दिल्ली स्टार्ट-अप नीति

दिल्ली कैबिनेट ने 5 मई, 2022 को एक महत्वाकांक्षी दिल्ली स्टार्ट-अप नीति को मंजूरी दी है।

  • इसका उद्देश्य दिल्ली को "वैश्विक नवाचार केंद्र और स्टार्ट-अप्स के लिए सबसे पसंदीदा गंतव्य" के रूप में उभरने में सक्षम बनाना है।
  • नीति के तहत सरकार का लक्ष्य वर्ष 2030 तक 15,000 स्टार्ट-अप को प्रोत्साहित करना, सुविधा और समर्थन देना है।
  • कॉलेज स्तर पर उद्यमिता कक्षाएं और एक ‘बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम’(Business Blasters Program) शुरू किया जाएगा और दिल्ली सरकार व्यावसायिक विचारों (बिजनेस आइडिया) पर काम करने वाले कॉलेज के छात्रों का समर्थन करेगी।
  • दिल्ली सरकार स्टार्टअप्स को संपार्श्विक-मुक्त ऋण (collateral-free loans) के लिए मदद करेगी, जो एक वर्ष के लिए ब्याज मुक्त होगा।
  • स्टार्टअप्स की नि:शुल्क मदद करने के लिए दिल्ली सरकार चार्टर्ड अकाउंटेंट, अधिवक्ताओं और विशेषज्ञों का पैनल गठित करेगी; उनका सेवा शुल्क सरकार वहन करेगी।
  • दिल्ली के सरकारी कॉलेजों में पढ़ाई के दौरान स्टार्ट-अप तैयार करने वाले वाले छात्र 1-2 साल का अवकाश ले सकेंगे।
  • स्टार्ट-अप नीति के तहत प्रमुख फोकस क्षेत्रों में शिक्षा और शिक्षा प्रौद्योगिकी; स्वास्थ्य और स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी; पर्यटन और आतिथ्य; और परिवहन आदि शामिल हैं।

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