजिक तथा आर्थिक योगदान
- 2 वैश्विक भू-राजनीतिक परिवर्तन एवं भारत
- 3 भारत-बांग्लादेश संबंध
- 4 भारत-चीन सीमा विवाद
- 5 हिन्द-प्रशांत में भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी
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- 7 ब्रिक्स समूह: प्रासंगिकता एवं भविष्य
- 8 ब्रिक्स : वैश्विक शांति और समृद्धि के निर्माण में भूमिका
- 9 भारत और यूरोपीय संघ संबंध : वर्तमान स्थिति और मुद्दे
- 10 परमाणु निरस्त्रीकरण : चुनौती तथा भारत की भूमिका
मुख्य विशेष
- 1 भारत-श्रीलंका: प्रमुख मुद्दे और उनका समाधान
- 2 भारत-बांग्लादेश संबंध: महत्व और चुनौतियाँ
- 3 भारत-मालदीव संबंध: सामरिक, भू-राजनीतिक और आर्थिक मुद्दे
- 4 भारत-नेपाल द्विपक्षीय संबंध: प्रमुख चुनौतियाँ और आगे की राह
- 5 भारत-भूटान संबंध: द्विपक्षीय प्रगति और विकास
- 6 म्यांमार: आसियान के लिए भारत का प्रवेश द्वार
- 7 IOR में समुद्री सुरक्षा चुनौतियाँ: बेहतर सहयोग की आवश्यकता
- 8 पड़ोसी देशों में भारत की विकास परियोजनाएँ
- 9 बदलती वैश्विक व्यवस्था के बीच भारत-अफ्रीका संबंध
- 10 भारत-अमेरिका बहुआयामी संबंध
- 11 भारत-रूस संबंध: प्रगति में भागीदार
- 12 भारत-पश्चिम एशिया संबंध: महत्व चुनौतियां एवं समाधान
- 13 भारत-फ्रांस संबंध: आर्थिक और सामरिक साझेदारी
- 14 मध्य एशिया में भारत की महत्वाकांक्षाएं और चुनौतियां
- 15 अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संरचना: समावेशी विकास हेतु व्यापक सुधार
- 16 SCO और भारत: चुनौतियां और अवसर
- 17 समृद्धि के लिए हिंद-प्रशांत आर्थिक ढांचा (IPEF)
- 18 हिंद महासागर रिम एसोसिएशन (IORA)
- 19 ब्रिक्स का विस्तार: भारत के लिए निहितार्थ और चुनौतियाँ
- 20 वैश्विक दक्षिण: भारत की नेतृत्वकारी भूमिका
- 21 बिम्सटेक: प्रासंगिकता और भारत का जुड़ाव
- 22 संयुक्त राष्ट्र संघ में सुधार: आवश्यकता और भारत का रुख
- 23 हिंद-प्रशांत क्षेत्र और भारत: रणनीतिक परिप्रेक्ष्य और सहभागिता
- 24 दक्षिण चीन सागर: भारत की सामरिक और आर्थिक प्राथमिकताएँ
- 25 नेबरहुड फर्स्ट नीति: प्रगति और उपलब्धियाँ
- 26 भारत का वैश्विक उत्थान और क्षेत्रीय पतन: एक विरोधाभास
- 27 भारत की अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता: राजनयिक लाभ
- 28 द्विपक्षीय निवेश संधियाँ: भारत का दृष्टिकोण और चिंताएँ
- 29 भारतीय प्रवासी: भारत के विकास में योगदान