रक्षा निर्यात में वृद्धि
8 जुलाई, 2022 को रक्षा मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी के अनुसार भारत ने 2021-22 में रिकॉर्ड 13,000 करोड़ रुपये की रक्षा वस्तुओं और प्रौद्योगिकी का निर्यात किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 54.1 प्रतिशत अधिक है।
महत्वपूर्ण तथ्यः वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान निर्यात में 70% योगदान निजी क्षेत्र का था, जबकि सार्वजनिक क्षेत्र ने शेष 30% का योगदान दिया।
- रक्षा मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2017 और 2021 के बीच भारत के रक्षा निर्यात में लगभग 6 गुना वृद्धि दर्ज की गई, जो उस अवधि के दौरान ` 1,520 करोड़ से बढ़कर ` 8,435 करोड़ हो गई।
- भारत का रक्षा निर्यात 2020-21 में 8,434 करोड़ रुपये, 2019-20 में 9,115 करोड़ रुपये और 2015-16 में 2,059 करोड़ रुपये का था।
- इस अवधि के दौरान देश का रक्षा निर्यात मुख्य रूप से अमेरिका, फिलीपींस, दक्षिण-पूर्व एशिया, मध्य-पूर्व और अफ्रीका के अन्य देशों में हुआ है।
आर्थिक परिदृश्य
- 1 वन लाइनर समसामयिकी
- 2 पे ऐज यू ड्राइव
- 3 पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड
- 4 4 सहकारी बैंकों पर प्रतिबंध
- 5 एसबीआई की व्हाट्सएप बैंकिंग सेवा
- 6 मेटावर्स वर्चुअल लाउंज-यूनी-वर्स
- 7 फ़ेडरल बैंक पर जुर्माना
- 8 पीएनबी रक्षक प्लस
- 9 नेशनल स्टॉक एक्सचेंज
- 10 वन लाइनर समसामयिकी
- 11 2022-23 के लिए भारत के विकास का अनुमान 7.4%
- 12 शहरी सहकारी बैंक
- 13 तीन बैंकों को विदेशी खरीद की अनुमति
- 14 डिजीवाणी कॉल सेंटर
- 15 राष्ट्रीय कृषि बाजार
- 16 स्वनिधि महोत्सव
- 17 स्टार्टअप स्कूल इंडिया
- 18 अल्ट्रा मेगा रिन्यूएबल एनर्जी पावर पार्क
- 19 स्मार्ट परिसर
- 20 ग्रैंड हैकथॉन
- 21 भारत के विदेशी ऋण में वृद्धि
- 22 व्यवसाय सुधार कार्य योजना 2020
- 23 क्रिसिल का जीडीपी विकास अनुमान
- 24 वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट
- 25 8 प्रमुख उद्योगों का संयुक्त सूचकांक
- 26 भारत के वस्तुगत निर्यात में वृद्धि
- 27 जीएसटी दरों में परिवर्तन
- 28 कागज आयात निगरानी प्रणाली
- 29 खुदरा मुद्रास्फ़ीति में कमी