प्राचीन भारत
Question : लगभग 750 ई. तक भारत में हुए वैज्ञानिक एवं तकनीकी विकासक्रम का निरूपण कीजिये।
(1994)
Question : आपको दिये गये मानचित्र पर निम्नलिखित स्थानों को अंकित कीजिये और उन पर ही संक्षिप्त टिप्पणियां लिखियेः 1. अखनूर, 2. अरिकमेडु, 3. बराबर, 4. बाघ, 5. भूमा, 6. बोधगया, 7. भगतराव, 8. चन्द्रकेतुगढ़, 9. धाम्नेर, 10. एलीफैंटा, 11. एरण, 12. गोप, 13. ग्यासपुर, 14. हड़प्पा 15. हरवान, 16. कार्ले, 17. मोहनजोदड़ो, 18. मार्तंड, 19. मास्की, 20. महेन्द्रगिरि, 21. मुखलिंगम, 22. नचना, 23. पिपरहवा, 24. राजिम, 25. संघोल, 26. शिशुपालगढ़, 27. सिरपुर, 28. सोंख, 29. सुतकागेन्डोर, 30. तिगवा
Question : सैन्धव सभ्यता की शवाधान रीतियां।
(1993)
Question : भू-प्रदेश के वैदिक देव।
Question : मौर्य स्तम्भों और अखमानी लाटों में समानतायें और अंतर।
Question : मौर्य साम्राज्य की सीमाओं के निर्धारण के लिये अशोक के तेरहवें शिलालेख के महत्व का परीक्षण कीजिये। क्या अशोक की नीतियों और सुधारों ने साम्राज्य के पतन में योगदान दिया?
Question : मौर्योत्तर काल में संस्कृत में लिखी बौद्ध रचनायें।
Question : कलिंग के खारवेल के सैनिक क्रियाकलापों की विवेचना कीजिये। क्या आप यह सोचते हैं कि उसका राज्यकाल केवल सैनिक अभियानों के लिए ही महत्वपूर्ण है?
Question : निम्नलिखित स्थानों में से किन्ही पंद्रह स्थानों को आपको दिए गए नक्शे पर चिन्हित कीजिए और चिन्हित किए गए स्थानों पर ही संक्षिप्त वर्णनात्मक टिप्पणियां भी लिखिएः
(2007)
Question : "शिलालेखों एवं सिक्कों की सहायता के बिना पूर्वकालीन भारतीय इतिहास का पुनर्निर्माण मुश्किल से ही संभव है।" चर्चा कीजिए।
Question : प्रथम शताब्दी ई. से पूर्व बौद्ध धर्म के उत्थान और प्रसार के बारे में जो कुछ आप जानते हैं, वह लिखिए।
Question : गुप्त काल में आम आदमी की दशा पर प्रकाश डालिए।
Question : निम्नलिखित स्थानों में से किन्हीं पंद्रह स्थानों के, आपको दिए गए नक्शे पर चिह्न लगाइए और अपने नक्शे पर जिन स्थानों के चिह्न लगाए हैं, उन्हीं के बारे में वर्णनात्मक टिप्पणियां लिखिएः
(2006)
Question : प्रारंभिक भारतीय इतिहास के अध्ययन के बदलते हुए उपागमों पर चर्चा कीजिए।
Question : समुद्रगुप्त के अधीन गुप्त साम्राज्य के विस्तार का वर्णन कीजिए।
Question : प्राचीनकाल के दौरान वास्तुकला के विकास में प्रमुख चरणों पर चर्चा कीजिए।
Question : ईसा पूर्व चौथी शताब्दी से छठीं शताब्दी ईस्वी तक भारत में महिलाओं की परिस्थिति का आकलन कीजिए।
(2005)
Question : मौर्य साम्राज्य के विस्तार का निर्धारण कीजिए।
Question : गुप्त वंश की प्रशासनिक प्रणाली के प्रमुख अभिलक्षण क्या हैं?
Question : परवर्ती वैदिक लोगों के सामाजिक जीवन का वर्णन कीजिए। यह जीवन ऋग्वैदिक जीवन से किन बातों में भिन्न था?
(2004)
Question : बौद्धमत के सामाजिक पक्षों को स्पष्ट कीजिए और भारत में उसकी अवनति के कारण बताइये।
Question : 2000 से 500 ई.पू. भारत में बसावत, अर्थव्यवस्था, सामाजिक संगठन और धर्म के प्रतिरूप का पुरातत्वीय साक्ष्यों के आधार पर आकलन कीजिए।
(2003)
Question : ‘ई.पू.छठी शताब्दी भारत में धार्मिक एवं आर्थिक अशांति की अवधि थी’ टिप्पणी कीजिए।
Question : भारत की राजनीतिक, धार्मिक, सामाजिक और आर्थिक दशाओं के बारे में फाहयान द्वारा प्रदान की गयी जानकारी का परीक्षण कीजिए। उसके द्वारा दिये गये विवरण का हवेनसांग द्वारा दिये गये विवरण के साथ तुलनात्मक अध्ययन कीजिए।
Question : मौर्य राज्य की प्रकृति का परीक्षण कीजिये। उसकी प्रशासनिक व्यवस्था की विशेषताओं को स्पष्ट कीजिये।
(2002)
Question : प्राचीन भारतीयों की विभिन्न हस्त शिल्पों, विज्ञान एवं गणित में निपुणता का परीक्षण कीजिये।
Question : इस प्रश्न-पत्र के साथ दिए जा रहे मानचित्र में, निम्नलिखित स्थानों में से किन्हीं पंद्रह पर निशान लगाइए तथा मानचित्र में अंकित स्थानों पर संक्षिप्त वर्णनात्मक टिप्पणियां लिखिएः
1. अजन्ताः 2. बोधगयाः 3. धौलावीराः 4. द्वारकाः 5. गिरनारः 6. हस्तिनापुरः 7. कांचीपुरमः 8. कौशाम्बीः 9. मदुरैःकदंबन 10. मालखेड़ः 11. मोहनजोदड़ोः 12. नालंदाः 13. पुरुषपुरः 14. रोपड़ः 15. सांचीः 16. श्रवणबेलगोलाः 17. श्रावस्तीः 18. तंजोरः 19. थोनश्वरः 20. वाराणसीः
Question : अशोक महान के समय तक मगध के साम्राज्यवाद की सफलता के कारणों का विश्लेषण कीजिये।
(2001)
Question : इस प्रश्न-पत्र के साथ दिये जा रहे मानचित्र में, निम्नलिखित स्थानों में से किन्हीं पन्द्रह पर निशान लगाइये और मानचित्र में अंकित स्थानों पर वर्णनात्मक टिप्पणियां लिखिएः-
1. अजमेर, 2. अहमदनगर, 3. इलाहाबाद, 4. बादामी, 5. भुवनेश्वर, 6. चित्रकूट, 7. चित्तौड, 8. चंडीगढ़, 9. देहरादून, 10. धारा, 11. एलिफैन्टा, 12. एलोरा, 13. गुवाहाटी, 14. हैदराबाद, 15. हड़प्पा, 16. इन्द्रप्रस्थ, 17. जगन्नाथपुरी, 18. कल्याण, 19. कावेरीपट्टनम, 20. लोथल।
Question : सिंधु घाटी सभ्यता की मूलभूत विशेषताओं का वर्णन कीजिये। महत्वपूर्ण स्थानों के नाम बताइये, जहां से इस सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए हैं। सभ्यता के नष्ट होने के कारणों का परीक्षण कीजिये।
(1999)
Question : मौर्यवंश के इतिहास जानने के साधनों का उल्लेख कीजिए। अशोक के शिलालेखों का ऐतिहासिक साधन के रूप में उनके महत्व का परीक्षण कीजिये।
Question : फ्हर्षवर्धन स्वयं महान था, परंतु उसे बाण एवं ह्नेनसांग ने महत्तर बना दिया।य् इस कथन की विवेचना कीजिए।
Question : दिये मानचित्र में निम्नलिखित स्थानों पर निशान लगाइए और मानचित्र में अंकित स्थानों पर संक्षिप्त विवरणात्मक टिप्पणियां लिखिये:
1. ऐहोल, 2. अमरावती, 3. बेसनगर,4. भगवानपुर, 5. भरुकच्छ, 6. धौलावीरा, 7. दैमाबाद, 8. गिरिनगर, 9. इनामगांव, 10. कलिंगनगर, 11. कन्हेरी, 12. कार्ले, 13. कौशाम्बी, 14. कयथा, 15.किली-गुल-मुहम्मद, 16. कोटदिजी, 17. कुशीनगर, 18. मामल्लपुरम्, 19. मास्की, 20. मेहरगढ़, 21. प्रयाग, 22. पुष्कलावती, 23. सारनाथ, 24. सुर्पारक, 25. श्रुघ्न, 26. टेक्कलकोट्टा, 27. टोपरा, 28. उज्जयिनी, 29. उरैयर, 30. वल्लभी।
(1998)
Question : सांची के महान स्तूप की स्थापत्यात्मक एवं कलात्मक विशेषतायें।
(1997)
Question : गुप्तकाल के दौरान दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में भारतीय संस्कृति का विस्तार किस प्रकार हुआ?
Question : प्रशासन और कला के क्षेत्र में पल्लवों की उपलब्धियों का मूल्यांकन कीजिये।
Question : ‘नालंदा का महाविहार’ पर 200 शब्दों की सीमा में निबंध लिखिये?
Question : सिन्धु सभ्यता का धर्म
(1996)
Question : मौर्य-पूर्व काल (600-325 ई.पू.) में भारत की सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियां।
Question : गुप्त साम्राज्य के उत्थान और पतन के कारक
Question : हूणों के साथ स्कंदगुप्त का युद्ध
Question : जिन घटनाओं का भारत के इतिहास पर अपूर्व प्रभाव पड़ा, उनमें 647 ई. में हुई हर्ष की मृत्यु का स्थान महत्वपूर्ण है, क्यों? स्पष्ट कीजिये।
Question : आरंभिक जैनधर्म का सार।
(1995)
Question : लगभग ई.पू. 2000 एवं ई.पू. 500 के बीच भारतीय उप-महाद्वीप में प्राप्य प्रमुख पुरातात्चिक संस्कृतियों की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिये।
Question : फ्लगभग ई.पू. 200 एवं लगभग 300 ई. के बीच की शताब्दियां भारत के सामाजिक एवं धार्मिक इतिहास का महत्वपूर्ण भू-चिह्न हैं।य् इस प्रस्ताव का विश्लेषण कीजिये।
मध्यकालीन भारत
Question : अभिलेखों तथा यूरोपीय यात्रियों के वृत्तान्तों से विजयनगर की प्रशासनिक संरचना के पूर्वांगों एवं दाय पर क्या प्रकाश पड़ता है?
Question : इतिहासकार के रूप में जियाउद्दीन बरनी।
Question : "औरंगजेब अत्यधिक बदनाम बादशाह है।" इस प्रस्ताव के पक्ष एवं विपक्ष में तर्क प्रस्तुत कीजिये।
Question : मुगल सम्राट एवं ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी।
Question : जहांगीर एवं अकबर कालीन कथात्मक चित्र
Question : महाराष्ट्र धर्म का अर्थ एवं विशेषताएं
Question : सिंधु घाटी सभ्यता के दौरान व्यापार के ढांचे का विवेचन कीजिये। उसने भारतीय उपमहाद्वीप में तत्कालीन बस्तियों के स्वरूप को कहां तक प्रभावित किया?
Question : क्या आप इस विचार से सहमत हैं कि लगभग 750 एवं 1200 ई. के बीच दक्षिण भारतीय मंदिरों के स्थापत्य का रूप विधान एवं वर्ण्य विषय विशिष्ट आर्थिक एवं राजनीतिक पृष्ठभूमि की उपज थी?
Question : अलाउद्दीन खिलजी के प्रशासनिक सुधारों के महत्व का परीक्षण कीजिये। क्या वह इन उपायों को लागू करने में सफल हुआ था?
Question : मनसबदारी व्यवस्था के गुण और दोषों का विश्लेषण कीजिये। अकबर के उत्तराधिकारियों के अधीन यह किस प्रकार चला?
Question : हिन्द महासागर पर पुर्तगाली नियंत्रण और इसका प्रभाव।
Question : पूर्वकालीन वैदिक और उत्तरकालीन वैदिक संस्कृतियों के बीच परिवर्तन और सातत्य के तत्त्वों को स्पष्ट कीजिये।
Question : चोल साम्राज्य के विकास के लिए राजराजा प्रथम और राजेन्द्र प्रथम के योगदान की विवेचना कीजिये। चोलों के नौसेनिक अभियानों के कारणों और प्रभावों का विश्लेषण कीजिये।
Question : दर्शाइए की भारत में प्रशासनिक तंत्र चोल काल के दौरान एक अत्यंत उच्च स्तर पर पहुंच गया था।
Question : बहमनी राज्य।
Question : “हिन्दू और मूसलमान रहस्यवादियों के धार्मिक सिद्धान्त इतने अधिक समान थे कि दोनों धमों के अनुयायियों की समत्वयी गतियों के लिए भूमि परिपक्व थी।” इस बात को स्पष्ट कीजिए।
Question : मुगल चित्रकला
Question : “अकबर ने राजपूतों का समर्थन प्राप्त करने के द्वारा मुगल साम्राज्य का निर्माण किया था, औरंगजेब ने राजपूतों को अपने से अलग करने के द्वारा उसी को ध्वस्त कर दिया था।” समालोचनात्मक रूप से चर्चा कीजिए।
Question : मराठा
चौथ और सरदेशमुखी
Question : तुर्क-अफगान काल के दौरान दिल्ली सल्तनत के अधीन प्रशासनिक तंत्र के प्रमुख अभिलक्षणों पर प्रकाश डालिए।
Question : खिलजी क्रांति
Question : उत्तरी भारत में सूफीवाद
Question : दारा शिकोह
Question : अकबर की धार्मिक सहिष्णुता
Question : मुगलकाल में साहित्य के विकास पर संक्षिप्त निबन्ध लिखिए।
Question : 16वीं और 17वीं शताब्दियों के दौरान भारत में यूरोपीय व्यापार के प्रारंभ एवं विकास के लिए उत्तरदायी कारकों का परीक्षण कीजिए।
Question : सामंत प्रणाली
Question : चैतन्यदेव और वैष्णववाद
Question : ‘हिंदू एवं मुसलमान रहस्यवादियों के धार्मिक सिद्धांत इतने अधिक समान थे कि दोनों धर्मों के अनुयायियों के बीच सहक्रियात्मक आवाजाही के लिए भूमि तैयार हो चुकी थी।’ इसको सुस्पष्ट कीजिए।
Question : मुगल काल के दौरान शहरी विकास पर अपना मत प्रस्तुत कीजिए।
Question : भारत के इतिहास में अठारहवीं शताब्दी का आप किस प्रकार से लक्षण-वर्णन करना चाहेंगे?
Question : वातापी के चालुक्यों के उत्थान तथा उनके अन्य शासकों से संघर्ष का विवरण दीजिए। उनके द्वारा कलाओं के संरक्षण पर एक टिप्पणी लिखिए।
Question : ‘चालीस अमीरों का दल’ तथा उसके सुल्तानों से संबंध।
Question : मुहम्मद तुगलक द्वारा स्थापित सांकेतिक मुद्रा प्रणाली।
Question : कबीर तथा नानक के योगदान पर बल देते हुए भक्ति आंदोलन के निर्गुण संप्रदाय के विकास की विवेचना कीजिए।
Question : क्या दीन-ए-इलाही ‘अकबर की मूर्खता का स्मारक’ था?
Question : औरंगजेब की राजपूत तथा धार्मिक नीतियां उसके पूर्वजों की नीतियों से किस प्रकार भिन्न थीं? उसके द्वारा किये गये परिवर्तनों के क्या परिणाम हुए?
Question : मराठा शासकों के द्वारा चौथ तथा सरदेश मुखी की वसूली की व्यवस्था।
Question : कहा जाता है कि चोल राजाओं ने एक शक्तिशाली तथा सुसंगठित प्रशासन की स्थापना की, जिसमें स्थानीय स्तर पर स्वशासन का तत्व विद्यमान था। क्या आप सहमत हैं? कारण सहित उत्तर दीजिए।
Question : इतिहास कार के रूप में कल्हण
Question : अलबरुनी के लेखनों के प्रकाश में भारतीय विज्ञान एवं सभ्यता पर एक समालोचनात्मक निबंध लिखिए। उसके विवरण से आप कौन से गुण-अवगुण और त्रुटियां पाते हैं?
