शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा

हाल ही में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में शहीद चंद्रशेखर आजाद की भव्य प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की।

  • इस प्रतिमा के आधार पर चंद्रशेखर आजाद की जन्मस्थली अलीराजपुर जिले के ‘भावरा’ (Bhavra) से लाई गई मिट्टी का उपयोग किया जाएगा और प्रतिमा स्थल को युवाओं केलिए प्रेरणा स्रोत के रूप में विकसित किया जाएगा।
  • आजाद का जन्म 23 जुलाई, 1906 को वर्तमान मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले के भावरा (Bhavra) में हुआ था।
  • 13 अप्रैल, 1919 को हुई जलियांवाला बाग की घटना के बाद वे भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में शामिल हुए और जल्द ही 1920 में महात्मा गांधी के नेतृत्व वाले असहयोग आंदोलन का हिस्सा बन गए। उन्हें आंदोलन का हिस्सा बनने के लिए 15 वर्ष की छोटी उम्र में गिरफ्रतार भी किया गया था।

स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान

  • असहयोग आंदोलन के निलंबन के बाद वे राम प्रसाद बिस्मिल द्वारा गठित हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (Hindustan Republican Association-HRA) में शामिल हो गए।
  • हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन भारत का एक क्रांतिकारी संगठन था, जिसकी स्थापना वर्ष 1924 में पूर्वी बंगाल में सचींद्र नाथ सान्याल, नरेंद्र मोहन सेन और प्रतुल गांगुली ने अनुशीलन समिति की शाखा के रूप में की थी।
  • वे भगत सिंह के करीबी सहयोगी थे तथा वर्ष 1928 में हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (HRA) को हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA) के रूप में पुनर्गठित किया। एचएसआरए (HSRA) की स्थापना वर्ष 1928 में नई दिल्ली के फिरोज शाह कोटला में चंद्रशेखर आजाद, अशफाकउल्ला खां, भगत सिंह, सुखदेव थापर और जोगेश चंद्र चटर्जी द्वारा की गई थी।
  • चंद्रशेखर आजाद, हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के मुख्य रणनीतिकार थे। चंद्रशेखर आजाद, वर्ष 1925 के काकोरी षडयंत्र में शामिल थे। इस मामले में बिस्मिल और अशफाकउल्ला खां को सरकार ने पकड़ लिया और फांसी दे दी, लेकिन आजाद अंग्रेजों की पकड़ में नहीं आए।
  • अन्य मामलों में आजाद वर्ष 1928 में सहायक पुलिस अधीक्षक जॉन सॉन्डर्स की हत्या में शामिल थे। सांडर्स की हत्या लाला लाजपत राय की मृत्यु का बदला लेने के लिए की गई थी। लाला लाजपत राय की मृत्यु साइमन कमीशन का बहिष्कार करते हुए अंग्रेजों के लाठीचार्ज के बाद हुई थी।

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