संक्षिप्त सामयिकी

  • भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (IISER), भोपाल के शोधकर्ताओं ने गिलोय (टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया) के जीनोम का अनुक्रम किया है, जो अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाने वाला पौधा है।
  • केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने घोषणा की कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के छात्र-वैज्ञानिक कनेक्ट कार्यक्रम ‘जिज्ञासा’ को एक वर्ष के भीतर भारत के 700 से अधिक जिलों में स्कूलों को कवर करने के लिए विस्तारित किया जाएगा।
  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), जोधपुर ने थार मरुस्थल, इसके खनिजों, औषधियों, वनस्पतियों और जीवों के संरक्षण और बहाली के लिए एक अनूठी पहल शुरू की है। ‘डेजर्ट इकोसिस्टम साइंसेज गाइडेड बाय नेचर एंड सेलेक्शन (Desert Ecosystem Sciences Guided by Nature and Selection: DESIGNS) नामक यह पहल ‘जोधपुर सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन क्लस्टर’ के तत्वावधान में शुरू की गई है।
  • इसरो अध्यक्ष ‘के सिवन’ ने सितंबर 2021 में भारतीय विज्ञान संस्थान परिसर, बेंगलुरू में स्थित बेलाट्रिक्स एयरोस्पेस में ‘अंतरिक्ष यान अनुसंधान प्रयोगशाला’ का उद्घाटन किया। निजी रूप से वित्त पोषित इस प्रणोदन प्रयोगशाला में ‘इलेक्ट्रिक और हरित रासायनिक प्रणोदन प्रौद्योगिकियों’ (electric and green chemical propulsion technologies) के विकास और परीक्षण के लिए आंतरिक सुविधाएं हैं।
  • 17 सितंबर को केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर द्वारा नागालैंड की राजधानी कोहिमा में राज्य के पहले और भारत के 61वें सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (STPI) केंद्र का उद्घाटन किया गया।
  • अंतरिक्ष विभाग ने हैदराबाद स्थित अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी स्टार्टअप कंपनी स्काईरूट एयरोस्पेस को अंतरिक्ष प्रक्षेपण यान की उप-प्रणालियों और प्रणालियों के विकास और परीक्षण की दिशा में इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) की सुविधाओं और विशेषज्ञता तक पहुंच में सक्षम बनाने के लिए 11 सितंबर को स्काईरूट के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
  • भारत, ब्रिटेन और अमेरिका के वैज्ञानिकों की एक टीम ने अगस्त 2021में असम में गर्दन के पिछले हिस्से पर बिंदी जैसे निशान वाली सांप की एक नई प्रजाति की खोज की है, यह पूर्वोत्तर राज्य असम से एक सदी से अधिक समय में इस तरह की पहली खोज है। जीनस ‘रबडोफिस’ की इस नई साँप प्रजाति का नाम ‘रबडोफिस बिंदी’ (Rhabdophis bindi) रखा गया है।
  • वैज्ञानिकों ने एक नया कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) उपकरण ‘आइसनेट’ (IceNet) विकसित किया है, जो भविष्य में आर्कटिक समुद्री बर्फ की स्थिति का एक सीजन पूर्व 95 प्रतिशत सटीक अनुमान लगा सकता है।
  • भारत ने राष्ट्रीय स्तर के निर्धारित योगदान (Nationally determined contributions: NDC) के तहत अपने 2005 के स्तर पर 2030 तक 35 प्रतिशत के लक्ष्य के मुकाबले 28 प्रतिशत उत्सर्जन की कमी को पहले ही प्राप्त कर लिया है।
  • 24 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन और केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा ‘भारत-आईएसए ऊर्जा परिवर्तन संवाद 2021 संवाद’ (India-ISA Energy Transition Dialogue 2021) का आयोजन किया गया।
  • स्विस वायु गुणवत्ता प्रौद्योगिकी कंपनी ‘आईक्यूएयर’ (IQAir) के सहयोग से संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) द्वारा पहली बार ‘रियलटाइम वायु प्रदूषण जोखिम कैलकुलेटर’ विकसित किया गया है।
  • ‘आईआईटी मद्रास’ औपचारिक और अनौपचारिक क्षेत्रों में विभिन्न हितधारकों को जोड़कर ई-अपशिष्ट से निपटने के लिए ‘ई-सोर्स’ (e-Source) नामक एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म विकसित कर रहा है।
  • जूलॉजी विभाग गोवा विश्वविद्यालय और ठाकरे वन्यजीव फाउंडेशन, मुंबई के शोधकर्ताओं ने गोवा विश्वविद्यालय परिसर के भीतर ‘गेको’ (gecko) की एक नई प्रजाति की खोज की है। हेमीफिलोडैक्टाइलस (Hemiphyllodactylus) जीनस की इस प्रजाति को वैज्ञानिक नाम ‘हेमीफिलोडैक्टाइलस गोएन्सिस’ (Hemiphyllodactylus goaensis) दिया गया है।

पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी