5जी नेटवर्क का पायलट परीक्षण

25 जुलाई, 2022 को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (Telecom Regulatory Authority of India) ने चुनिंदा क्षेत्रों में 5जी नेटवर्क का पायलट परीक्षण शुरू कर दिया है। दूरसंचार निकाय द्वारा चुने गए 4 क्षेत्र दिल्ली हवाई अड्डे, बेंगलुरु मेट्रो, भोपाल और कांडला बंदरगाह हैं।

5G नेटवर्क के बारे में: 5G वीं पीढ़ी का मोबाइल नेटवर्क है। यह पिछली पीढ़ियों की तुलना में एक उन्नत तकनीक है और बड़ी भूमिका के निर्वहन में सक्षम है। 5G शब्द का उपयोग लॉन्ग टर्म इवोल्यूशन (Long-Term Evolution-LTE) या 4G की अगली पीढ़ी का वर्णन करने के लिये किया जाता है।

  • 5G का आवृत्ति स्पेक्ट्रम मिलीमीटर तरंगों (millimeter waves), मध्य-बैंड (mid-band) और लघु-बैंड (low-band) तरंगों में विभाजित है। लो-बैंड पूर्ववर्ती, 4G के समान आवृत्ति रेंज का उपयोग करता है।
  • 5G में मिलीमीटर तरंग सबसे तेज होती है, जिसकी आवृत्ति 24 गीगाहर्ट्ज से 72 गीगाहर्ट्ज तक होती है, जो अत्यधिक उच्च आवृत्ति की निचली सीमा से ऊपर है। मिलीमीटर तरंगों को दीवारों और खिड़कियों को भेदने में कठिनाई होती है, इसलिए इनडोर कवरेज सीमित होता है।
  • 5G नेटवर्क में शुरुआत में उच्च आवृत्ति स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल किया गया, जिसमें ऑनलाइन एक्सेस के लिए छोटी रेंज लेकिन उच्च क्षमता थी। लेकिन इसकी सीमाओं और दीवारों व अन्य अवरोधों को देखते हुए कम आवृत्ति वाले स्पेक्ट्रम का उपयोग क्या जा रहा है।

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