Question : मुहम्मद तुगलक के प्रयोग
Question : सूफी आंदोलन
Question : कबीर और नानक ने भारतीय समाज और संस्कृति पर क्या प्रभाव छोड़ा था?
Question : बलबन के राजत्व की संकल्पना की विवेचना कीजिये। अलाउद्दीन खिलजी ने उसमें क्या परिवर्तन किए थे?
Question : भक्ति आंदोलन का उद्गम
Question : ऐतिहासिक ड्डोत के रूप में बाबरनामा
Question : अकबर के धार्मिक विचारों के विकास की रूपरेखा दीजिये। उसकी सुलहे कुल की नीति पर एक टिप्पणी लिखिये।
Question : अकबर के शासनकाल की स्थापत्य कला की प्रमुख विशेषताओं को समझाइए। शाहजहां ने उनमें क्या परिवर्तन किए?
Question : मनसबदारी व्यवस्था
Question : पानीपत के तृतीय युद्ध के परिणाम
Question : हड़प्पा संस्कृति में नगर सभ्यता के तत्वों का विश्लेषण कीजिये। उसके पतन के लिए उत्तरदायी कारक क्या थे?
Question : शंकराचार्य का वेदान्त
Question : ‘तुर्क, अफगान एवं मुगलों द्वारा राजपूतों की पराजय का एकमात्र कारण निम्नकोटि की अश्वारोही सेना ही नहीं थी।’ विवेचना कीजिये।
Question : समसामयिक अर्थ-व्यवस्था एवं समाज पर अलाउद्दीन खिलजी के बाजार सुधारों के प्रभाव का मूल्यांकन कीजिये।
Question : क्षेत्रीय भाषाओं एवं जन-सामान्य के लिए जीवन एवं चिंतन पर सूफी एवं भक्ति आन्दोलनों के प्रभाव की समीक्षा कीजिये।
Question : शाहजहां के काल में मुगल स्थापत्य का चरमोत्कर्ष
Question : सवाई जयसिंह ज्योतिषाचार्य।
Question : क्या मराठे भौगोलिक-राजनीतिक सीमाओं के कारण भारत की सार्वभौम शक्ति बनने में असमर्थ रहे?
Question : क्या राष्ट्रकूट, गुर्जर-प्रतिहार, पाल त्रिकोणात्मक संघर्ष ने उत्तर भारत में राजनैतिक शून्य उत्पन्न करके महमूद गजनवी के आक्रमणों का मार्ग प्रशस्त कर दिया था?
Question : राष्ट्रकूटों का कला एवं संस्कृति के लिए योगदान की विवेचना कीजिये।
Question : अलाउद्दीन खिलजी एक अनोखा साम्राज्यवादी था।
Question : शेरशाह के व्यक्तित्व में शेर और लोमड़ी के स्वाभाव का सम्मिश्रण था।
Question : राणा प्रताप की देशभक्ति ही उनका एकमात्र अपराध था।
Question : स्पेन के फोड़े ने नेपोलियन बोनापार्ट को बर्बाद कर दिया, दक्षिण की समस्या ने औरंगजेब को बर्बाद किया था।
Question : भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति पर इस्लाम के प्रभाव का उल्लेख कीजिये।
Question : शिवाजी के उत्कर्ष के लिए उत्तरदायी परिस्थितियों की समीक्षा कीजिये। शिवाजी की देन पर भी प्रकाश डालिये।
Question : आपको दिये गये मानचित्र में निम्नलिखित में से किन्हीं 15 स्थानों पर निशान लगाइये एवं अंकित स्थानों पर संक्षिप्त टिप्पणियां लिखियेः
1. अंबक, 2. कान्यकुब्ज, 3. किष्किंधा, 4. कुंडलवन, 5. खजुराहो, 6. गिहलोट, 7. गोकुल, 8. चिदम्बरम, 9. जहाजपुर, 10. जैसलमेर, 11. तक्षशिला, 12. द्वारका, 13. जलालाबाद, 14. नालंदा, 15. पंचवटी, 16. पाटलिपुत्र, 17. फतेहपुर सीकरी, 18. बद्रीनाथ,19. बहमनाबाद, 20. बालब्रह्मेश्वर, 21. बीजापुर, 22. बुरहानपुर, 23. बैराठ, 24. भद्रावती, 25. भीतरगांव, 26. वारंगल, 27. विलासपुर, 28. शत्रुंजय, 29. श्रीपुर, 30. कारगिल
Question : ‘अलबरुनी का भारत’ पर एक लेख लिखिये, जो 200 शब्दों से अधिक न हो।
Question : सल्तनत काल की भूमि-राजस्व व्यवस्था पर प्रकाश डालिये?
Question : मुगलकालीन कला एवं स्थापत्य के विकास का निरूपण कीजिये तथा इनमें मिश्रित हिन्दू-तत्त्वों का निर्देश कीजिये।
Question : पानीपत का तृतीय युद्ध
Question : राजपूतों की सामाजिक संरचना
Question : चोलों की उपलब्धियों का आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिये?
Question : अलाउद्दीन खिलजी के साम्राज्यवादी शासन के अंतर्गत प्रशासनिकऔरआर्थिक विनिमयों का भारतीय राज्य एवं जनता पर क्या प्रभाव पड़ा?
Question : अकबर की उदारता की नीति का सोदाहरण प्रतिपादन कीजिये।
Question : "अपने उत्तरवर्ती युगों तक, सिंधु सभ्यता की अविच्छिÂ व्याप्ति मात्र धार्मिक एवं आध्यात्मिक क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं थी।य् इस वक्तव्य का विश्लेषण कीजिये।
Question : दिये गये मानचित्र में निम्नलिखित स्थानों पर निशान लगाइए और मानचित्र में अंकित स्थानों पर संक्षिप्त टिप्पणियां लिखियेः
1. अमरकोट, 2. असीरगढ़, 3. औरंगाबाद, 4. बेलूर, 5. बुरहानपुर, 6. चंदेरी 7. चंद्रनगर, 8. गोलकुंडा, 9. हांसी, 10. जंजीरा, 11. जौनपुर, 12. जूनागढ़, 13. कांची, 14. कंधार, 15. कन्नौज, 16. कड़ा, 17. कावेरीपत्तनम, 18. कोणार्क, 19. मुल्तान, 20. मुर्शिदाबाद, 21. नागपुर , 22. नासिक, 23. पुरी, 24. राजामुंदरी, 25. रत्नागिरी, 26. सतारा, 27. तालीकोटा, 28. तिरुचिरापल्ली, 29. वातापी, 30. वेंगी।
Question : फ्विंध्याचल के दक्षिण पर प्रभुत्व प्राप्त कर लेने भर से ही राष्ट्रकूटों की महत्त्वाकांक्षाओं का परितोष नहीं हुआ, उनकी इच्छा तो गंगा के मैदानी क्षेत्रों पर भी प्रभुत्व प्राप्त करने की थी।" इस कथन का अभिप्राय स्पष्ट करते हुए टिप्पणी कीजिये।
Question : हर्ष की मृत्यु से लेकर उत्तर भारत की मुस्लिम विजय तक की अवधि के उत्तर भारत और मध्य भारत के समाज का विवरण दीजिए।
Question : गयासुद्दीन बलबन का मूल्यांकन कीजिये।
Question : "प्राचीन भारत के लोगों की इतिहास लेखन में कोई रुचि नहीं थी। उस समय के विद्वानों ने धर्म, अध्यात्म और दर्शन के अध्ययन की ही अधिक चिन्ता की। भारतीय इतिहास लेखन वस्तुतः इस्लामी शासन की देन है।" भारतीय इतिहास में मध्यकाल के इतिहास के पुनर्निर्माण में सहायक होने वाले तत्कालीन लेखकों और उनकी रचनाओं का विशेष उल्लेख करते हुए इस कथन की समीक्षा कीजिये।
