जियो-इंजीनियरिंग प्रौद्योगिकी वर्तमान पर्यावरणीय समस्याओं के समाधान का विकल्प
जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव वैश्विक स्तर पर महसूस किये जा रहे हैं। प्रकृति के साथ मानवजनित हस्तक्षेपों ने जलवायु परिवर्तन को प्रेरित किया है। यूरोप के विभिन्न भागों में वर्ष 2022 के मई और जून के महीने में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी एवं ग्रीष्म लहरों को दर्ज किया गया है। ऐसे में वैज्ञानिक समुदाय का एक वर्ग जलवायु आपात स्थितियों से निपटने के लिए जियो-इंजीनियरिंग (Geo-engineering) प्रौद्योगिकियों के प्रयोग का तर्क दे रहे हैं।
- जियो-इंजीनियरिंग तकनीक, विभिन्न प्रौद्योगिकियों का एक समुच्चय है जो पृथ्वी की प्राकृतिक प्रणालियों में मानवीय हस्तक्षेप के माध्यम से जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 जलीय कृषि में प्रौद्योगिकी और नवाचार का उपयोग: सतत भविष्य का आधार
- 2 भारत का समुद्री भू-आधिकार: अरब सागर के विस्तारित महाद्वीपीय शेल्फ पर विधिक दावा
- 3 भारत में ई-कॉमर्स का तेजी से बढ़ता विस्तार: उपभोक्ता अधिकारों की सुरक्षा
- 4 भारतीय कानूनों में लैंगिक तटस्थता: एक अधूरा एजेंडा
- 5 मानव विकास रिपोर्ट में भारत: प्रगति की झलक एवं एआई युग में समावेशी विकास की चुनौतियां
- 6 समावेशी डिजिटल पहुंच: जीवन एवं स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का अभिन्न अंग
- 7 वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ भारत की बहु-आयामी रणनीति: विश्लेषण
- 8 भारत में जाति जनगणना: नीतिगत सुधार एवं सामाजिक समावेशन की दिशा में कदम
- 9 भारत में नागरिक सुरक्षा: चुनौतियां, तैयारी और सुधार की दिशा
- 10 डि-एक्सटिंक्शन: एक नीतिशास्त्रीय दृष्टिकोण
करेंट अफेयर्स के चर्चित मुद्दे
- 1 जमानत संबंधी पृथक कानून समय की मांग
- 2 भारत में कुपोषण का गंभीर संकट कारण एवं उपाय
- 3 मल्टी-एजेंसी मैरीटाइम सिक्यूरिटी ग्रुप देश की समुद्री सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण
- 4 रोगाणुरोधी प्रतिरोध कारण एवं समाधान के उपाय
- 5 सूक्ष्म वित्त संस्थान महत्व एवं चुनौतियां
- 6 न्यायिक विलम्ब : कारण तथा उपाय
- 7 भारतीय नागरिकता का त्याग एवं अर्जन