संक्रमणकालीन ईंधन के रूप में प्राकृतिक गैस की भूमिका

प्राकृतिक गैस को वैश्विक ऊर्जा संक्रमण में एक "संक्रमणकालीन ईंधन" (transitional fuel) माना जाता है, जो पारंपरिक जीवाश्म ईंधनों (कोयला, तेल) और स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों (सौर, पवन) के बीच की कड़ी है।

  • यह कम उत्सर्जन वाली जीवाश्म ऊर्जा है जो बिजली उत्पादन, औद्योगिक उपयोग और परिवहन में कोयले के विकल्प के रूप में काम कर सकती है।

संक्रमणकालीन ईंधन के रूप में भूमिका

  • कोयले से गैस में बदलाव (Coal-to-Gas Switching)
    • बिजली उत्पादन में गैस अपनाने से CO₂ उत्सर्जन में ~50% तक कमी
    • यूरोप और अमेरिका में इस बदलाव से उत्सर्जन में उल्लेखनीय गिरावट
  • उद्योगों के लिए स्वच्छ विकल्प
    • उर्वरक, स्टील, सीमेंट जैसे क्षेत्रों में ताप ....
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