CCI और TEXPROCIL के बीच समझौता

15 दिसंबर, 2022 को वाराणसी में ‘कस्तूरी कॉटन इंडिया’ की ब्रांडिंग, पता लगाने की क्षमता और प्रमाणन पर कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CCI) लिमिटेड और TEXPROCIL (The Cotton Textiles Export Promotion Council) ने एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।

महत्वपूर्ण तथ्य-

  • इस समझौते से कपास किसानों को लाभ होगा, जिन्हें ब्रांड निर्माण और गुणवत्ता आश्वासन के कारण उनकी उपज का वास्तविक मूल्य प्राप्त हो सकेगा।
  • इस दौरान उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कॉटन ग्रुप की तर्ज पर ‘मानव निर्मित फाइबर’ पर एक सलाहकार समूह बनाने की घोषणा की।
  • भारत सरकार द्वारा 2022-23 से 2024-25 तक शुरू होने वाले तीन कपास मौसमों की अवधि में 15 करोड़ रुपये का योगदान दिया जा रहा है।

कस्तूरी कपास-

  • कस्तूरी कॉटन ब्रांड सफेदी, चमक, कोमलता, शुद्धता, विशिष्टता और भारतीयता का प्रतिनिधित्व करता है। भारत के प्रीमियम कपास को विश्व कपास व्यापार में ‘कस्तूरी कपास’ के रूप में जाना जाता है।

GK फ़ैक्ट

  • कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CCI): यह 1970 में कंपनी अधिनियम 1956 के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के रूप में कपड़ा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में स्थापित किया गया था।
  • इसका मुख्यालय बेलापुर, नवी मुंबई में स्थित है।
  • विश्व कपास दिवसः हर साल 7 अक्टूबर को मनाया जाता है।

महत्वपूर्ण आंकड़े

  • भारत में शीर्ष कपास उत्पादक राज्य- गुजरात > महाराष्ट्र > तेलंगाना > आंध्र प्रदेश > राजस्थान
  • कपास एक खरीफ फसल है, जिसे परिपक्व होने में 6 से 8 महीने का समय लगता है।

राष्ट्रीय परिदृश्य