पूर्वोत्तर क्षेत्र में बायोटेक-किसान कार्यक्रम

जून 2021 में जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने अपने मिशन कार्यक्रम ‘बायोटेक-कृषि इनोवेशन साइंस एप्लिकेशन नेटवर्क (बायोटेक-किसान)’ (Biotech-Krishi Innovation Science Application Network- Biotech-KISAN) के एक हिस्से के रूप में पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए एक विशेष कार्यक्रम शुरू किया है।

  • उद्देश्यः पूर्वाेत्तर क्षेत्र में छोटे और सीमांत किसानों, विशेष रूप से क्षेत्र की महिला किसानों के साथ उपलब्ध नवीन कृषि प्रौद्योगिकियों को खेत से जोड़ना।
  • बायोटेक-किसानः यह कृषि नवाचार के लिए 2017 में शुरू की गई एक वैज्ञानिक-किसान साझेदारी योजना है, जिसका उद्देश्य खेतों के स्तर पर लागू किए जाने वाले नवीन समाधानों और प्रौद्योगिकियों का पता लगाने के लिए विज्ञान प्रयोगशालाओं को किसानों से जोड़ना है।
  • क्यों शुरू किया गया? पूर्वोत्तर क्षेत्र मुख्य रूप से कृषि प्रधान है और इस क्षेत्र की 70% आबादी आजीविका के लिए कृषि और संबद्ध क्षेत्र पर निर्भर है।
  • यह क्षेत्र देश के खाद्यान्न का केवल 1.5% उत्पादन करता है और घरेलू उपभोग के लिए भी खाद्यान्न का शुद्ध आयातक बना हुआ है।
  • पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्थान विशिष्ट फसलों, बागवानी और वृक्षारोपण फसलों, मत्स्य पालन और पशुधन उत्पादन को बढ़ावा देकर कृषि कार्यों में संलग्न आबादी की आय बढ़ाने की अपार क्षमता है।

आर्थिक परिदृश्य