जगदीश चंद्र बोसः ए सत्याग्रही साइंटिस्ट सम्मेलन
महान भारतीय वैज्ञानिक आचार्य जगदीश चंद्र बोस की 164वीं जयंती के अवसर पर तथा आजादी के अमृत महोत्सव के क्रम में विज्ञान भारती तथा संस्कृति मंत्रालय ने "इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन दी कंट्रीब्यूशंस ऑफ जेसी बोसः ए सत्याग्रही साइंटिस्ट" का आयोजन किया।
उद्देश्यः आचार्य जगदीश चंद्र बोस के अनसुने योगदानों को जानना।
महत्वपूर्ण तथ्य-
- यह कार्यक्रम नई दिल्ली के इंटर-यूनिवर्सिटी एक्सेलरेटर सेंटर में इंद्रप्रस्थ विज्ञान भारती और इंटर-यूनिवर्सिटी एक्सेलरेटर सेंटर ने मिलकर सम्मेलन का आयोजन किया था।
- इस दौरान सम्मेलन में क्रेसोग्राफ किट एसेम्बली गतिविधि का संचालन हुआ, जिसमें दो दिनों तक लगभग 300 स्कूली छात्रों ने लगातार हिस्सा लिया।
- देश में यह पहला प्रयास था, जिसके तहत उपकरण से प्रमाणित किया गया कि पौधों में जीवन होता है।
- गतिविधियों में ‘नाइट स्काई वॉच’ गतिविधि शामिल थी, जिसके प्रति युवाओं में बहुत आकर्षण रहा। इसमें तीन टेलिस्कोपों का इस्तेमाल किया गया। दोनों गतिविधियों ने भारी संख्या में लोगों को आकर्षित किया।
राष्ट्रीय परिदृश्य
- 1 वनलाइनर समसामयिकी
- 2 ‘वन वीक, वन लैब’ देशव्यापी अभियान
- 3 तीन राष्ट्रीय आयुष संस्थान का उद्घाटन
- 4 देश की पहली रीयल-टाइम गोल्ड डिस्पेंसिंग मशीन
- 5 हस्तकला और संस्कृति का झरोखा-संग्रह
- 6 DRI का 65वां स्थापना दिवस समारोह
- 7 लोंगेवाला युद्ध की 51वीं वर्षगांठ
- 8 दिव्य कला मेला 2022
- 9 विश्व की पहले इंट्रा-नेसल वैक्सीन
- 10 डिजी यात्रा का शुभारंभ
- 11 7 क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र स्थापित
- 12 ‘गोब्लिन मोड’
- 13 हॉर्नबिल महोत्सव
- 14 संविधान एसटी आदेश (दूसरा संशोधन) विधेयक - 2022
- 15 नई दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र संशोधन विधेयक
- 16 मनोरंजन मेला "डाकरूम"
- 17 भारत की सबसे लंबी एस्केप टनल
- 18 CCI और TEXPROCIL के बीच समझौता
- 19 ‘प्रशासन गांव की ओर’ अभियान
- 20 भारत जल प्रभाव शिखर सम्मेलन-2022
- 21 विश्व धरोहर स्थलों की अस्थायी सूची में तीन स्थल शामिल
- 22 भारत ने Group of Friends लॉन्च किया
- 23 संसद में समुद्री डकैती रोधी विधेयक 2022 पारित
- 24 राज्यसभा में विनियोग विधेयक, 2022 पेश