राष्ट्रीय कृषि बाजार
14 जुलाई, 2022 को केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कर्नाटक के बेंगलुरू में राज्य कृषि और बागवानी मंत्रियों के सम्मेलन में राष्ट्रीय कृषि बाजार (National Agriculture Market& ^e&NAM*) के तहत प्लेटफॉर्म ऑफ प्लेटफॉर्म (Platform of Platforms) का शुभारंभ किया।
राष्ट्रीय कृषि बाजार के बारे में: यह कृषि उत्पादों के लिए एक अिखल भारतीय ऑनलाइन इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, जो कृषि वस्तुओं के एकीकृत राष्ट्रीय बाजार बनाने के लिए मौजूदा कृषि उत्पाद बाजार समिति (Agricultural Produce Market Committee) मंडियों को आपस में जोड़ता है।
- ई-नाम पोर्टल को 14 अप्रैल, 2016 में शुरू किया गया था।
- इसका उद्देश्य किसानों, व्यापारियों और खरीदारों को ऑनलाइन ट्रेडिंग में मदद करना और सुचारू विपणन द्वारा बेहतर मूल्य प्राप्त करने में सहायता करना है।
- लघु किसान कृषि व्यवसाय संघ (Small Farmers Agribusiness Consortium) भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के तत्वावधान में ई-एनएएम को लागू करने वाली प्रमुख एजेंसी है।
- ई-एनएएम सभी कृषि उत्पाद बाजार समिति से संबंधित सेवाओं एवं सूचनाओं के लिए सिंगल विंडो सेवाएं (single window services) प्रदान करता है।
- ये बाजारों में विद्यमान प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करके, खरीदारों एवं विक्रेताओं के मध्य सूचना विषमता को दूर करके और वास्तविक मांग एवं आपूर्ति के आधार पर वास्तविक मूल्य की खोज को प्रोत्साहित करके कृषि विपणन में एकरूपता को बढ़ावा देता है।
आर्थिक परिदृश्य
- 1 वन लाइनर समसामयिकी
- 2 पे ऐज यू ड्राइव
- 3 पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड
- 4 4 सहकारी बैंकों पर प्रतिबंध
- 5 एसबीआई की व्हाट्सएप बैंकिंग सेवा
- 6 मेटावर्स वर्चुअल लाउंज-यूनी-वर्स
- 7 फ़ेडरल बैंक पर जुर्माना
- 8 पीएनबी रक्षक प्लस
- 9 नेशनल स्टॉक एक्सचेंज
- 10 वन लाइनर समसामयिकी
- 11 2022-23 के लिए भारत के विकास का अनुमान 7.4%
- 12 शहरी सहकारी बैंक
- 13 रक्षा निर्यात में वृद्धि
- 14 तीन बैंकों को विदेशी खरीद की अनुमति
- 15 डिजीवाणी कॉल सेंटर
- 16 स्वनिधि महोत्सव
- 17 स्टार्टअप स्कूल इंडिया
- 18 अल्ट्रा मेगा रिन्यूएबल एनर्जी पावर पार्क
- 19 स्मार्ट परिसर
- 20 ग्रैंड हैकथॉन
- 21 भारत के विदेशी ऋण में वृद्धि
- 22 व्यवसाय सुधार कार्य योजना 2020
- 23 क्रिसिल का जीडीपी विकास अनुमान
- 24 वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट
- 25 8 प्रमुख उद्योगों का संयुक्त सूचकांक
- 26 भारत के वस्तुगत निर्यात में वृद्धि
- 27 जीएसटी दरों में परिवर्तन
- 28 कागज आयात निगरानी प्रणाली
- 29 खुदरा मुद्रास्फ़ीति में कमी