Question : एशिया महाद्वीप के दक्षिणी भाग में अवस्थित होने के कारण भारत को किस प्रकार के भू-राजनीतिक तथा आर्थिक सौलभ्य प्राप्त हुए?
(1989)
Answer : एशिया महाद्वीप के दक्षिणी में स्थित होने के कारण भारत को अनेक भू-राजनीतिक व आर्थिक लाभ प्राप्त हुए हैं। हिन्द महासागर के शीर्ष पर स्थित भारत की स्थिति अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए बहुत हितकर है, क्योंकि पुराने एवं नए विश्व के अधिकांश संपर्क रास्ते इधर से ही गुजरते हैं। भारत के उत्तर में हिमालय की ऊंची पर्वतमालाएं तथा दक्षिण में हिन्द महासागर है। हिमालय की ऊंची पर्वतमालाओं के कारण भारत की सुरक्षा को उत्तर की ....
Question : 1987-88 के प्रचंड सूखे के कारण भारत के कौन-कौन से इलाके मुख्यतः प्रभावित हुए? इसके मुख्य परिणाम क्या थे?
(1988)
Answer : 1987-88 के भीषण सूखे ने भारत के विभिन्न भागों को गंभीर रूप से प्रभावित किया था। व्यापक पैमाने पर प्रभावित राज्यों में गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, उड़ीसा व तमिलनाडु शामिल थे। सूखे के परिणामस्वरूप, कृषि उत्पादन को भारी धक्का लगा और उसका प्रभाव वार्षिक विकास दर पर भी पड़ा। औसत वार्षिक विकास दर 4.4 प्रतिशत से गिर कर 1987-88 में 2 प्रतिशत से भी कम हो गई। कृषि ....
Question : ‘काली मिट्टी’ क्या होती है? भारत में इसका वितरण बताइए। उनके क्या उपयोग हैं और उनकी समस्याएं क्या हैं? समझाइए।
(1988)
Answer : काली मृदा अर्द्धशुष्क स्थिति के अंतर्गत लावा के जमावों से बनी मृदा है। इसका काला रंग इसमें विद्यमान लौह अंश, टिटेनिफेरस व एल्युमिनियम के कारण होता है। इस प्रकार की मृदा की गहराई कहीं कम, तो कहीं बहुत अधिक होती है। यह मृदा भारत में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश के पश्चिमी व मध्यवर्ती भाग, गुजरात, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक के उत्तरी जिले व उड़ीसा के दक्षिणी भाग में पायी जाती है। कुछ काली मृदा अत्यधिक उपजाऊ होती ....
Question : मध्य प्रदेश में मालवा की मिट्टी काली और कर्नाटक की लाल क्यों है? इन दोनों मिट्टियों के तुलनात्मक उपजाऊपन की विवेचना कीजिए।
(1994)
Answer : मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में पायी जाने वाली काली मिट्टी को रेगड़ कहते हैं। रेगड़ मिट्टी की उत्पत्ति पहले के लैगूनों में नदियों द्वारा लायी गई लावा के जमाव से हुई है। कुछ भूविदों के मतानुसार, काली मिट्टी का निर्माण धारवाड़, बसाल्ट, ग्रैनाइट, नीस इत्यादि चट्टानों की तरह फूटने से होता है। वर्तमान में ऐसी मान्यता है कि ये मिट्टियां ज्वालामुखी विस्फोट से निकले लावा के जमने से निर्मित हुई हैं, जिसके कारण यह ....
Question : भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून की अपेक्षा उत्तर-पूर्वी मानसून से अधिक वर्षा होती है? समझाइये ऐसा क्यों है?
(1994)
Answer : तमिलनाडु के दक्षिण-पूर्वी समुद्र तट, मैसूर एवं मालाबार क्षेत्रों में दक्षिण-पश्चिम मानसून की अपेक्षा उत्तर-पूर्वी मानसून से अधिक वर्षा होती है। दक्षिण-पश्चिम मानसून के भारतीय भू-भाग में पहुंचते ही उच्चावच तथा उत्तर-पश्चिम भागों में स्थित निम्न वायु दाब क्षेत्र के प्रभाव से इनकी दिशा में परिवर्तन हो जाता है और ये अरब सागर तथा बंगाल की खाड़ी की शाखाएं बनकर आगे बढ़ जाती हैं। इसके फलस्वरूप तमिलनाडु के दक्षिण-पूर्वी भाग, मैसूर एवं मालाबार क्षेत्रों में ....
Question : शुष्क-भूमि खेती क्या है? भारत के लिए इसके महत्व की विवेचना कीजिए।
(1994)
Answer : शुष्क भूमि खेती ऐसी खेती को कहते हैं, जिसमें सिंचाई के कृत्रिम साधन उपलब्ध नहीं होते हैं तथा यह भूमि प्राकृतिक वर्षा पर ही निर्भर रहती है। भारत में अनुमानतः 990 लाख हेक्टेयर भूमि में होने वाली खेती प्राकृतिक वर्षा पर निर्भर है, जो खेती के लिए की गई कुल बुआई (1410.60 लाख हेक्टेयर) का 70 प्रतिशत है। इस तरह की भूमि पर ज्वार, बाजरा, तिलहन, दलहन इत्यादि फसलों की बुआई की जाती है, जिसे ....
Question : लघु नदी घाटी परियोजनाओं की तुलना में ऊंचे बांध वाली विशाल नदी घाटी परियोजनाओं की तर्कपूर्णता का अपना मूल्यांकन दीजिए।
(1993)
Answer : वर्तमान युग में, विशेषकर भारत की वृहत जनसंख्या एवं क्षेत्रफल के लिए सिंचाई, उद्योग व अन्यान्य विकास कार्यों हेतु ऊर्जा की बड़े पैमाने पर आवश्यकता है। ऊर्जा की इन आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए ऊंचे बांध वाली विशाल नदी घाटी परियोजनाओं को लगाया जाना उचित ही जान पड़ता है। ऐसी परियोजनाओं के निर्माण से सिंचाई की अधिक सुविधाएं प्राप्त होती हैं, इससे कृषि क्षेत्रों का विकास होता है और परिणामतः कृषि उत्पादन में बढ़ोत्तरी होती ....
Question : भारत के किन भागों को सूखा क्षेत्र कहा जाता है? इन क्षेत्रों के अभिलक्षण तथा उनमें प्रचलित आर्थिक कार्यकलापों पर टिप्पणी लिखिए।
(1993)
Answer : भारत में थार मरुस्थल सूखा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। थार मरुस्थल के अंतर्गत राजस्थान के बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर, पश्चिमी जोधपुर व गंगानगर का दक्षिणी भाग तथा गुजरात का उत्तर-पश्चिमी भाग आता है।
इन क्षेत्रों में प्रतिवर्ष औसतन 25 से.मी. से भी कम वर्षा होती है तथा जनवरी माह में तापक्रम 5ºC से 22ºC और जून माह में 28ºC से 45ºC के मध्य रहता है। यहां प्रायः बलुई मिट्टी है तथा हवा के कारण बालू के ....
Question : शास्त्रीय उत्क्रांति एवं स्थलाकृतीय अवस्थाओं में अंडमान तथा निकोबार द्वीप समूह एवं लक्षद्वीप किस प्रकार भिन्न हैं?
(1998)
Answer : भारत में कुल 247 द्वीप हैं। इनमें से 204 द्वीप बंगाल की खाड़ी में हैं तथा ये अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह की रचना करते हैं। अरब सागर में पाए जाने वाले द्वीपसमूहों में लक्षद्वीप ही प्रमुख है।
अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह ज्वालामुखी उद्गार से बने हैं। हजारों वर्ष पूर्व इस क्षेत्र में व्यापक ज्वालामुखी उद्गार देखने को मिला था। ये ज्वालामुखी समुद्र के अन्दर स्थित थे। इनसे निकले लावा से इन द्वीपसमूहों का निर्माण हुआ। भारत ....
Question : भारत के लिए हिन्द महासागर का क्या महत्व है?
