Question : समन्वित ग्रामीण ऊर्जा पद्धति से आप क्या समझते हैं? ऊर्जा के कम से कम तीन नए स्रोतों को भी लिखिए।
(1991)
Answer : समन्वित ग्रामीण ऊर्जा पद्धति का उद्देश्य क्षेत्रीयता पर आधारित सूक्ष्म स्तरीय समन्वित ग्रामीण ऊर्जा परियोजना का निर्माण एवं योजना के तहत इसका सही उपयोग करना है। इसके अलावा इस ऊर्जा पद्धति का प्रमुख उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में ऊर्जा की आवश्यकता की पूर्ति करना, समेकित विकास को बढ़ावा देना एवं इन क्षेत्रों में लोगों के जीवनस्तर को सुधारना भी है। रसोई बनाने, ग्रामीण क्षेत्रों में प्रकाश एवं ऊष्मा की पूर्ति में परम्परागत व गैर-परम्परागत दोनों ऊर्जा ....
Question : भारत में भूमि संसाधनों की पहचान तथा मानचित्रण में हाल में हुए विकास की जांच कीजिए।
(1991)
Answer : उपग्रह के क्षेत्र में नवीनतम विकास भारत में भू-संसाधन की पहचान एवं मानचित्रण के लिए काफी उपयोगी सिद्ध हो रहा है। इस उद्देश्य हेतु उपयोग किए जाने वाले पारम्परिक उपाय, यथा सतह व वायवीय सर्वेक्षण आदि काफी खर्चीले होते थे। अब इन नए उपायों का उपयोग सुदूर संवेदन की सहायता हेतु किया जा रहा है, जो अपेक्षाकृत बहुत जल्द एवं सही जानकारी उपलब्ध कराता है। आई.आर.एस. (भारतीय सुदूर संवेदी) द्वारा राष्ट्रीय पेयजल आयोग को उसके ....
Question : स्थान के साथ घनत्व में परिवर्तन को समझाते हुए भारत में जनसंख्या के वितरण को प्रभावित करने वाले कारकों को समझाइए।
(1991)
Answer : भारत में जनसंख्या वितरण से संबंधित प्रमुख कारक हैं- मृदा की उर्वरता, भौतिक कारक, यथा- नदी तट, शहरों में बाजार का प्रभाव, किसी क्षेत्र में कच्चे मालों का उत्पादन एवं इसकी उपलब्धता आदि। सामान्य रूप से किसी क्षेत्र की जनसंख्या वहां की मृदा उर्वरता पर निर्भर करती है। जनसंख्या का घनत्व भारत के ऐसे क्षेत्रों में अपेक्षाकृत अधिक है, जहां जल आसानी से उपलब्ध है। इस आधार पर जनसंख्या घनत्व पूर्व से पश्चिम की ओर ....
Question : भारत में खाद्य तेल के उत्पादन और आपूर्ति का परीक्षण कीजिए। इसके मूल सस्य क्या हैं और इनकी पैदावार कहां की जाती है? क्या हमें खाद्य तेल का आयात करना पड़ता है।
(1989)
Answer : वनस्पति तेल व घी अत्यावश्यक उपभोक्ता वस्तुएं हैं। आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955 के अंतर्गत सरकार ने तेल व वनस्पति घी को आवश्यक वस्तुएं घोषित किया हुआ है। मुख्य तिलहन हैं- मूंगफली, सरसों, रेपसीड, सूरजमुखी, नाइगर, सीसेम व सोयाबीन। रेपसीड और सरसों की कृषि मुख्यतः उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, असम व हरियाणा में होती है। दूसरी ओर मूंगफली पश्चिमी और दक्षिण भारत में होती है। मूंगफली का सर्वाधिक उत्पादन गुजरात में होता है। 1985-86 में ....
Question : राष्ट्रीय जल ग्रिड की अवधारणा और उसके आशय समझाइए।
(1990)
Answer : राष्ट्रीय जल ग्रिड की संकल्पना केंद्रीय जल एवं शक्ति आयोग (Central Water and power Commission) द्वारा विभिन्न नदियों के बीच अंतर संबंध स्थापित करने के उद्देश्य से की गई। इसके अंतर्गत जल के बारे में व्यापक अध्ययन किया जा रहा है। इसमें निम्नलिखित उद्देश्य निहित हैं-
I.प्रायद्वीपीय नदियों के अतिरिक्त जल का वैकल्पिक उपयोग करना। राज्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद शेष जल का हस्तान्तरण जल की कमी वाले राज्यों में करना।
II.अतिरिक्त जल का ....
Question : नहर सिंचाई के हानिकारक प्रभावों पर अपने विचार व्यक्त कीजिए।
(1990)
Answer : भारत को प्रकृति ने पर्याप्त जल संसाधन प्रदान किए हैं तथा अपनी विशाल जल क्षमता का उपयोग करने के लिए देश ने अनेक जलाशयों व नहरों का निर्माण किया है। देश की कुल सिंचित भूमि का लगभग 40 प्रतिशत भाग नहरों द्वारा सींचा जाता है। यद्यपि नहरें सिंचाई का काफी सस्ता व सहज उपलब्ध साधन हैं, लेकिन अनेक कारणों से इन्हें अहितकर भी कहा जाता है। कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं-
Question : भारत के विभिन्न क्षेत्रों के अल्प विकास के भौगोलिक-आर्थिक कारण क्या हैं?
(1998)
Answer : भारत में क्षेत्रीय असमानता के पीछे भौगोलिक-आर्थिक कारण निहित हैं। भारत की भौगोलिक विविधता यहां की जलवायु, संसाधन, परिवहन, उद्योग व कृषि को प्रभावित करती है।
भारत के कई हिस्से या तो रेगिस्तान हैं या पहाड़ी हैं। इन क्षेत्रों में जलवायु परिवहन, उद्योगों की स्थापना या कृषि के लिए प्रतिकूल अवस्थाओं को जन्म देती है। इसी कारण राजस्थान, जम्मू व कश्मीर तथा पूर्वोत्तर राज्यों में विकास की गति अवरूद्ध हुई है। इसके विपरीत, जिन स्थानों में ....
Question : नर्मदा नदी घाटी परियोजना ने सामान्य लोगों का ध्यान क्यों आकर्षित किया है?
(1997)
Answer : देश की सबसे बड़ी और सर्वाधिक विवादास्पद नर्मदा घाटी परियोजना नर्मदा नदी से संबंधित है। नर्मदा, अमरकंटक की पहाड़ी से निकल कर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र व गुजरात में लगभग 1312 कि.मी. बहने के बाद खंभात की खाड़ी में गिरती है। नर्मदा के जल का अपक्षय रोकने और उसका विकास कार्यों में इस्तेमाल करने के लिए केंद्र सरकार ने संबद्ध राज्य सरकारों तथा विश्व बैंक की सहायता से ‘नर्मदा घाटी परियोजना’ के तहत छोटे-बड़े अनेक बांध ....