उपभोक्ता इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स को सुरक्षित करने के लिए अभ्यास संहिता

उपभोक्ता इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) उपकरणों को सुरक्षित करने के उद्देश्य से संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग के तहत दूरसंचार इंजीनियरिंग केंद्र ने 5 जनवरी, 2022 को ‘उपभोक्ता इंटरनेट ऑफ थिंग्स को सुरक्षित करने के लिए अभ्यास संहिता’ (Code of Practice for Securing Consumer Internet of Things) नाम से एक रिपोर्ट जारी की।

महत्वपूर्ण तथ्यः ये दिशा-निर्देश उपभोक्ता IoT उपकरणों और इकोसिस्टम को सुरक्षित करने के साथ-साथ इससे संबंधित कमजोरियों को प्रबंधित करने में मदद करेंगे।

  • यह रिपोर्ट IoT उपकरण निर्माताओं, सेवा प्रदाताओं/सिस्टम इंटीग्रेटर्स और एप्लिकेशन डेवलपर्स आदि के उपयोग के लिए है।
  • दुनिया भर में सबसे तेजी से उभरती हुई प्रौद्योगिकी में से एक इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) का उपयोग कनेक्टेड उपकरणों की सहायता से विभिन्न कार्यक्षेत्रें जैसे- बिजली, मोटर वाहन, सुरक्षा और निगरानी, दूरस्थ स्वास्थ्य प्रबंधन, कृषि, स्मार्ट घर और स्मार्ट सिटी आदि में स्मार्ट बुनियादी ढांचे के निर्माण में किया जा रहा है।
  • अनुमानों के अनुसार, 2026 तक वैश्विक स्तर पर 26.4 बिलियन IoT उपकरण उपयोग में लाए जा सकते हैं, जिनमें से लगभग 20% उपकरण सेलुलर प्रौद्योगिकियों पर आधारित होंगे। उपभोक्ता और उद्यम IoT उपकरणों का अनुपात 45% से 55% हो सकता है।
  • दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा जारी ‘राष्ट्रीय डिजिटल संचार नीति 2018’ के अनुसार, वर्ष 2022 तक 5 बिलियन कनेक्टेड डिवाइसों के लिए एक इको-सिस्टम बनाया जाना है। इसलिए, वर्ष 2022 तक भारत में पांच बिलियन का लगभग 60% यानी तीन बिलियन कनेक्टेड उपकरण मौजूद होने की संभावना है।

इस माह के चर्चित संस्थान एवं संगठन

गणितीय विज्ञान संस्थान

गणितीय विज्ञान संस्थान (IMSc), चेन्नई ने 3 जनवरी, 2022 को अपनी स्थापना के 60 वर्ष पूरे कर लिए हैं।

  • गणितीय विज्ञान संस्थान को मैटसाइंस (Matscience) के नाम से भी जाता है। यह चेन्नई में स्थित सैद्धांतिक भौतिकी, गणित, सैद्धांतिक कंप्यूटर विज्ञान और कम्प्यूटेशनल जीव विज्ञान के क्षेत्रें में मौलिक अनुसंधान के लिए एक स्वायत्त राष्ट्रीय संस्थान है। 3 जनवरी, 1962 को चेन्नई में अल्लादी रामकृष्णन द्वारा इसकी स्थापना की गई थी। संस्थान एक बोर्ड और एक अकादमिक परिषद द्वारा शासित है। संस्थान के वर्तमान निदेशक वी. रवींद्रन हैं। गणितीय विज्ञान संस्थान में अनुसंधान भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग और तमिलनाडु सरकार द्वारा समर्थित है। 1984 में, परमाणु ऊर्जा विभाग (DAE) ने संस्थान का कार्यभार संभाला। संस्थान में सैद्धांतिक कंप्यूटर विज्ञान प्रभाग को शुरू करने के लिए 1986 में, कंप्यूटर वैज्ञानिक पी. एस. त्यागराजन और कई अन्य कंप्यूटर वैज्ञानिक संस्थान में शामिल हुए।

राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने 4 जनवरी, 2022 को सीएसआईआर- राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला (National Physical Laboratory: NPL), नई दिल्ली की 75वीं (प्लेटिनम) जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में एक विशेष स्मारक डाक टिकट जारी किया।

  • NPL वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के तहत स्थापित सबसे शुरुआती राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं में से एक है। जवाहरलाल नेहरू ने 4 जनवरी, 1947 को NPL की आधारशिला रखी थी। सीएसआईआर. राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला नई दिल्ली में स्थित भारत की माप मानक प्रयोगशाला है। ये भारत में एस. आई इकाइयों का अनुरक्षण (maintains) तथा राष्ट्रीय भार तथा माप के मानकों का अंशांकन (calibration) करती है। के एस कृष्णन NPL के पहले निदेशक थे। वर्तमान में NPL के निदेशक प्रो. वेणुगोपाल अचंता हैं।

प्रश्नोत्तर-सार

महिला प्रौद्योगिकी पार्क

सरकार का विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आधारित एजेंसियों और ज्ञान संस्थानों के माध्यम से ग्रामीण/परिनगरीय क्षेत्रें में और अधिक महिला प्रौद्योगिकी पार्क स्थापित करने का प्रस्ताव है।

  • इन पार्कों का उद्देश्य किसी क्षेत्र में महिलाओं की प्रमुख आजीविका प्रणाली की सबसे कमजोर कड़ी में सुधार करना और आजीविका प्रणाली की सबसे मजबूत कड़ी के आधार पर सामाजिक उद्यमिता और महिला रोजगार को बढ़ावा देना है।
  • ये पार्क उपयुक्त प्रौद्योगिकियों के विकास और अनुकूलन और प्रामाणिक प्रौद्योगिकियों के अंतरण और लाइव प्रौद्योगिकी मॉडल के प्रदर्शन को बढ़ावा देते हैं। कुछ और महिला प्रौद्योगिकी पार्क इन स्थानों पर पाइपलाइन में हैं- 1- कालसी, विकासनगर क्षेत्र देहरादून, उत्तराखंड_ 2- जयपुर जिला, राजस्थान_ 3- करीमगंज, असम और 4- तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु।

पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी