3डी-प्रिंटेड रॉकेट इंजन

13 जुलाई, 2022 को भारतीय अंतरिक्ष-तकनीक स्टार्ट-अप अग्निकुल कॉसमॉस ने चेन्नई में 3डी-प्रिंटेड रॉकेट इंजन (3D printed space engines) बनाने वाली भारत की पहली फैक्ट्री का उद्घाटन किया है।

महत्वपूर्ण तथ्यः यह भारत की पहली रॉकेट सुविधा है, जो बड़े पैमाने पर 3 डी प्रिंटेड स्पेस इंजन को समर्पित है।

  • अग्निकुल की रॉकेट फैक्ट्री-1 में एक छत के नीचे एक रॉकेट इंजन के एंड-टू-एंड निर्माण को सक्षम करने के लिए 3 डी-प्रिंटर और कई अन्य मशीनें हैं।
  • अग्निकुल ने 2021 में ईओएस के साथ इंजन के लिए 3डी प्रिंटिंग पार्टनर के रूप में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
  • यह सुविधा 3डी प्रिंटेड रॉकेट इंजन बनाने के लिए एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग करेगी और इसका इस्तेमाल अपने इन-हाउस रॉकेट के लिए इंजन बनाने के लिए किया जाएगा।
  • यह आईआईटी-मद्रास रिसर्च पार्क में स्थित है।
  • इसका अनावरण टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन और इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने IN-SPACe (Indian National Space Promotion and Authorization Centre) के अध्यक्ष पवन गोयनका की उपस्थिति में किया।

अग्निकुल के बारे में: अग्निकुल की स्थापना 2017 में श्रीनाथ रविचंद्रन, मोइन एसपीएम और एसआर चक्रवर्ती द्वारा की गई थी।

  • अग्निकुल ने दिसंबर 2020 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के साथ IN-SPACe पहल के तहत अंतरिक्ष एजेंसी की विशेषज्ञता और रॉकेट इंजन बनाने के लिए इसकी सुविधाओं तक पहुंच के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

अग्निबाण

  • अग्निबाण एक अनुकूलन योग्य, दो चरणों वाला प्रक्षेपण यान है, जो लगभग 700 किमी ऊंची निम्न पृथ्वी की कक्षाओं (Low Earth Orbit) की कक्षा में 100 किलोग्राम पेलोड ले जाने और प्लग-एंड-प्ले कॉन्फिजरेशन (Plug-and-play Configuration) को करने में सक्षम है।
  • Agnilet दुनिया का पहला सिंगल-पीस 3D प्रिंटेड इंजन है, जिसे पूरी तरह से भारत में डिजाइन और बनाया गया है।
  • 2021 की शुरुआत में इसका सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था।

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