डिजिटल इंडिया आरआईएससी-5 कार्यक्रम

इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय, भारत सरकार ने 'डिजिटल इंडिया आरआईएससी-5 माइक्रोप्रोसेसर कार्यक्रम' (Digital India RISC-V Program: DIR-V) की घोषणा की।

महत्वपूर्ण तथ्य: इसका समग्र उद्देश्य आने वाले समय के दौरान भारत में, दुनिया भर के लिये माइक्रोप्रोसेसर की निर्माण क्षमता हासिल करना और दिसंबर 2023 तक कमर्शियल सिलिकॉन और उसके बड़े पैमाने पर उत्पादन समझौतों को हासिल करना है।

  • डिजिटल इंडिया आरआईएससी-5 कार्यक्रम (DIR-V) में स्टार्टअप्स, अकादमिक और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के बीच साझेदारी होगी।
  • इस साझेदारी से भारत न केवल विश्व के लिए एक आरआईएससी-5 माइक्रोप्रोसेसर टैलेंट हब बन सकेगा बल्कि दुनिया भर में सर्वर, मोबाइल डिवाइस, ऑटोमोटिव, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और माइक्रोकंट्रोलर के लिए आरआईएससी-5 सिस्टम ऑन चिप्स (RISC-V SoC) का आपूर्तिकर्ता भी बनेगा।
  • आईआईटी मद्रास द्वारा 'शक्ति' प्रोसेसर और सी-डैक द्वारा 'वेगा' प्रोसेसर के साथ DIR-V कार्यक्रम के डिजाइन और कार्यान्वयन की रूपरेखा का अनावरण किया गया।
  • साथ ही देश में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिये 'भारत के सेमीकंडक्टर डिजाइन और नवाचार के लिए रणनीतिक रोडमैप' का भी अनावरण किया गया।

GK/GS तथ्यावलोकन

  • इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय अन्य वैश्विक आरआईएससी-5 के अन्य अग्रणी सदस्यों के साथ भारत की विशेषज्ञता के सहयोग, योगदान और समर्थन के लिए प्रीमियर बोर्ड के सदस्य के रूप में 'आरआईएससी-5 इंटरनेशनल' में शामिल होने की योजना बना रहा है।

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