वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा सूचकांक 2021

8 दिसंबर, 2021 को जारी ‘वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा सूचकांक 2021’ के अनुसार, सभी आय स्तरों के देश भविष्य की महामारी और महामारी के खतरों से निपटने के लिए पूर्ण रूप से तैयार नहीं हैं।

महत्वपूर्ण तथ्यः इसे गैर-लाभकारी संगठन ‘न्यूक्लियर थ्रेट इनीशिएटिव’ (NTI) और जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर हेल्थ सिक्योरिटी द्वारा संयुक्त रूप से जारी किया गया।

  • सूचकांक ने छः श्रेणियों और 37 संकेतकों के आधार पर 195 देशों की स्वास्थ्य सुरक्षा और क्षमताओं का आकलन किया है। ये छः श्रेणियां हैं - रोकथाम, पहचान और रिपोर्टिंग, त्वरित प्रतिक्रिया, स्वास्थ्य प्रणाली, अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का अनुपालन और जोखिम वातावरण।
  • सूचकांक स्कोर को पांच स्तरों में वर्गीकृत करता है- टियर 1 (0 से 20 का स्कोर), टियर 2 (20.1 से 40 का स्कोर), टियर 3 (40.1 से 60 का स्कोर), टियर 4 (60.1 से 80 का स्कोर) और टियर 5 (80.1 से 100 का स्कोर)। 2021 में किसी भी देश को टियर 5 (80.1-100 का स्कोर) में नहीं रखा गया है।
  • सूचकांक में दुनिया का समग्र प्रदर्शन 2021 में गिरकर 38.9 (100 में से) हो गया, जो 2019 में 40.2 के स्कोर पर था।
  • 75.9 के स्कोर के साथ अमेरिका समग्र सूची में सबसे ऊपर है। 2019 में भी इसे पहले स्थान पर रखा गया था।
  • इसके बाद ऑस्ट्रेलिया दूसरे, फिनलैंड तीसरे, कनाडा चौथे और थाईलैंड पांचवें स्थान पर है। सूचकांक में सोमालिया (स्कोर-16.0) को सबसे निचला स्थान प्राप्त हुआ है।

भारत की स्थितिः 2021 में भारत 42.8 के स्कोर के साथ समग्र रैंकिंग में 66वें स्थान पर है।

  • पिछले दो वर्षों में भारत की पहचान और रिपोर्टिंग प्रक्रियाओं में सुधार हुआ है, लेकिन इसके रोकथाम प्रोटोकॉल, स्वास्थ्य प्रणाली या त्वरित प्रतिक्रिया प्रक्रियाओं में बहुत कम या कोई वृद्धि नहीं हुई है।

अंतरराष्ट्रीय संबंध