(1998)
Answer : भारत की भूमि को बंगाल से कच्छ तक छूने वाला हिन्द महासागर पूर्वी अफ्रीका, पश्चिम एशिया तथा दक्षिण व दक्षिण पूर्वी एशिया को एक साथ जोड़ता है। स्वेज नहर के खुल जाने से भूमध्य सागर को हिन्द महासागर से जोड़ दिया गया है और इस प्रकार दक्षिणी यूरोप तथा उत्तरी अफ्रीका भी हिन्द महासागर के प्रभाव क्षेत्र में आ गए हैं। भारत का दक्कन प्रायद्वीप हिन्द महासागर में इस तरह प्रक्षेपित है कि इस देश ....
Question : भारत में मानसून की उत्पत्ति का वर्णन करें।
(1997)
Answer : भारत की जलवायु में मानसून की प्रधानता देखी जा सकती है। भारतीय मानसून की उत्पत्ति का मूल कारण जल भाग और स्थल भाग का पारस्परिक संबंध है। ग्रीष्म ऋतु में जब उत्तर-पश्चिमी भारत में अत्यधिक तापमान के कारण वायु का कम दाब होता है, तो निकटवर्ती अरब सागर पर वायु का अधिक दाब होता है, जिससे सागर से स्थल की ओर वायु चलने लगती है। दक्षिणी गोलार्द्ध के वाणिज्य पवन विषुवत रेखा तक द.पू. से ....
Question : भारतीय महासागर के शीर्ष पर स्थित होने के कारण भारत को जो लाभ है, उन्हें समझाइए।
(1996)
Answer : भारत, हिन्द महासागर के शीर्ष पर स्थित है। इसके दक्षिण में श्रीलंका एवं मालदीव, दक्षिण-पूर्व में दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश तथा पश्चिम में पश्चिम एशिया के देश स्थित हैं। भारत की यह विशिष्ट भौगोलिक स्थिति उसके व्यापार और वाणिज्य के दृष्टिकोण से अत्यधिक लाभकारी है। इसी से होकर विश्व के महत्वपूर्ण वाणिज्यिक एवं व्यापारिक मार्ग गुजरते हैं। पूर्वी एशिया एवं दक्षिण-पूर्व एशिया से आस्ट्रेलिया जाने वाला सामुद्रिक मार्ग भी भारतीय महासागर से ही गुजरता है। ‘स्वेज ....
Question : ‘डेकन ट्रैप’ का आप क्या अर्थ समझते हैं? इसके अभिलक्षणों का वर्णन कीजिए।
(1995)
Answer : मध्यकालीन महाकल्प के उत्तरार्द्ध तथा नवजीव महाकल्प के प्रारंभिक काल में 7 करोड़ वर्ष पूर्व भारत के मध्य भाग तथा पश्चिमी भाग में ज्वालामुखीय प्रक्रिया हुई, जिससे दक्षिण लावा 5,18,000 वर्ग कि.मी. क्षेत्र में फैल गया और इससे यह क्षेत्र एक मोटी बेसाल्ट लावा की पर्त से ढक गया। इसकी अधिकतम मोटाई 3000 मीटर तक है। उत्तर तथा पूर्व में ये परतें काफी पतली हो गई हैं। कच्छ में इन परतों की मोटाई 160 मीटर, ....
Question : हिमालय से निकली नदियों से ठीक विपरीत दक्षिणी प्रायद्वीप की नदियों की वाहिकाएं सुनिर्धारित व दृढ़ क्यों होती हैं?
(1995)
Answer : हिमालय से निकलने वाली नदियां अभी अपनी युवावस्था में ही हैं। अतः उनके द्वारा लम्बवत कटाव अधिक होता है और इसी कारण वहां गहरी घाटियां या गार्ज देखने को मिलती हैं, जिससे अनेक जलोढ़ पंख बन गए हैं। इसके विपरीत, दक्षिणी प्रायद्वीपीय पठार की चट्टानें बहुत ही कठोर और पुरानी हैं। ये चट्टानें या तो आग्नेय हैं या रवेदार। इस क्षेत्र के कठोर शिला समूह, जो मौसमी प्रहारों का सामना कर चुके हैं, आज पहाड़ ....