भारत में कुपोषण का गंभीर संकट कारण एवं उपाय
जुलाई 2022 में एक अंतर-मंत्रालयी समिति की बैठक में इस बात पर विचार व्यक्त किया गया कि कोविड-19 महामारी ने भारत में कुपोषण के 'गंभीर संकट' में वृद्धि की है। इस अंतर-मंत्रालयी समिति की बैठक में खाद्य मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय के पदाधिकारियों के साथ-साथ भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) तथा खाद्य सुरक्षा एवं भारतीय मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India - FSSAI)
- देश में वर्ष 2013 से ही खाद्य सुरक्षा कानून (NFSA) लागू है किंतु, कुपोषण की समस्या को दूर करने के संदर्भ में वांछित परिणाम अभी तक प्राप्त नहीं ....
  क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
                            				तो सदस्यता ग्रहण करें 
                                      इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 भारत के कृषि-खाद्य स्टार्टअप: निर्यात-आधारित विकास के उत्प्रेरक
- 2 वैश्विक अंतरिक्ष बाजार में भारत की हिस्सेदारी: आकांक्षाएं, बाधाएं और भविष्य की राह
- 3 जीएसटी सुधार 2.0: प्रमुख परिवर्तन एवं निहितार्थ
- 4 तिआनजिन SCO सम्मेलन 2025: भू-राजनीतिक वास्तविकता की एक नई दिशा
- 5 ऑनलाइन गेमिंग संवर्धन एवं विनियमन अधिनियम, 2025 - प्रियांशु भारद्वाज
- 6 संयुक्त राष्ट्र महासभा का 80वां सत्र: वैश्विक संकट एवं बहुपक्षीय समाधान की राह
- 7 भारत में मोटापे की समस्या: सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर चुनौती
- 8 प्रौद्योगिकी आपदा प्रबंधन में किस प्रकार सहायक हो सकती है? - नूपुर जोशी
- 9 भारत-सिंगापुर: द्विपक्षीय सहयोग के नये क्षितिज की ओर
- 10 भू-तापीय ऊर्जा नीति 2025: शुद्ध शून्य उत्सर्जन की तरफ भारत का संक्रमण - सत्य प्रकाश
करेंट अफेयर्स के चर्चित मुद्दे
- 1 जमानत संबंधी पृथक कानून समय की मांग
- 2 मल्टी-एजेंसी मैरीटाइम सिक्यूरिटी ग्रुप देश की समुद्री सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण
- 3 जियो-इंजीनियरिंग प्रौद्योगिकी वर्तमान पर्यावरणीय समस्याओं के समाधान का विकल्प
- 4 रोगाणुरोधी प्रतिरोध कारण एवं समाधान के उपाय
- 5 सूक्ष्म वित्त संस्थान महत्व एवं चुनौतियां
- 6 न्यायिक विलम्ब : कारण तथा उपाय
- 7 भारतीय नागरिकता का त्याग एवं अर्जन