Question : शिवाजी के उदय को मराठा इतिहास की एक अलग घटना नहीं माना जा सकता। वह घटना शिवाजी के व्यक्तिगत साहस और शौर्य का जितना परिणाम थी, उतना ही दक्कन की भौगोलिक स्थिति और उन एकीकरण के कारक धार्मिक प्रभावों का भी परिणाम थी जो पन्द्रहवीं और सोलहवीं शताब्दी की जनता में नई आशाओं और आकांक्षाओं का संचार कर रहे थे। स्पष्ट कीजिये।
Question : निम्न ऐतिहासिक स्थलों को मानचित्र पर अंकित कीजिये तथा उन पर संक्षिप्त टिप्पणी भी लिखिये
1. अजमेर, 2. अटक, 3. बनारस, 4. भटनेर, 5. चंपानेर, 6. कच्छ, 7. दौलताबाद, 8. दिल्ली, 9. देवगिरि, 10. दीव, 11. एलिचपुर, 12. एलोरा, 13. गजनी, 14. गोर, 15. ग्वालियर, 16. हम्पी, 17. हिसार, 18. जोधपुर, 19. काबुल, 20. कटनी, 21. खैबर का दर्रा, 22. लाहौर, 23. पेशावर, 24. रामेश्वरम, 25. रणथम्भौर, 26. सियालकोट, 27. थानेश्वर, 28. थट्टा, 29. उत्तर मेरुर, 30. वारंगल
Question : दक्षिण भारत के इतिहास में चोलों के महत्व का मूल्यांकन कीजिये।
Question : ‘बलबन के राजत्व सिद्धांत’ पर 200 शब्दों में एक लेख लिखिये।
Question : क्या आप इस विचार से सहमत हैं कि भारत में तुर्कों एवं मुगलों के आगमन ने उत्पादन साधनों में अनेक परिवर्तनों का सूत्रपात किया? अपने उत्तर के समर्थन में कारण प्रस्तुत कीजिये।
Question : अलाउद्दीन खिलजी एवं शेरशाह सूरी द्वारा किये गये कृषि संबंधी सुधारों की तुलनात्मक पुनरीक्षा कीजिये।
Question : ‘मध्य युग में क्षेत्रीय भाषाओं एवं साहित्य के विकास’ पर टिप्पणी कीजिये। यह टिप्पणी लगभग 200 शब्दों में होनी चाहिए।
Question : अकबर से औरंगजेब काल पर्यन्त कुलीन वर्ग की संरचना में हुए परिवर्तन
Question : दिये गये मानचित्र पर निम्नलिखित स्थानों को अंकित कीजिये और केवल अंकित स्थानों में से ही प्रत्येक पर लगभग 50 शब्दों में संक्षिप्त टिप्पणी लिखियेः
1. अहमदनगर, 2. अन्हिलवाड़ा, 3. बाद्गारा, 4. बालासोर, 5. बयाना 6. बीदर, 7. चिंसुरा 8. चित्तौड़, 9. दमन, 10. धर्मत, 11. दीपालपुर, 12. गंगैकोण्डचोलपुरम, 13. गौर, 14. धारगांव, 15. कामतापुर, 16. कटेहर, 17. किशनगढ़, 18. लखनावती, 19. मदुरै, 20. माण्डू, 21. नवसारी, 22. ओरछा, 23. पण्ठरपुर, 24. पानीपत, 25. पाटण, 26. कमरनगर, 27. रायचूर, 28. सिरोही, 29. सोमनाथ, 30. तिरहुत।
Question : उत्तर भारत के भूमि अनुदान-पत्र (लगभग 750 से 1200 ई)
Question : भारत में अरबों के आगमन के ऐतिहासिक महत्व पर एक लघु लेख लिखिये। इसका उत्तर 200 शब्दों से अधिक नहीं होना चाहिए।
आधुनिक भारत
Question : उन्नीसवीं शताब्दी के प्रथम दो दशकों के दौरान अंग्रेजों ने किस प्रकार महाराष्ट्र में अपना नियन्त्रण स्थापित किया? मराठा चुनौती अंततः विफल क्यों हुई?
Question : ब्रिटिश राज का एक घोर नस्लवादी पक्ष था और वह अन्ततः औपनिवेशिक शोषण का ही पोषक बना।"
Question : भारत में बीसवीं शताब्दी के पूर्वार्द्ध के दौरान व्यावसायिक उद्यम के उद्भव एवं विकास की व्याख्या आप किस प्रकार कीजियेगा?
Question : अनेक दृष्टियों से विधवा पुनर्विवाह अधिनियम सती प्रथा की समाप्ति का तार्किक परिणाम था।"
Question : 1857 के विद्रोह के पश्चात् भारत में ब्रिटिश गतिविधियों के लगभग प्रत्येक क्षेत्र में सतर्कता एवं रूढि़वाद का नया दृष्टिकोण खोजा जा सकता है।"
Question : फ्कांग्रेस की शक्ति का गौरव-गान करना और लीग की शक्ति को नकारना अंधापन है।"
Question : गांधी ने जनान्दोलनों पर अंकुश लगाते हुए भी अपनी लोकप्रियता बनाये रखी। इस विरोधाभास की व्याख्या आप कैसे करेंगे?
Question : बसीन की सन्धि ने अपनी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष संक्रियाओं से कम्पनी को भारत का साम्राज्य दिलाया।"
Question : भारतीय राज्यों की ब्रिटिश इण्डिया के साथ ‘अधीन संघ’ की 1858 से 1905 तक की ब्रिटिश नीति की व्याख्या कीजिये। इस काल में भारत सरकार ने इस नीति का क्रियान्वयन किस प्रकार किया?
Question : ईस्ट इण्डिया कम्पनी के अधीन भारत में किस प्रकार के प्रशासनिक सुधार प्रस्तुत किये गये?
Question : बंगाल का स्थायी बन्दोबस्त, श्रेष्ठतम मन्तव्यों से प्रारम्भित होने पर भी, एक दुःखद भयंकर भूल का मामला था।"
Question : सामाजिक-धार्मिक सुधार आन्दोलनों ने उन्नीसवीं शताब्दी में स्त्रियों की मुक्ति में किस सीमा तक योगदान दिया?
Question : आजादी के लिए राष्ट्रीय राजनीतिक आन्दोलन, यथा असहयोग और सविनय अवज्ञा आन्दोलन और उनका नेतृत्व कृषकों पर बहुत अधिक निर्भर थे।"
Question : अतः माउण्टबेटन का कार्य लीग द्वारा मांगे और ब्रिटिश सरकार और कांग्रेस दोनों के द्वारा स्वीकृत विभाजन के लिये ब्यौरों का निर्धारण और उसका क्रियान्वयन करना मात्र था, और इसे करने के लिये नये वायसराय ने अधिकारपूर्वक आरम्भ किया।"
Question : भारत में अंग्रेजी भू-राजस्व नीति को रूप प्रदान करने वाले प्रमुख कारकों का परीक्षण कीजिए। उसका भारतीय समाज पर किस प्रकार का प्रभाव पड़ा था।
Question : “उन्नीसवीं शताब्दी में जिन बुराइयों ने भारतीय समाज को जंग लगा दिया था, संभवतः वे बुराइयां वो थीं, जिन्होंने उसके नारीत्व को अवरूद्ध कर दिया था।”
Question : “1857 का विद्रोह अंग्रेजों की उपस्थिति पर ही प्रश्न चिह्न लगाता हुआ प्रतीत होता था। उसने जो नहीं किया, वह था इन परिवर्तनों को उलट देना।”
Question : उन परिस्थितियों को स्पष्ट कीजिए जिनके परिणाम स्वरूप खिलाफत एवं असहयोग आन्दोलन के बीच संबंध हुआ था। कांग्रेस के लिए क्या यह राजनीतिक समझदारीपूर्ण कदम था?
Question : “1931 में कराची में कांग्रेस ने पारिभाषित किया कि आम जनता के लिए स्वराज का क्या अर्थ होगा।”
Question : ‘‘न तो सिकन्दर महान और न ही नैपोलियन, आधार के तौर पर पांडीचेरी से शुरू करके और एक ऐसी शक्ति के साथ उलझ कर, जो बंगाल और समुद्र की बागडोर संभाले हुए थी, भारत के साम्राज्य को जीत सकते थे’’।
Question : उन परिस्थितियों का परीक्षण कीजिए, जिनके फलस्वरूप तृतीय मैसूर युद्ध हुआ। क्या कार्नवालिस उसको टाल सकता था?
Question : आदिम हल और बैल-शक्ति के द्वारा चलाई जा रही कृषि और सरल उपकरणों के द्वारा चलाए जा रहे हस्तशिल्पों पर आधारित आत्मनिर्भर गांव ही ब्रिटिश-पूर्व भारतीय अर्थ-व्यवस्था का एक बुनियादी अभिलक्षण था।
Question : भारतीय कृषि के वाणिज्यीकरण से आप क्या समझते हैं? उसके परिणामों पर चर्चा कीजिए।
Question : ‘जब तक लाखों-लाखों लोग भूख और अज्ञान का जीवन जीते रहेंगे, मैं प्रत्येक व्यक्ति को देशद्रोही मानता हूं, जो उनकी बदौलत शिक्षा तो पा गया है लेकिन जो उनकी ओर तनिक भी ध्यान नहीं देता है’।
Question : कांग्रेस के बीच वाम स्कंध के उद्भव के कारण बताइए। उसने कांग्रेस के कार्यक्रम एवं नीति को किस सीमा तक प्रभावित किया था?
Question : “ किसी कवि व दार्शनिक द्वारा अपने देशवासियों के रूप को भाग्य देने में ऐसे चमत्कार कर देने का मानव-जाति के इतिहास में कोई अन्य उदाहरण नहीं है।” (मो॰ इकबाल के सन्दर्भ में)
Question : ‘मैने महसूस किया कि यदि हमने विभाजन को स्वीकार नहीं किया, तो भारत अनेक टुकड़ों में बंट जाएगा और पूरी तरह से नष्ट हो जाएगा’।
Question : “बड़े कौशल और श्रेष्ठ कूटनीति के साथ एवं अनुनय और दबाब दोनों का इस्तेमाल करते हुए सरदार वल्लभ भाई पटेल सैकड़ों देशी राज्यों को भारतीय संघ में विलयन करने में सफल हुए।” चर्चा कीजिए।
Question : कुल मिलाकर, तब मेरा यह निष्कर्ष है कि बेसीन की संधि विवेकपूर्ण, उचित एवं नीति सम्मत कार्रवाई थी।
Question : 1876 से 1921 तक ब्रिटिश सरकार की अकाल संबंधी नीति के क्रमिक विकास का वर्णन कीजिए। क्या इससे जनता को राहत मिली?
Question : ‘लोगों पर सरकार के प्रभाव का तत्वतः अर्थ था सरकार का गांव पर प्रभाव’।
Question : सहायक संधि प्रथा के मूलभूत सिद्धांतों का परीक्षण कीजिए। भारत में ब्रिटिश कंपनी की सर्वोच्च प्रभुत्व संपन्न सत्ता को स्थापित करने में इसका क्या योगदान था?
Question : ‘भारतीय जनता के राष्ट्रीय प्रजातंत्रत्मक जागरण ने धार्मिक क्षेत्र में भी अभिव्यक्ति प्राप्त की।’
Question : ‘इसका मूल स्वरूप जो कुछ भी रहा हो, यह (1857 का विद्रोह) शीघ्र ही भारत में ब्रिटिश शक्ति को चुनौती का प्रतीक बन गया।
Question : 1930-31 के सविनय अवज्ञा आंदोलन के आरंभ होने में सहायक तत्वों का विश्लेषण कीजिए। 1935 के भारत सरकार अधिनियम के द्वारा उसके उद्देश्यों की पूर्ति किन अंशों में हुई?
Question : प्लासी के युद्ध के बाद बंगाल में जिन कारणों से धन का पलायन हुआ, उनकी विवेचना कीजिए।
Question : सालबाई की संधि (1782) न तो अंग्रेजों के लिए सम्मानजनक थी और न ही उनके हितों की दृष्टि से लाभदायक।
Question : रेग्यूलेटिंग अधिनियम का उद्देश्य तो अपने आप में अच्छा था, परन्तु इसके द्वारा जो प्रणाली स्थापित की गई, वह त्रुटिपूर्ण थी।
Question : स्थायी बन्दोबस्त से अनेक आशाओं पर पानी फिर गया और उसके ऐसे परिणाम निकले जिनकी कोई संभावना नहीं थी।
Question : उन्नीसवीं सदी में भारतवर्ष के सामाजिक जीवन पर पड़ने वाले ब्रिटिश राज्य के प्रभाव की समीक्षा कीजिए।
Question : 1947 और 1964 के बीच तटस्थता (छवद-।सपहदउमदज) की भारतीय विदेश नीति का विश्लेषण कीजिए।
Question : अंग्रेजों की प्रारंभिक भूमि नीति का उत्तरी भारत के ‘ग्रामीण समुदायों’ पर क्या प्रभाव पड़ा था?
Question : ‘दूरवासी जमींदारी प्रथा बंगाल के स्थायी भूमि बंदोबस्त का एक परिणामी अभिलक्षण थी।’
Question : ‘उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में बार-बार होने वाले दुर्भिक्षों के परिणामस्वरूप भारत को व्यथा एवं मृत्यु का सामना करना पड़ा था।’
Question : उन कारकों को अनुरेखित कीजिए, जिनके कारण भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में 1907 में फूट पड़ गयी थी। इस बात का राष्ट्रीय आंदोलन की दिशा पर क्या प्रभाव पड़ा था?
Question : 1905 से 1931 तक भारत में क्रांतिकारी आंदोलन के उदय और प्रगति के कारणों का परीक्षण कीजिए।
Question : ‘1942 की ग्रीष्म ऋतु में, गांधी की विचित्र एवं अद्वितीय रूप से आक्रमक मनःस्थिति में थे।’
Question : रबींद्रनाथ टैगोर की राष्ट्रीयता एक उदार अंतर्राष्ट्रीयता पर आधारित थी।
Question : ‘प्लासी के निर्णय को अंग्रेजों द्वारा प्राप्त बक्सर की विजय ने पुष्ट कर दिया।’
Question : ‘ब्रिटिश साम्राज्य का उदय और प्रसार एक संयोग था न कि किसी सुनिश्चित नीति या मंसूबे का परिणाम।’ इस कथन का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए।
Question : ‘उन्नीसवीं सदी में बारम्बार पड़ने वाले दुर्भिक्ष ब्रिटिश नीति का अपरिहार्य परिणाम थे और वे ब्रिटिश प्रशासन की कृषक-वर्ग के प्रति पितृवत् चिन्ता की वास्तविक प्रकृति की पोल खोलते हैं।’ इस कथन का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये।
Question : कांग्रेस समाजवादी पार्टी के नेतृत्व की प्रकृति और कार्यक्रम का विवेचन कीजिए?
Question : ‘भारत ने पश्चिमी हथौड़ों से ही अंग्रेजों की दासता के बन्धन तोड़ डाले।’
Question : ‘गांधी ने जन-आन्दोलनों पर अंकुश लगाया फिर भी जनता में अपनी लोकप्रियता बनाए रखी।’
Question : ‘सुभाष चन्द्र बोस की विचारधारा राष्ट्रवाद, फासीवाद तथा साम्यवाद का मिश्रण थी।’
Question : दक्षिण भारत में शुरू की गयी ‘रैयतवारी प्रणाली’ के मुख्य बिंदुओं पर चर्चा कीजिए। क्या इस प्रणाली से किसानों की जरूरतें पूरी हुईं?
Question : ‘ब्रिटिश उद्योग नीति ने उन्नीसवीं शताब्दी में भारतीय हस्तकरघा उद्योग को विनष्ट कर दिया।’
Question : ‘डलहौजी ने भारत के मानचित्र को तेजी और संपूर्णता के साथ बदल डाला। उसके इस अभियान की तुलना किसी के साथ नहीं की जा सकती।’
Question : ‘आदिवासी और किसान आंदोलनों ने 1857 के विद्रोह की आधारशिला रखी।’
Question : उन आर्थिक और सामाजिक कारणों का परीक्षण कीजिए जिनसे 19वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में भारतीय राष्ट्रवाद को बढ़ावा मिला।
Question : ‘भारत छोड़ो आंदोलन ब्रिटिश शासन के विरुद्ध जनता द्वारा छेड़ा गया स्वतःस्फूर्त आंदोलन था।’
Question : जवाहर लाल नेहरू गुटनिरपेक्षता की भारतीय नीति के वास्तुकार थे। इस उद्धरण के आलोक में, 1947 से 1964 के बीच भारत की दोनों महाशक्तियों से संबंधों की विवेचना कीजिए।
Question : 1757 के बाद एक बंगाल राज्य उभर कर आया जो कि एक ‘प्रायोजित राज्य’ भी था और ‘लुटा हुआ राज्य’ भी।
Question : लॉर्ड विलियम बैंटिक के आगमन के साथ ब्रिटिश भारतीय राज्य ने ‘परिवर्तन की बयार’ को अनुभव किया।
Question : 1813 के बाद से ईसाई मिशनरी का प्रचार ‘प्रायः संवेदनाहीन और आहत करने वाला’ हो गया।
Question : भारतीय मध्यम वर्ग का दृढ़ विश्वास था कि फ्ब्रिटेन ने भारत पर एक उपनिवेशवादी अर्थव्यवस्था थोप दी, जिसने देश को कंगाल बना दिया"।
Question : क्या आप मानते हैं कि 1857 का विद्रोह राष्ट्रीय प्रकृति का था? यदि नहीं, तो उसका स्वरूप क्या था?
