अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अनुसंधान के लिए कल्पना चावला केंद्र

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 3 जनवरी, 2022 को चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में ‘अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी अनुसंधान के लिए कल्पना चावला केंद्र’ (Kalpana Chwala Centre for Research in Space Science & Technology: KCCRSST) का उद्घाटन किया।

महत्वपूर्ण तथ्यः अंतरिक्ष विज्ञान, उपग्रह विकास में छात्रें को प्रशिक्षण प्रदान करने और अंतरिक्ष अनुसंधान में भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के उद्देश्य से स्थापित, अत्याधुनिक KCCRSST चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के छात्र उपग्रह (Chandigarh University's Student Satellite: CUSat) के लिए एक ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन होगा।

  • CUSat विश्वविद्यालय के छात्रें द्वारा डिजाइन किया जा रहा एक इन-हाउस विकसित नैनो-उपग्रह है और अन्य परियोजनाओं के अलावा अनुसंधान के लिए एक भू-स्थानिक केंद्र (Geo-Spatial Centre for research) है।
  • 2022 में 75वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अंतरिक्ष में लॉन्च किए जाने वाले 75 छात्र-निर्मित उपग्रहों में से CUSat भी एक होगा।
  • चंडीगढ़ विश्वविद्यालय अब आईआईटी कानपुर, आईआईटी बॉम्बे जैसे 13 संस्थानों की सूची में शामिल हो गया है और अपने स्वयं के उपग्रह को डिजाइन और विकसित करने वाला उत्तर भारत का पहला विश्वविद्यालय बन गया है।
  • CUSat सीमा घुसपैठ का पता लगाने, कृषि, मौसम पूर्वानुमान, प्राकृतिक आपदा पूर्वानुमान से संबंधित डेटा एकत्र करेगा, जो इन क्षेत्रें में विभिन्न समस्याओं के अनुसंधान और अध्ययन में सहायक होगा।

जीके फ़ैक्ट

  • CUSat के प्रक्षेपण के साथ, पंजाब अंतरिक्ष में अपना उपग्रह भेजने वाला भारत का पहला सीमावर्ती राज्य बन जाएगा।

पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी