सामाजिक पूंजी : भूमिका, बाधाएं एवं संभावनाएं - (महेन्द्र चिलकोटी)
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है तथा समूह में कार्य करता है। मानव सभ्यता की सम्पूर्ण यात्रा में लोगों के बीच आपसी सहयोग ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। समूह में कार्य करने के लिए समूह के सदस्य मूल्यों तथा मानदंडों के आधार पर एक-दूसरे के साथ अंतर्क्रिया तथा सहयोग करते हैं। हाल के दशकों में मानव सहयोग की इस क्षमता को पहचानते हुए औपचारिक समूहों का निर्माण हुआ है, ताकि वर्तमान की प्रमुख चुनौतियों जैसे आर्थिक विकास, सामाजिक न्याय, जलवायु परिवर्तन आदि के समाधान के लिए मनुष्यों के आपसी सहयोग पर आधारित सामाजिक पूंजी का उपयोग किया जा सके। ....
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