केरल में जंगली गुलमेहंदी की तीन नई प्रजाति की खोज

अगस्त 2021 में शोधकर्ताओं ने केरल में जंगली गुलमेहंदी / बालसम (balsam) पौधे की तीन नई प्रजातियों की पहचान की है, जिनमें से दो का नामकरण कम्युनिस्ट दिग्गज और पूर्व मुख्यमंत्री वी.एस. अच्युतानंदन और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री के. के. शैलजा के नाम पर किया गया है।

महत्वपूर्ण तथ्यः बाल्समिनेसी कुल (family Balsaminaceae) की ‘इम्पेतिन्स’ (Impatiens) वंश की इन गुलमेहंदी की प्रजातियो को दक्षिणी केरल के पश्चिमी घाट क्षेत्र और इडुक्की जिले में खोजा गया।

  • तिरुवनंतपुरम जिले के कल्लर जंगल में खोजी गई प्रजाति का नाम अच्युतानंदन के नाम पर ‘इम्पेतिन्स अच्युदानंदानी’ (Impatiens achudanandanii) रखा गया है।
  • दक्षिण केरल में सांखिली जंगल में खोजी गई प्रजाति का नाम ‘इम्पेतिन्स शैलजा’ (Impatiens shailajae) रखा गया है।
  • इडुक्की के मन्नार में खोजी गई प्रजाति का नाम जवाहरलाल नेहरू उष्णकटिबंधीय वनस्पति उद्यान और अनुसंधान संस्थान, तिरुवनंतपुरम के पादप आनुवंशिक संसाधन प्रभाग के वैज्ञानिक और प्रमुख मैथ्यू डैन के नाम पर ‘इम्पेतिन्स डैनी’ (Impatiens danii) रखा गया है। इनकी सीमित आबादी को देखते हुए, सभी तीन प्रजातियों को आईयूसीएन मानदंड के अनुसार ‘गंभीर रूप से संकटग्रस्त’ के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है।
  • इम्पेतिन्स वंश के भारत में 210 वर्गिकी समूह (taxa) हैं और 106 से अधिक प्रजातियां पश्चिमी घाट में स्थानिक हैं, और उनमें से 80% संकटग्रस्त हैं।

जीके फ़ैक्ट

  • इम्पेतिन्स वंश के पौधे मलयालम में ‘काशीथुम्बा’ के नाम से लोकप्रिय हैं।

पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी