प्रारंभिक रोग का पता लगाने के लिए बायोमार्कर

बायोमार्कर वे जैविक संकेतक हैं जो रक्त, मूत्र या ऊतकों में मौजूद होकर रोगों की प्रारंभिक पहचान, निदान और निगरानी में मदद करते हैं। हालिया शोधों ने कैंसर, अल्जाइमर, हृदय, संक्रामक रोगों और गर्भावस्था संबंधी जटिलताओं में इनकी उपयोगिता को सिद्ध किया है।

प्रमुख उपयोग:

  • रक्त-आधारित बायोमार्कर: अल्जाइमर के लक्षण शुरू होने से 10 वर्ष पहले ही रक्त में विशिष्ट प्रोटीन (जैसे Aβऔर टॉ प्रोटीन) की पहचान संभव हो गई है। यह तकनीक पारंपरिक इमेजिंग की तुलना में सस्ती और कम आक्रामक है।
  • मशीन लर्निंग का योगदान: कम्प्यूटेशनल मॉडल्स एक साथ कई बायोमार्कर (जैसे इम्यून सेल जीन्स) को विश्लेषित कर ....
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