भारत का पहला शुद्ध हरित हाइड्रोजन संयंत्र

20 अप्रैल, 2022 को असम के जोरहाट में भारत के पहले शुद्ध हरित हाइड्रोजन संयंत्र (India’s first pure green hydrogen plant) का शुभारंभ किया गया।

महत्वपूर्ण तथ्य: ऑयल इंडिया लिमिटेड ने असम में अपने जोरहाट पंप स्टेशन पर 10 किलोग्राम प्रति दिन की स्थापित क्षमता के साथ भारत के पहले 99.999% शुद्ध हरित हाइड्रोजन संयंत्र की शुरुआत की।

  • इस संयंत्र को रिकॉर्ड 3 महीने के समय में चालू किया गया है।
  • हरित हाइड्रोजन, जिसमें जीवाश्म ईंधन को बदलने की क्षमता है, अक्षय ऊर्जा जैसे पवन या सौर ऊर्जा का उपयोग करके उत्पादित हाइड्रोजन गैस को दिया गया नाम है।
  • संयंत्र मौजूदा 500 किलोवॉट सौर संयंत्र द्वारा 100 किलोवॉट अनियन एक्सचेंज मेम्ब्रेन (Anion Exchange Membrane: AEM) इलेक्ट्रोलाइजर संरचना का उपयोग करके उत्पन्न बिजली से हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करता है।
  • भारत में पहली बार AEM तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।
  • इस संयंत्र से भविष्य में हरित हाइड्रोजन का उत्पादन 10 किलो प्रतिदिन से बढ़ाकर 30 किलो प्रतिदिन होने की उम्मीद है।
  • कंपनी ने प्राकृतिक गैस के साथ ग्रीन हाइड्रोजन के सम्मिश्रण और ऑयल इंडिया लिमिटेड के मौजूदा बुनियादी ढांचे पर इसके प्रभाव पर आईआईटी गुवाहाटी के सहयोग से एक विस्तृत अध्ययन शुरू किया है।

GK/GS तथ्यावलोकन

  • हाइड्रोजन गैस, जो जलने पर कार्बन डाइ-ऑक्साइड का उत्सर्जन नहीं करती है, का उपयोग परिवहन, बिजली उत्पादन और औद्योगिक गतिविधियों में ईंधन के रूप में किया जा सकता है।

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