क्रिसिल का जीडीपी विकास अनुमान
1 जुलाई, 2022 को घरेलू रेटिंग एजेंसी ‘क्रिसिल’ (Crisil) ने वित्त वर्ष 2023 के लिए भारत के लिए अपने वास्तविक जीडीपी विकास अनुमान को 7.8% से संशोधित करके 7.3% कर दिया।
महत्वपूर्ण तथ्यः वास्तविक जीडीपी विकास अनुमान को कम करने का प्रमुख कारण तेल की ऊंची कीमतें, वैश्विक विकास अनुमान कम होने से निर्यात पर दबाव एवं निर्यात मांग में कमी और उच्च मुद्रास्फीति है।
- मुद्रास्फीति, जो वित्त वर्ष 2023 में औसतन 6.8% पर आंकी गई है, जबकि वित्त वर्ष 2022 में यह 5.5% थी।
- वित्त वर्ष 2022 में चालू खाता घाटा सकल घरेलू उत्पाद के 1.2% से बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 3% होने का अनुमान है।
- भारतीय रिजर्व बैंक ने 2022-23 के वित्तीय वर्ष के लिए अपनी वास्तविक जीडीपी वृद्धि को 7.2% पर बरकरार रखा था।
आर्थिक परिदृश्य
- 1 वन लाइनर समसामयिकी
- 2 पे ऐज यू ड्राइव
- 3 पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड
- 4 4 सहकारी बैंकों पर प्रतिबंध
- 5 एसबीआई की व्हाट्सएप बैंकिंग सेवा
- 6 मेटावर्स वर्चुअल लाउंज-यूनी-वर्स
- 7 फ़ेडरल बैंक पर जुर्माना
- 8 पीएनबी रक्षक प्लस
- 9 नेशनल स्टॉक एक्सचेंज
- 10 वन लाइनर समसामयिकी
- 11 2022-23 के लिए भारत के विकास का अनुमान 7.4%
- 12 शहरी सहकारी बैंक
- 13 रक्षा निर्यात में वृद्धि
- 14 तीन बैंकों को विदेशी खरीद की अनुमति
- 15 डिजीवाणी कॉल सेंटर
- 16 राष्ट्रीय कृषि बाजार
- 17 स्वनिधि महोत्सव
- 18 स्टार्टअप स्कूल इंडिया
- 19 अल्ट्रा मेगा रिन्यूएबल एनर्जी पावर पार्क
- 20 स्मार्ट परिसर
- 21 ग्रैंड हैकथॉन
- 22 भारत के विदेशी ऋण में वृद्धि
- 23 व्यवसाय सुधार कार्य योजना 2020
- 24 वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट
- 25 8 प्रमुख उद्योगों का संयुक्त सूचकांक
- 26 भारत के वस्तुगत निर्यात में वृद्धि
- 27 जीएसटी दरों में परिवर्तन
- 28 कागज आयात निगरानी प्रणाली
- 29 खुदरा मुद्रास्फ़ीति में कमी