मिन्स्क समझौते

संयुक्त राज्य अमेरिका ने रूस को यूक्रेन पर आक्रमण न करने की चेतावनी दी है और दोनों देशों से पूर्वी यूक्रेन में रूसी-वार्ताकारों द्वारा अलगाववादी युद्ध को समाप्त करने के लिए डिजाइन किए गए 2014 और 2015 के मिन्स्क में हस्ताक्षरित समझौतों पर लौटने का आग्रह किया है।

मिन्स्क-I समझौताः यूक्रेन और रूसी समर्थित अलगाववादियों ने सितंबर 2014 में बेलारूस की राजधानी मिन्स्क में 12-सूत्रीय संघर्ष विराम समझौते पर सहमति व्यक्त की थी।

  • इसके प्रावधानों में कैदियों का आदान-प्रदान, मानवीय सहायता और भारी हथियारों को हटाना आदि शामिल थे। यह समझौता दोनों पक्षों द्वारा उल्लंघन के साथ जल्दी टूट गया था।

मिन्स्क-II समझौताः रूस, यूक्रेन, यूरोप में सुरक्षा और सहयोग संगठन (Organisation for Security and Cooperation in Europe: OSCE) के प्रतिनिधियों और दो रूसी समर्थक अलगाववादी क्षेत्रों के नेताओं ने फरवरी 2015 में मिन्स्क में 13-सूत्रीय समझौते पर हस्ताक्षर किए।

  • फ्रांस, जर्मनी, रूस और यूक्रेन के नेता उसी समय वहां एकत्र हुए और समझौते के लिए समर्थन की घोषणा जारी की।
  • इस समझौते ने सैन्य और राजनीतिक पहलों की एक श्रृंखला निर्धारित की, जो अभी तक लागू नहीं हुई हैं।

इन्हें भी जानें

इंटरनेशनल यूनियन ऑफ रेलवे

  • 16वीं यूआईसी (इंटरनेशनल यूनियन ऑफ रेलवे) विश्व सुरक्षा कांग्रेस 2021 [16th UIC (International Union of Railways) World Security Congress 2021] का आयोजन 8-9 दिसंबर, 2021 को किया गया। इसका प्रमुख विषय ‘रेलवे सुरक्षा के लिए उभरते खतरे’ था।
  • 1922 में उद्योग प्रथाओं के मानकीकरण के उद्देश्य से यूआईसी यानी ‘इंटरनेशनल यूनियन ऑफ रेलवे’ का गठन किया गया था। यूआईसी के 5 महाद्वीपों में 194 सदस्य हैं। इसका मुख्यालय पेरिस, फ्रांस में स्थित है। भारतीय रेलवे वर्ष 1957 से इंटरनेशनल यूनियन ऑफ रेलवे का सदस्य है। यूआईसी का मिशन ‘विश्व स्तर पर रेल परिवहन को बढ़ावा देना और आवागमन और सतत विकास की चुनौतियों का सामना करना है’। यूआईसी के मुख्य उद्देश्य हैं- सदस्यों के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने की सुविधा (बेंचमार्किंग); सदस्यों को नए व्यवसाय और गतिविधियों के नए क्षेत्रों को विकसित करने में उनके प्रयासों का समर्थन करना।

अंतरराष्ट्रीय संबंध