काजीरंगा पशु गलियारा

सुप्रीम कोर्ट के एक पैनल ने काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व के पशु गलियारों पर अवैध निर्माण गतिविधियों की जाँच में ढिलाई के लिए असम सरकार को फटकार लगाई है।


महत्वपूर्ण तथ्य: 1,300 वर्ग किमी में फैला यह वन्यजीव पर्यावास स्थल, यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल और दुनिया के एक सींग वाले गैंडों के लिए सबसे प्रसिद्ध है।

  • इसमें नौ अधिसूचित पशु गलियारे हैं। इनमें से सात अमगुरी, बगोरी, चिरांग, देवसुर, हरमती, हातिदंडी और कंचनजुरी नागांव जिले में हैं, जबकि हल्दीबाड़ी और पनबाड़ी निकटवर्ती गोलाघाट जिले में हैं।
  • सुप्रीम कोर्ट की केंद्रीय अधिकार प्राप्त समिति ने असम सरकार को जल्द से जल्द पशु गलियारों पर अतिक्रमण और अवैध निर्माण पर कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
  • ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट ने अप्रैल 2019 में पशु गलियारों के भीतर निजी भूमि पर नए निर्माण पर रोक लगा दी थी।
  • काजीरंगा के जानवर बाढ़-प्रवण उद्यान से अंदर और बाहर जाने के लिए इन गलियारों का उपयोग करते हैं।

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