छत्तीसगढ़ में भारत का सबसे नया टाइगर रिजर्व

5 अक्टूबर, 2021 को, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने छत्तीसगढ़ सरकार के गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान और तमोर पिंगला वन्यजीव अभयारण्य के संयुक्त क्षेत्रों को टाइगर रिजर्व घोषित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।

महत्वपूर्ण तथ्यः नया रिजर्व मध्य प्रदेश और झारखंड की सीमा से लगे राज्य के उत्तरी भाग में स्थित है।

  • उदंती-सीतानदी, अचानकमार और इंद्रावती रिजर्व के बाद छत्तीसगढ़ में यह चौथा टाइगर रिजर्व होगा।
  • गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान कोरिया जिले में है; तमोर पिंगला छत्तीसगढ़ के उत्तर-पश्चिमी कोने में सूरजपुर जिले में है।
  • गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान देश में एशियाई चीतों का अंतिम ज्ञात निवास स्थान था। राज्य गठन से पहले यह मूल रूप से संजय दुबरी राष्ट्रीय उद्यान का हिस्सा था।
  • गुरु घासीदास झारखंड और मध्य प्रदेश को जोड़ता है और बांधवगढ़ और पलामू टाइगर रिजर्व के बीच बाघों के आवागमन के लिए एक गलियारा प्रदान करता है। इस दृष्टि से इसे टाइगर रिजर्व घोषित करना महत्वपूर्ण है।

जीके फ़ैक्ट

  • वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की धारा 38 V (1) के तहत इस टाइगर रिजर्व को मंजूरी दी गई है।

इस माह के चर्चित संस्थान एवं संगठन

राष्ट्रीय अनुसंधान विकास निगम

भारतीय नौसेना में 34 साल के शानदार करियर के बाद कमोडोर अमित रस्तोगी (सेवानिवृत्त) ने 18 अक्टूबर, 2021 को राष्ट्रीय अनुसंधान विकास निगम (National Research Development Corporation: NRDC) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में पदभार ग्रहण कर लिया है।

  • NRDC, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग का एक लोक उद्यम है। यह विभिन्न राष्ट्रीय अनुसंधान एवं विकास संस्थानों से निकलने वाली प्रौद्योगिकियों के विकास, संवर्धन और हस्तांतरण में कार्यरत है। राष्ट्रीय अनुसंधान विकास निगम (NRDC) की स्थापना 1953 में भारत सरकार द्वारा की गई थी। NRDC का प्राथमिक उद्देश्य विभिन्न राष्ट्रीय अनुसंधान एवं विकास संस्थानों/विश्वविद्यालयों से निकलने वाली प्रौद्योगिकियों/जानकारियों/आविष्कारों/पेटेंट/प्रक्रियाओं को बढ़ावा देना, विकसित करना और व्यावसायीकरण करना है।

पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी