कागज आयात निगरानी प्रणाली
12 जुलाई, 2022 को विदेश व्यापार महानिदेशालय (Directorate General of Foreign Trade) ने कागज के प्रमुख उत्पादों की आयात नीति में संशोधन करते हुए कागज आयात निगरानी प्रणाली (Paper Import Monitoring System) की शुरुआत की।
महत्वपूर्ण तथ्यः कागज आयात निगरानी प्रणाली (च्प्डै) 1 अक्टूबर, 2022 से प्रभावी होगी।
- पीआईएमएस घरेलू क्षेत्र की किसी क्षेत्रीय इकाई द्वारा न्यूजप्रिंट, हस्तनिर्मित कागज, कोटेड पेपर, अनकोटेड पेपर, लिथो एवं ऑफसेट पेपर, टिशू पेपर, टॉयलेट पेपर, कार्टन, लेबल, आदि जैसे 201 टैरिफ लाइनों को कवर करने वाले कागज के उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला के आयात पर लागू होगा।
- हालांकि, करेंसी पेपर, बैंक बांड एवं चेक पेपर (Bank bond and check paper), सिक्योरिटी प्रिंटिंग पेपर आदि जैसे कागज के उत्पादों को अनिवार्य पंजीकरण के दायरे से बाहर रखा गया है।
आर्थिक परिदृश्य
- 1 वन लाइनर समसामयिकी
- 2 पे ऐज यू ड्राइव
- 3 पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड
- 4 4 सहकारी बैंकों पर प्रतिबंध
- 5 एसबीआई की व्हाट्सएप बैंकिंग सेवा
- 6 मेटावर्स वर्चुअल लाउंज-यूनी-वर्स
- 7 फ़ेडरल बैंक पर जुर्माना
- 8 पीएनबी रक्षक प्लस
- 9 नेशनल स्टॉक एक्सचेंज
- 10 वन लाइनर समसामयिकी
- 11 2022-23 के लिए भारत के विकास का अनुमान 7.4%
- 12 शहरी सहकारी बैंक
- 13 रक्षा निर्यात में वृद्धि
- 14 तीन बैंकों को विदेशी खरीद की अनुमति
- 15 डिजीवाणी कॉल सेंटर
- 16 राष्ट्रीय कृषि बाजार
- 17 स्वनिधि महोत्सव
- 18 स्टार्टअप स्कूल इंडिया
- 19 अल्ट्रा मेगा रिन्यूएबल एनर्जी पावर पार्क
- 20 स्मार्ट परिसर
- 21 ग्रैंड हैकथॉन
- 22 भारत के विदेशी ऋण में वृद्धि
- 23 व्यवसाय सुधार कार्य योजना 2020
- 24 क्रिसिल का जीडीपी विकास अनुमान
- 25 वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट
- 26 8 प्रमुख उद्योगों का संयुक्त सूचकांक
- 27 भारत के वस्तुगत निर्यात में वृद्धि
- 28 जीएसटी दरों में परिवर्तन
- 29 खुदरा मुद्रास्फ़ीति में कमी