कोविड के खिलाफ भारत निर्मित 'वार्म' वैक्सीन

सार्स- सीओवी-2 (SARS-CoV-2) के खिलाफ एक संभावित वैक्सीन भारत में विकसित की जा रही है, जिसे रेफ्रिजरेटर या कोल्ड-चेन स्टोरेज में रखने की आवश्यकता नहीं है।

महत्वपूर्ण तथ्य: पीयर-रिव्यू जर्नल वाइरसेज (Viruses) में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, इसने वायरस के प्रचलित रूपों के खिलाफ माउस परीक्षणों (mouse trials) में महत्वपूर्ण संख्या में एंटीबॉडी उत्पन्न की।

  • बेंगलुरू स्थित जैव-प्रौद्योगिकी स्टार्टअप मायनवैक्स (Mynvax) और ऑस्ट्रेलिया के कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल ऑर्गनाइजेशन (CSIRO) के वैज्ञानिकों द्वारा संयुक्त अध्ययन किए गए।
  • भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरू में स्थित जैव-प्रौद्योगिकी स्टार्टअप कंपनी ‘मायनवैक्स प्राइवेट लिमिटेड’ (Mynvax Private Limited) द्वारा 'वार्म' वैक्सीन विकसित की जा रही है। इस कंपनी की स्थापना 2017 में फ्लू के टीके विकसित करने के लिए की गई थी।
  • मौजूदा वैक्सीन अद्वितीय है क्योंकि इसे 37 डिग्री सेल्सियस पर चार सप्ताह तक और 100 डिग्री सेल्सियस पर 90 मिनट तक स्टोर किया जा सकता है।
  • अधिकांश अन्य वैक्सीन को रेफ्रिजरेटर में स्टोर करने की आवश्यकता होती है और इन्हें कमरे के तापमान पर कुछ घंटों से अधिक नहीं रखा जा सकता है।

इस माह के चर्चित संस्थान एवं संगठन

भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण

  • डॉ. एस राजू ने 1 अप्रैल, 2022 को कोलकाता में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) के महानिदेशक के रूप में पदभार ग्रहण किया।
  • भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) भारत की एक भूवैज्ञानिक एजेंसी है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) की स्थापना 1851 में मुख्य रूप से रेलवे के लिए कोयले के भंडार का पता लगाने के लिए की गई थी। वर्तमान में, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण खान मंत्रालय से संबद्ध कार्यालय है। इसका मुख्य कार्य राष्ट्रीय भूवैज्ञानिक सूचना के सृजन एवं अद्यतन तथा खनिज संसाधन मूल्यांकन से संबंधित है। इन उद्देश्यों को जमीनी सर्वेक्षण, हवाई और समुद्री सर्वेक्षण, खनिज पूर्वेक्षण और जांच, बहु-विषयक भूवैज्ञानिक, भू-तकनीकी, भू-पर्यावरण और प्राकृतिक खतरों के अध्ययन, हिमनद विज्ञान, भूकंप विवर्तनिक अध्ययन और मौलिक अनुसंधान के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। इसका मुख्यालय कोलकाता में है, और इसके छ: क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ, जयपुर, नागपुर, हैदराबाद, शिलांग और कोलकाता में स्थित हैं और देश के लगभग सभी राज्यों में राज्य इकाई कार्यालय हैं।

पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी