प्राकृतिक उपग्रहों का पता लगाने के लिए एक मॉडल

हाल ही में बेंगलुरू के इंडियन इंस्टीटड्ढूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स (Indian Institute of Astrophysics) के वैज्ञानिकों ने अमेरिका के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की मदद से एक्सोप्लैनेट (Exoplanets) के चारों ओर घूमने वाले प्राकृतिक उपग्रहों का पता लगाने के लिए एक मॉडल विकसित किया है।

  • इस मॉडल को मेजबान ग्रह के साथ-साथ उसके चंद्रमा की त्रिज्या और कक्षीय गुणों का उपयोग करके विकसित किया गया है। यह भविष्य में रहने योग्य एक्स-मून्स (Exo-moons) का पता लगाने और हमारी पृथ्वी से परे नई दुनिया को समझने में भी मदद कर सकता है।
  • एक्सोमून प्राकृतिक उपग्रह हैं जो एक्सोप्लैनेट के चारों ओर घूमते हैं। वैज्ञानिकों ने अबतक ग्राउंड बेस्ड और स्पेस टेलीस्कोप (Ground-based and space telescopes) की मदद से करीब पांच हजार एक्सोप्लैनेट की खोज की है।

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप

  • जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप नासा, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी के सहयोग से निर्मित एक टेलीस्कोप है जिसे दिसंबर 2021 में लॉन्च किया गया था।
  • यह अब तक का सबसे बड़ा, सबसे शक्तिशाली इन्फ्रारेड स्पेस टेलीस्कोप (infrared space telescope) है।
  • जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप हबल टेलीस्कोप का उत्तराधिकारी है।

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