स्पिनट्रॉनिक्स में नैनो तकनीक के अनुप्रयोगों के साथ टोपोलॉजिकल इंसुलेटर

स्पिनट्रॉनिक्स (Spintronics) पारंपरिक इलेक्ट्रॉनिक्स से अलग है क्योंकि यह इलेक्ट्रॉनों के स्पिन (Spin) का उपयोग करता है, न कि केवल उनके आवेश (Charge)।

  • नैनो तकनीक इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, विशेष रूप से टोपोलॉजिकल इंसुलेटर (Topological Insulators) के माध्यम से।

स्पिनट्रॉनिक्स और नैनो तकनीक

  • स्पिनट्रॉनिक्स (Spintronics) इलेक्ट्रॉन के चार्ज के साथ-साथ उसके स्पिन (घूर्णन) का भी उपयोग सूचना प्रसंस्करण और डेटा भंडारण के लिए करता है।
  • यह पारंपरिक इलेक्ट्रॉनिक्स की तुलना में तेज, ऊर्जा-कुशल और अधिक डेटा क्षमता वाली तकनीक है।
  • नैनो तकनीक के कारण स्पिनट्रॉनिक डिवाइसों का आकार अत्यंत सूक्ष्म (नैनोस्केल) हो गया है, जिससे इनकी गति, संवेदनशीलता और भंडारण ....
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