भारत में औपचारिक शिक्षा प्रणाली

  • केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 12 अगस्त, 2021 को कहा कि कम से कम 15 करोड़ बच्चे और युवा देश की औपचारिक शिक्षा प्रणाली से बाहर हैं और लगभग 25 करोड़ आबादी साक्षरता की प्राथमिक परिभाषा से नीचे के स्तर पर है।
  • महत्वपूर्ण तथ्यः सरकारी, निजी और धर्मार्थ स्कूलों, आंगनवाड़ी, उच्च शिक्षा संस्थानों और पूरे कौशल पारिस्थितिकी तंत्र में नामांकित 3-22 वर्ष की आयु के बीच के बच्चों और युवाओं की संख्या, सभी कार्यक्षेत्रें से संचयी आंकड़ों के अनुसार लगभग 35 करोड़ है, जबकि देश की इस आयु वर्ग में जनसंख्या लगभग 50 करोड़ है।
  • शिक्षा मंत्री ने कहा स्वतंत्रता दिवस के 75 साल बाद साक्षर आबादी का आंकड़ा लगभग 80 फीसदी तक पहुंच गया है। जिसका अर्थ है कि 20 प्रतिशत आबादी या लगभग 25 करोड़ अभी भी साक्षरता की प्राथमिक परिभाषा से नीचे है। पहली बार सरकार ने शिक्षा और कौशल विभागों को संयुत्तफ़ किया है। इस कदम ने उचित आजीविका के लिए एक नया दृष्टिकोण तैयार किया है।

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