जनजातीय संस्कृति को बढ़ावा

  • 29 जुलाई, 2021 को जनजातीय मामलों के मंत्रलय द्वारा राज्य सभा में दी गई जानकारी के अनुसार मंत्रलय ‘जनजातीय अनुसंधान संस्थान का समर्थन’ और ‘जनजातीय महोत्सव, अनुसंधान, सूचना और जन शिक्षा’ की योजनाओं का संचालन कर रहा है।
  • महत्वपूर्ण तथ्यः इसके तहत जनजातीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जाता है-
  1. जनजातीय लोगों की वीरता और देशभत्तिफ़ के कार्यों को मान्यता देने के लिए मंत्रलय ने 10 ‘जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय’ स्थापित करने की मंजूरी दी है।
  2. जनजातीय उपचारकों और औषधीय पौधों, जनजातीय भाषाओं, कृषि प्रणाली, नृत्य और पेंटिंग आदि द्वारा ‘स्वदेशी प्रथाओं का अनुसंधान और प्रलेखन’।
  3. समृद्ध जनजातीय सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए और दूसरों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए, एक खोज योग्य डिजिटल भंडार (repository) विकसित किया गया है।
  4. मंत्रलय राष्ट्रीय स्तर और राज्य स्तर पर आदि महोत्सव आयोजित करने के लिए ट्राइफेड को वित्त पोषित करता है।

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