Question : इंडियन मुस्लिम लीग के उद्भव और विकास का वर्णन कीजिए।
Question : फ्गांधी की रहस्यात्मकता में मौलिक विचारों का, दांवपेंचों की सहज प्रवृत्ति और लोक चेतना में अनोखी पैठ के साथ अनोखा मेल शामिल है।" व्याख्या कीजिए।
Question : अंग्रेजों ने ‘‘पहला मराठा युद्ध उस समय लड़ा, जब उनकी दशा सबसे खराब थी।’’
Question : अठारहवीं सदी में अंग्रेजों ने किस प्रकार बंगाल को जीता? वे कौन-सी परिस्थितियां थीं जिन्होंने उनकी सहायता की?
Question : आर्यसमाज कोई प्रमुख रूप से आधुनिक भारत को प्रभावित करने में सफल नहीं हुआ।"
Question : पूर्वी भारत में 1817 से 1857 तक जनजातीय विद्रोहों की संक्षेप में विवेचना कीजिये। क्या वे जमींदारी और उपनिवेशवाद के विरुद्ध निर्दिष्ट थे?
Question : 1857 के विद्रोह के स्वरूप का विवेचन कीजिये और 1857 के बाद भारत के ब्रिटिश सििवल तथा सैनिक प्रशासन में होने वाले बहुविध परिवर्तनों का परीक्षण कीजिये।
Question : मांटेग्यू घोषणा (20 अगस्त, 1917) का अनुपालन किसी और बात की बजाय ‘‘साम्राज्यिक-संबंधों के क्षेत्र’’ में अधिक ध्यानपूर्वक किया गया।
Question : स्वतंत्रता तथा विभाजन दोनों ही भारतीय मध्यम वर्ग की देन हैं।"
Question : 1909, 1919 और 1935 में हुए संवैधानिक परिवर्तनों के प्रति भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विचारों का वर्णन कीजिये।
Question : स्थायी बंदोबस्त ‘एक साहसिक, शौर्यपूर्ण और बुद्धिमत्तापूर्ण कदम’ था।
Question : उन्नीसवीं शताब्दी का भारतीय पुनर्जागरण एक साथ पश्चिमी मूल्यों की स्वीकृति और अस्वीकृति था। क्या आप सहमत हैं?
Question : जनजातीय आंदोलनों को फ्नीचे से उभरते इतिहास" के रूप में देखा जाना चाहिए। उन्नीसवीं शताब्दी में भारत में चले आंदोलनों के लक्ष्यों और स्वरूप की व्याख्या कीजिये।
Question : कर्जन के बंगाल विभाजन ने अनायास ही विराट घटनाओं को जन्म दे दिया और अनेक वर्ष बाद देश की स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त कर दिया।"
Question : भारत ने पश्चिमी हथौड़ों से ही अंग्रेजों की दासता की बेडि़यां तोड़ डाली।"
Question : कांग्रेस के आंदोलन में वामपक्ष के उदय और विस्तार का विवरण दीजिये। भारत की समसामयिक राजनीति पर इसका क्या प्रभाव पड़ा?
Question : "प्लासी के युद्ध के निर्णय की पुष्टि अंग्रेजों द्वारा बक्सर की विजय ने कर दी।"
Question : अंग्रेजों ने एक ‘बेखबरी के दौर में’ भारत को जीत लिया।
Question : 1818-1858 की अवधि में भारतीय रजवाड़ों के प्रति अंग्रेजों की नीति अलग रहने और हस्तक्षेप न करने के साथ यदा-कदा उन्हें अपने राज्य में मिला लेने की भी रही।"
Question : भारत के गांवों के बदलते जीवन में भारत की जनता पर अंग्रेजों के प्रशासन का प्रभाव परिलक्षित होता है। परिवर्तन के प्रक्रम और विस्तार का स्वरूप स्पष्ट करते हुए समझाइये।
Question : उन्नीसवीं शताब्दी के धार्मिक सुधार आन्दोलनों ने यह प्रयास किया कि फ्प्राचीन धर्म (हिन्दू धर्म) को ऐसा नया रूप दिया जाये जो नये समाज की आवश्यकताओं की पूर्ति कर सके।"
Question : 1905 के बाद भारत में नयी रुचियों और नये लक्ष्यों का उदय हुआ, जिन्होंने नीति को नयी दिशाएं देने के लिए विवश किया।"
Question : 1937 के बाद की अवधि में देशी राज्यों में उत्पन्न हुए जन-आन्दोलन का चित्र प्रस्तुत कीजिये। कांग्रेस नेतृत्व की इसके प्रति क्या प्रतिक्रिया रही?
Question : पाकिस्तान के आन्दोलन ने जनता के सांस्कृतिक और धार्मिक अस्तित्व को पृथकतावादी राजनीतिक शक्ति में बदल दिया। स्पष्ट कीजिये।
Question : सिन्ध की अंग्रेजी विजय प्रथम अफगान युद्ध की राजनीतिक और नैतिक परिणाम थी। व्याख्या कीजिये।
Question : अपने कुछ कार्यों से क्लाइव ने अपनी उपलब्धि की उपयोगिता और कीर्ति को घूमिल कर दिया।"
Question : 20वीं सदी में दक्षिण भारत में जाति आन्दोलनों की दिशा का वर्णन करते हुए उनके स्वरूप की व्याख्या कीजिये। उनके उद्देश्य किस सीमा तक प्राप्त हुए?
Question : कैनिंग से कर्जन तक भारत सरकार को फ्रचनात्मक प्रयत्न के लिए चुनौती अथवा नये युग की तैयारी की अपेक्षा एक श्वेत व्यक्ति पर भार समझा गया।"
Question : मोन्टफोर्ड सुधारों द्वारा स्थापित द्वैध प्रणाली ने ‘निश्चित रूप से बाह्य संदेश और भीतरी घर्षण पैदा किया।’
Question : फ्राजनीतिक-स्वतंत्रता जीतने के बाद भारत को आर्थिक और सांस्कृतिक स्वतंत्रता जीतनी थी।"
Question : 1920 से 1930 के दशक के उत्तरार्द्ध के पश्चात् से भारत में आर्थिक परिवर्तनों ने देश की राजनीति की दिशा प्रवाह को प्रभावित किया। व्याख्या कीजिये।
विश्व इतिहास
Question : "पुनर्जागरण राजनीतिक अथवा धार्मिक आन्दोलन नहीं था। वह एक मनोदशा थी।"
Question : "प्रोटेस्टेन्टवाद ने पूंजीवाद के उद्भव में विशिष्ट योग दिया।"
Question : सोलहवीं एवं सत्रहवीं शताब्दियों के दौरान वैज्ञानिक ज्ञान का विकास क्रम किस हद तक परिवर्तनशील समाज की आवश्यकताओं की उपज था?
Question : "एशियाई राष्ट्रवाद उन्नीसवीं शताब्दी के अन्तिम दशकाें के दौरान एशियाई बुद्धिजीवी वर्ग पर मात्र पाश्चात्य प्रभाव की ही उपज है।"
Question : "1919 ई- के पश्चात् मध्य पूर्व के देश सतत् उत्तेजना एवं कतिपय आकर्षक परिवर्तनों के केन्द्र बन गये।"
Question : "आर्थिक बेचैनी का स्थायीकरण यूरोप में आगामी दो दशकों (1919-39) के दौरान राजनीतिक अस्थिरता का मुख्य कारण था।" इस कथन की व्याख्या कीजिये।
Question : यह स्पष्ट कीजिये कि किस प्रकार दुर्बल एवं निरीह चीन ने पड़ोसी जापान में सैन्यवाद के उद्भव एवं प्रजातंत्र के विघटन को जन्म दिया?
