मल्टी-एजेंसी मैरीटाइम सिक्यूरिटी ग्रुप देश की समुद्री सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण
30 जून, 2022 को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (National Security Adviser - NSA) अजीत डोभाल ने देश के पहले राष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा समन्वयक (National Maritime Security Coordinator - NMSC) वाइस एडमिरल (सेवानिवृत्त) जी. अशोक कुमार की अध्यक्षता में 'बहु-एजेंसी समुद्री सुरक्षा समूह' (Multi-Agency Maritime Security Group - MAMSG) की प्रथम बैठक का उद्घाटन किया।
- वर्तमान समय में विश्व की प्रमुख राजनीतिक एवं आर्थिक शक्तियों का केंद्र बिंदु 'हिंद-प्रशांत क्षेत्र' (Indo-Pacific region) है। हिंद महासागरीय क्षेत्र (Indian Ocean Region - IOR) का प्रमुख सुरक्षा प्रदाता देश होने के कारण समय के साथ समुद्री सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के संदर्भ में ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 धारणीय कृषि: रोजगार, स्वास्थ्य एवं पर्यावरणीय संतुलन की आधारशिला
- 2 राष्ट्रीय खेल नीति 2025
- 3 भारत की जैव अर्थव्यवस्था: सतत और समानतामूलक विकास की प्रेरक शक्ति
- 4 भारत में शहरी लचीलापन: सतत अस्तित्व की रूपरेखा
- 5 आतंकवादी वित्तपोषण के जोखिम: सीमाओं से परे एक अदृश्य ख़तरा
- 6 क्या भारत के शहर साइबर चुनौतियों का सामना करने को तैयार हैं?
- 7 परंपरागत चिकित्सा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता: प्राचीन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान का सेतु
- 8 भविष्य के लिए कौशल: भारत के कार्यबल परिदृश्य का रूपांतरण
- 9 NISAR मिशन: भारत–अमेरिका की अंतरिक्ष साझेदारी का नया अध्याय
- 10 भारत की वर्तमान व्यापार वार्ताएं
करेंट अफेयर्स के चर्चित मुद्दे
- 1 जमानत संबंधी पृथक कानून समय की मांग
- 2 भारत में कुपोषण का गंभीर संकट कारण एवं उपाय
- 3 जियो-इंजीनियरिंग प्रौद्योगिकी वर्तमान पर्यावरणीय समस्याओं के समाधान का विकल्प
- 4 रोगाणुरोधी प्रतिरोध कारण एवं समाधान के उपाय
- 5 सूक्ष्म वित्त संस्थान महत्व एवं चुनौतियां
- 6 न्यायिक विलम्ब : कारण तथा उपाय
- 7 भारतीय नागरिकता का त्याग एवं अर्जन