शंघाई सहयोग संगठन

16 सितंबर, 2022 में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) का 22वां क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित किया गया। इस सम्मलेन में भारत का प्रतिनिधित्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।

शंघाई सहयोग संगठन

स्थापनाः 15 जून, 2001

उद्देश्यः मुख्य रूप से क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों, क्षेत्रीय आतंकवाद, जातीय अलगाववाद और धार्मिक अतिवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई पर ध्यान केंद्रित करना।

  • शंघाई में स्थापित यह एक अंतर सरकारी संगठन है। एससीओ सचिवालय संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को), विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ), और अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) तथा संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के साथ सहयोग और साझेदारी भी करता है।
  • यह सदस्य देशों के मध्य परस्पर विश्वास तथा सदभाव को बढ़ाकर लोकतांत्रिक निष्पक्ष एवं तार्किक अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक व आर्थिक व्यवस्था की स्थापना करता है।
  • 2021 में, एक पूर्ण सदस्य के रूप में SCO में ईरान के शामिल होने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया गया तथा मिस्र, कतर और साथ ही सऊदी अरब संवाद भागीदार बनाये गए।
  • भारत और पाकिस्तान वर्ष 2017 में SCO की पूर्ण सदस्य राष्ट्र बने थे।
  • वर्तमान में इसके 8 सदस्य देश चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं तथा 4 पर्यवेक्षक देश हैं।
  • 2001 में एसीओ के गठन के पहले इसमें शंघाई-5 जिसमें कजाखस्तान, चीन, रूस, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान शामिल थे।

राष्ट्रीय परिदृश्य