Question : "लुई चतुर्दश के राजतंत्र का माप, वैभव और संगठित शक्ति यूरोप में सर्वथा नवीन थी।"
Question : यूरोप में पन्द्रहवीं और सोलहवीं शताब्दियों में जो बौद्धिक चेतना घटित हुई, उसका मूल्यांकन कीजिये। इसने आधुनिक समाज और सभ्यता को किस प्रकार प्रभावित किया?
Question : 1852 तक इटली के एकीकरण में क्या बाधायें थीं? किस प्रकार और किन उपायों से इटली का एकीकरण प्राप्य हुआ?
Question : "एक क्लांत और भीरु पीढ़ी के लिए मेटरनिख ही आवश्यक व्यक्ति था।"
Question : फ्वर्साय संधि बीस वर्षों का एक युद्धविराम मात्र था।"
Question : "मंचूरियाई संकट ने लीग ऑफ नेशन्स के भाग्य का निर्णय कर दिया।"
Question : ‘अरब राष्ट्रीयता और तेल’ वे प्रमुख कारक थे, जो बाह्य जगत के साथ पश्चिम एशियाई देशों के संबंधों को जटिल बनाते थे। क्या आप इससे सहमत हैं?
Question : “सीसी क्रान्ति जैसी सर्वसमावेशी कोई भी घटना कभी बौद्धिक-शून्य में नहीं घटती है।”
Question : “नव साम्राज्यवाद एक राष्ट्रीयता मूलक, न कि एक आर्थिक प्रघटना थी।”
Question : “युद्ध (प्रथम विश्व युद्ध) के युद्धोत्तर वर्षों की भावना को सबसे ज्यादा स्थायी योगदान मोह-भंग था।”
Question : फ़ासिज्म के प्रमुख अभिलक्षणों की चर्चा कीजिए।
Question : ‘1980 के दशक तक आते-आते सोवियत संघ का साम्यवादी तेज परमशक्ति के रूप में देश की भूमिका को बनाए रखने में अक्षम हो गया था।’ इस कथन को सुस्पष्ट कीजिए।
Question : “नाटो’ अनेक तरीकों से उस कुंजी भूमिका का प्रतीक था, जो संयुक्त राज्य-अमेरिका यूरोप में निभाने आया था।”
Question : ‘पुनर्जागरण विद्वानों ने अंडे दिये थे, जिनको बाद में धर्म-सुधार आन्दोलन के जनक लूथर ने सेआ था’ चर्चा कीजिए।
Question : ‘प्रतिनिधित्व के बिना कोई करारोपण नहीं’।
Question : ‘‘वर्साय की संधि में भावी द्वंद्व के बीज शामिल थे’’
Question : ‘उपनिवेश फलों की भांति होते हैं, जो पेड़ से तभी तक जुड़े रहते हैं जब कि वे पक न जाएं’।
Question : दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के विरूद्ध संघर्ष का एक संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत कीजिए।
Question : ‘चतुर विजेता अपने विजित पर अपनी मांगे हमेशा किस्तों में आरोपित करेगा’।
Question : 1949 की चीनी क्रांति के कारणों और परिणामों का समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए।
Question : 1949 की चीनी क्रांति की परिस्थितियों की विवेचना करते हुए उसके महत्व का विश्लेषण कीजिए।
Question : 1947 एवं 1962 के मध्य शीत युद्ध के विभिन्न आयामों तथा अवस्थाओं का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए।
Question : अमेरिकी संविधान की रचना में किन तत्वों का प्रभाव रहा? क्या आप बेयर्ड के कथन से सहमत हैं कि संविधान एक आर्थिक दस्तावेज है?
Question : दार्शनिकों की रचनाओं ने लोगों के मस्तिष्क पर भारी प्रभाव डाला। उसमें क्रांतिकारी चेतना उत्पन्न की और फ्रांसीसी क्रांति के बौद्धिक मत का निर्माण किया।
Question : ‘यद्यपि सुधार अवश्यम्भावी था फिर भी वह विधेयक (1832) जिसके द्वारा पारित किया गया। आलोचना का गंभीर कारण बना।’
Question : ‘उन्होंने मुझे कूटनीति के द्वारा उत्तर से इटली का निर्माण करने से रोक दिया है, मैं क्रांति के द्वारा दक्षिण से इसका निर्माण करूंगा।’
Question : ‘रूसी क्रांति (1917) एक आर्थिक विस्फोट थी जो कि निरंकुश सरकार की बुद्धिहीनता के कारण जल्द घटित हुई।’
Question : 1985-1991 के दौरान रुसी साम्यवाद और सोवियत संघ के पतन के कारणों का विश्लेषण कीजिए।
Question : ‘1991 के बाद के वर्षों की सर्वाधिक महत्वपूर्ण बात फ्रांस द्वारा सुरक्षा की मांग थी।’
Question : ‘रूसो के राजनैतिक दर्शन में समाजवाद, निरंकुशवाद और प्रजातंत्र के बीज विद्यमान है।’
Question : नेपोलियन क्रांति से जन्मा था, किंतु उसने अनेक प्रकार से उसी आंदोलन के उद्देश्यों एवं सिद्धांतों को ही उलट दिया, जिससे वह स्वयं उत्पन्न हुआ था।
Question : चार्टिस्ट आंदोलन की पृष्ठभूमि की समीक्षा कीजिए। इसके असफल हो जाने के बावजूद बाद के वर्षों में उनकी मांगों की पूर्ति किस प्रकार हुई?
Question : ‘बिस्मार्क के लिए 20 मई, 1882 की संधि इस प्रणाली की परिसमाप्ति थी।’
Question : वाइमर गणतंत्र की दुर्बलताओं और कठिनाइयों पर प्रकाश डालिए। अपनी तानाशाही स्थापित करने में हिटलर को किस प्रकार सफलता मिली।
Question : 1917 की रूसी क्रांति के कारणों का परीक्षण कीजिए और विश्व इतिहास में उसके महत्व का निरुपण कीजिए।
Question : ‘सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र-संघ का हृदय है।’
Question : ‘17 मार्च 1948 की ब्रसेल्स संधि ने ‘नाटो’ के गठन का मार्ग प्रशस्त किया था।’
Question : शीत युद्ध की समाप्ति के लिए उत्तरदायी कारकों का विश्लेषण कीजिए और विश्व में संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रभुत्व के कारण बताइए।
Question : बिस्मार्क ने जर्मनी का एकीकरण वोटों और भाषणों की बहुसंख्या द्वारा नहीं बल्कि ‘रक्त एवं लौह’ की नीति के द्वारा किया था। इस कथन के प्रकाश में जर्मनी के एकीकरण में बिस्मार्क के योगदान का आकलन कीजिए।
Question : ‘फ्रांस की क्रांति ने विशेषाधिकारों पर आक्रमण किया था न कि संपत्ति पर।’
Question : ‘फासीवाद के अभ्युदय की जड़ें शांति संधियों में थीं।’
Question : 1945-49 के वर्षों में चीन की परिस्थितियों की समीक्षा कीजिये। संयुक्त राज्य (अमेरिका) ने वहां राष्ट्रवादियों एवं साम्यवादियों के मध्य संघर्ष को सुलझाने के लिए क्या उपाय किये?
Question : सोवियत संघ के निपात के लिए उत्तरदायी मुख्य कारकों की विवेचना कीजिये।
Question : ‘पुनर्जागरण संसार और मानव की खोज थी।’
Question : ‘राजतंत्रीय कुशासन ने यदि फ्रांस की क्रान्ति को प्रज्ज्वलित किया, तो उच्च आदर्शों ने इसे प्रेरित भी किया और बनाए भी रखा।’
Question : ‘नेपोलियन ने राष्ट्रीय भावना जागृत की, लेकिन जर्मन एकता बिस्मार्क द्वारा प्राप्त की गयी।’ विवेचन कीजिये।
Question : ‘विश्वव्यापी मन्दी (1929-34) के कारण आर्थिक और राजनीतिक दोनों क्षेत्रों में महत्वपूर्ण परिणाम हुए।’
Question : ‘द्वितीय विश्व युद्ध के सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण परिणामों में से एक था ‘यूरोप का विभाजन’, पूर्वी एवं पश्चिमी।’
Question : बिस्मार्क ने लौह एवं रक्त की नीति के आधार पर नए जर्मनी का निर्माण किया।"
Question : नेपोलियन के साम्राज्य का पतन उसमें अंतर्निहित त्रुटियों एवं आत्मघाती विरोधाभासों के कारण हुआ। स्पष्ट करें।
Question : "विउपनिवेशीकरण (Decoloni Sation) ने साम्राज्यों के विघटन को बढ़ावा दिया।"
Question : 19वीं सदी में अफ्रीका में यूरोपीय साम्राज्यवाद के विभिन्न चरणों को रेखांकित करें।
Question : अरब लीग के गठन के उद्देश्यों की चर्चा करें तथा अरब राष्ट्रों के हितों की रक्षा में इसकी भूमिका का मूल्यांकन करें।
Question : फ्पेरिस (शांति सम्मेलन) में केवल सिद्धांतों का ही अंतर नहीं था वरन व्यक्तित्व का भी टकराव था।"
Question : "मार्क्सवादी साम्यवाद मुख्यतया जर्मन हीगलवाद और फ्रांसीसी समाजवाद की संतान है।"
Question : विश्वयुद्धों के बीच की अवधि में नये यूरोपीय समाज के उत्थान और विकास का विवरण दीजिये।
Question : फ्स्टालिन का रूस एक निरंकुश शासन का देश था।" इस विचार का आलोचनात्मक दृष्टि से परीक्षण कीजिये।
Question : द्वितीय विश्व युद्ध के उत्तरवर्ती परिदृश्य में महायुद्ध के दौरान के मित्र, शांतिकाल में मित्र नहीं रह गये। अपने अध्ययन की कालावधि के दौरान इस मत की सत्यता का परीक्षण कीजिये।
Question : दुनिया की खोज के अग्रणी देश, पुर्तगाल और स्पेन समुद्र पार स्थित देशों को जीतने की दौड़ में भी प्रथम थे।
Question : कुछ सीमा तक अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम ने फ्रांस की राज्य क्रांति को प्रेरित किया।
Question : जर्मनी के राजनीतिक एकीकरण को पूरी तरह बिस्मार्क ने अंजाम दिया।
Question : 1911 में नानकिंग में एक चीनी गणराज्य की घोषणा, जिसके राष्ट्रपति सन-यात-सेन थे, के साथ फ्पुराना चीन तेजी से निस्तेज होता चला गया।"
Question : रूस में लेनिन को ‘‘समाजवाद का पिता, क्रांति का संगठक और नये रूसी समाज का संस्थापक कहा गया है।’’ इस कथन का परीक्षण कीजिये।
Question : 15वीं सदी की भौगोलिक खोजों का एक महान प्रभाव यह था कि "यूरोप के लोगों में यह धारणा बढ़ने लगी कि अमेरिका, एशिया तथा अफ्रीका का व्यापक प्रयोग उन्हीं (यूरोप के लोगों) के लाभ के लिए किया जाना चाहिए।"
Question : अमेरिकी स्वतंत्रता के युद्ध ने ‘‘ग्रेट ब्रिटेन को एक साम्राज्य से तो वंचित कर दिया, लेकिन एक दूसरे साम्राज्य की नींवों को मजबूत किया।’’
Question : यूरोप के सामाजिक तथा आर्थिक जीवन में औद्योगिक क्रांति द्वारा महान परिवर्तन हुए। स्पष्ट कीजिये?
Question : लॉर्ड बीकन्ज़फील्ड ने बर्लिन सम्मेलन (1878) से लौटने पर यह दावा किया कि उन्होंने ‘‘सम्मानपूर्वक शांति की स्थापना की है।’’
Question : 1853 के वर्षों में जापान का रूपांतर हुआ। स्पष्ट कीजिये।
Question : द्वितीय विश्व युद्ध का एक अत्यन्त महत्वपूर्ण परिणाम था ‘यूरोप का विभाजन’, पूर्वी एवम् पश्चिमी।
Question : "वेस्टफेलिया की संधि ने यूरोपीय मन पर धर्मदर्शन के शासन को समाप्त कर दिया और यद्यपि इसने मार्ग को बाधापूर्ण छोड़ दिया, परन्तु वह तर्क बुद्धि के अन्वेक्षकों के लिए सुगम बन गया।"
Question : "राजतंत्रीय कुशासन ने यदि फ्रांस की क्रांति को प्रज्जवलित किया तो उच्चादर्शों ने उसे प्रेरित और प्रोत्साहित किया।"
Question : "इटली के एकीकरण ने यूरोपीय व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया।"
Question : फ्रांस को अलग-थलग कर देना बिस्मार्क की विदेश नीति का मूलाधार था। व्याख्या कीजिये।
Question : राष्ट्रपति फ्रैंकलिन रूजवेल्ट की न्यूडील में फ्राजनीतिक अर्थव्यवस्था को एक नयी और अधिक आशापूर्ण दिशा में प्रेरित करने की विचार शक्ति थी।" क्या आप सहमत हैं?
Question : विश्व युद्धों के बीच के वर्षों में जापान में हुए सैन्यवाद के विकास का विवेचन कीजिये? इससे किस प्रकार की अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया को बढ़ावा मिला?
Question : ‘पुनर्जागरण द्वारा संसार और मानव के प्रति जो रुचि जगी उसी का दूसरा पक्ष था खोजों और अनुसंधानों का युग।’
Question : औद्योगिक क्रांति ने इंग्लैंड के चरित्र और संस्कृति को ही बदल दिया।
Question : फ्रांसीसी क्रांति (1789) में विद्यमान सामाजिक व्यवस्था के धार्मिक और धर्म निरपेक्ष दोनों की प्रकार के स्तंभों को उखाड़ने का यत्न किया। स्पष्ट कीजिये।
Question : 1870 के बाद अफ्रीका के विभाजन के विविध चरणों को चित्रित कीजिये। इसका अन्तर्राष्ट्रीय संबंधों पर कैसा प्रभाव पड़ा?
Question : कम्युनिस्ट इन्टरनेशनल और लीग ऑफ नेशन्स दोनों ने ही शक्ति संतुलन की समाप्ति की घोषणा कर दी।
Question : विश्वव्यापी आर्थिक मंदी के कारण राजनीतिक परिमंडल में भी महत्त्वूपर्ण परिणाम आया।
Question : कमाल पाशा के मार्गदर्शन में हुए तुर्की के पुनर्जागरण ने अनेक स्तरों पर तुर्की जीवन में क्रान्ति का दी। विशद् विवेचन कीजिये।
Question : "पुनर्जागरण और धर्म सुधार आन्दोलन आधुनिक इतिहास में बौद्धिक और नैतिक जीवन के नवीनीकरण के लिए दो प्रतिस्पर्धी स्रोत हैं।"
Question : अमेरिकी क्रांति "एक वयस्क होते उपनिवेशी समाज के इतिहास में एक प्राकृतिक और अपेक्षित घटना थी।"
Question : सेडान के युद्ध (1870) की समाप्ति पर "यूरोप ने एक स्वामिनी को खो दिया और एक स्वामी को प्राप्त कर लिया।"
Question : इटली और जर्मनी के एकीकरण अपने प्रभावी मार्गों और अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में अपने दीर्घकालीन प्रभावों की दृष्टि से विषमता द्योतक थे। व्याख्या कीजिये।
Question : विदेशी शक्तियों द्वारा प्रभाव क्षेत्रों में विभाजित चीन 19वीं सदी में एक खेदयुक्त दृश्य था। चीन ने इसके प्रति किस प्रकार प्रतिक्रिया व्यक्त की?
Question : हिटलर की विदेश नीति में एक व्यवस्था का अण्वंश था… उसका दृष्टिकोण महाद्वीपीय था।"
Question : मुसोलिनी का अपने देश की राजनीतिक-सामाजिक समस्याओं का प्रति उत्तर ‘समवेत राज्य’ (Corporate State) था। व्याख्या कीजिये।
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