कृषि उड़ान 2.0 योजना

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 27 अक्टूबर, 2021 को ‘कृषि उड़ान 2.0 योजना’ (Krishi UDAN 2.0) लांच की।

उद्देश्यः कृषि-उपज और हवाई परिवहन के बेहतर एकीकरण और अनुकूलन के माध्यम से मूल्य प्राप्ति में सुधार लाने और विभिन्न और गतिशील परिस्थितियों में कृषि-मूल्य श्रृंखला में स्थिरता और लचीलापन लाने में योगदान देना।

महत्वपूर्ण तथ्यः ‘कृषि उड़ान 2.0 योजना’ के तहत पहाड़ी, आदिवासी और उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों के हवाई अड्डों में कार्गो से संबंधित बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाएगा।

  • इस योजना में हवाई परिवहन द्वारा कृषि-उत्पादों के परिवहन को सुविधाजनक बनाने और प्रोत्साहित करने का प्रस्ताव है।
  • कृषि उड़ान 2.0 के पहले चरण के लिए कुल 53 हवाई अड्डों का चयन किया गया है। इस योजना के तहत 2022 तक अगरतला, डिब्रूगढ़, श्रीनगर, हुबली, दीमापुर, जोरहाट, इंफाल, सिलचर, लीलाबाड़ी, लखनऊ, तेजपुर, तिरुपति और तूतीकोरिन के हवाई अड्डों पर कार्गो टर्मिनल स्थापित किए जाएंगे।

कृषि उड़ान 2.0 की मुख्य विशेषताएं: हवाई परिवहन द्वारा कृषि-उत्पादों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाना और उसे प्रोत्साहित करना।

  • हवाई अड्डों के भीतर और हवाई अड्डों के बाहर माल ढुलाई से संबंधित बुनियादी ढांचे को मजबूत करना।

जीके फ़ैक्ट

  • केंद्र सरकार ने सितंबर 2020 में कृषि उड़ान योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत, पार्किंग शुल्क और टर्मिनल नेविगेशनल लैंडिंग शुल्क जैसे हवाई अड्डे शुल्क माफ कर दिए गए थे।

आर्थिक परिदृश्य