आर्कटिक में बिजली गिरने की घटनाएं

तापमान में अभूतपूर्व वृद्धि के कारण आर्कटिक में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में काफी बढ़ोतरी देखी जा रही है।

महत्वपूर्ण तथ्यः फिनलैंड की पर्यावरण फर्म ‘वैसाला’ (Vaisala) के वैज्ञानिकों ने पाया कि 2021 में, ग्रह के उच्चतम अक्षांशों पर (उत्तरी ध्रुव में) पिछले वर्ष की तुलना में 91% अधिक आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं हुई हैं।

  • उत्तरी ध्रुव में 2021 में 7,278 बिजली गिरने की घटनाएं हुई, जो की पिछले नौ वर्षों में हुई कुल घटनाओं का लगभग दोगुना है।
  • आर्कटिक में आकाशीय बिजली ऐतिहासिक रूप से एक दुर्लभ घटना रही है, क्योंकि उन्हें ठंडी हवा, गर्म हवा और संवहनी अस्थिरता (convective instability) के मिश्रण की आवश्यकता होती है।
  • वैज्ञानिकों ने पाया कि 2010 और 2020 के बीच बिजली गिरने की संख्या में वृद्धि वैश्विक तापमान विसंगतियों (global temperature anomalies) से संबंधित प्रतीत होती है।
  • नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) की 2021 आर्कटिक रिपोर्ट के अनुसार ‘अक्टूबर-दिसंबर 2020’ वर्ष 1900 के बाद से दर्ज की गई सबसे गर्म आर्कटिक शरद ऋतु थी।

पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी