पुन: प्रयोज्य लॉन्च वाहन (RLV) TD-2 परीक्षण

ISRO का RLV-TD (Reusable Launch Vehicle-Technology Demonstration) कार्यक्रम।

  • दो-चरणीय पुन: प्रयोज्य अंतरिक्ष यान विकसित करने का प्रयास, जो लॉन्च लागत को 80% तक कम कर सकता है।

हाल के परीक्षण और उपलब्धियाँ

  • RLV-LEX-02 (22 मार्च 2024):
    • चित्रदुर्ग, कर्नाटक में एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज (ATR) में परीक्षण।
    • पुष्पक नामक विंग्ड वाहन को IAF चिनूक हेलीकॉप्टर द्वारा 4.5 किमी ऊँचाई तक ले जाया गया।
    • स्वायत्त लैंडिंग, क्रॉस-रेंज और डाउनरेंज त्रुटियों को ठीक किया।
  • RLV-LEX-03 (23 जून 2024):
    • विस्तारित क्रॉस-रेंज त्रुटि (500 मीटर बनाम 150 मीटर) पर परीक्षण।
    • कठोर वायवीय परिस्थितियों में सफल लैंडिंग।
  • प्रौद्योगिकी का महत्व
    • हाइपरसोनिक उड़ान, स्वायत्त लैंडिंग, पावर्ड क्रूज़ फ्लाइट का परीक्षण।
    • कम लागत और स्थायी अंतरिक्ष पहुंच सुनिश्चित ....

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