डीएलएक्स 1

अक्टूबर 2021 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), कानपुर के शोधकर्ताओं ने एक विशेष जीन ‘डीएलएक्स1’ (DLX1) का पता लगाया है, जो जबड़े, कंकाल और अंतरातंत्रिकाणु (interneurons) के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिसकी प्रोस्टेट कैंसर की वृद्धि और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

महत्वपूर्ण तथ्यः प्रोस्टेट कैंसर के रोगियों में DLX1 प्रोटीन का उच्च स्तर पाया जाता है, यही कारण है कि DLX1 प्रोटीन का उपयोग मूत्र-आधारित बायोमार्कर के रूप में किया गया है।

  • जैविक विज्ञान और बायोइंजीनियरिंग विभाग, आईआईटी कानपुर की प्रोफेसर डॉ. बुशरा अतीक के नेतृत्व में शोधकर्ताओं की टीम ने पाया है कि DLX1 प्रोटीन की ट्यूमर की वृद्धि और विकास तथा शरीर के अन्य अंगों में कैंसर के प्रसार (मेटास्टेसिस) में एक बड़ी भूमिका होती है।
  • उन्होंने प्रोस्टेट कैंसर के विकास और मेटास्टेसिस में DLX1 प्रोटीन की भूमिका का पता लगाने के लिए चूहों के मॉडल का इस्तेमाल किया।

जीके फ़ैक्ट

  • एंड्रोजन रिसेप्टर (Androgen receptor) प्रोस्टेट कैंसर के विकास को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार है। उच्च एण्ड्रोजन रिसेप्टर सिग्नलिंग वाले लगभग 70% रोगियों में भी क्स्ग्1 प्रोटीन का उच्च स्तर पाया जाता है।

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