बायोसिमिलर और किफायती बायोलॉजिक्स: भारत की भूमिका

आज के युग में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच और उसकी किफायती उपलब्धता एक वैश्विक चिंता बन चुकी है। विशेष रूप से गंभीर और पुरानी बीमारियों जैसे कैंसर, मधुमेह, रूमेटॉइड आर्थराइटिस आदि के उपचार में प्रयुक्त बायोलॉजिक्स (Biologics) अत्यधिक महंगे होते हैं, जिससे विकासशील और निम्न-आय वाले देशों के मरीजों के लिए इनका उपयोग सीमित हो जाता है।

  • ऐसे परिदृश्य में बायोसिमिलर (Biosimilars) — जो बायोलॉजिक्स के तुल्य प्रभावी लेकिन अधिक सस्ते विकल्प होते हैं — एक महत्वपूर्ण समाधान के रूप में उभरे हैं।
  • भारत ने इस क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति करते हुए वैश्विक स्तर पर 'किफायती जैविक चिकित्सा' का नेतृत्व किया है, ....
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