U.P.P.C.S. Mains Questions Paper Political Science And International Relations Second Paper up to 2016


UPPSC Mains Examination - 2016

खण्ड-अ (Section-A)


1.(क) ‘अन्तरराष्ट्रीय संबंध सामान्यतः परिवर्तनशील रहते हैं।’ इस कथन के संदर्भ में अन्तरराष्ट्रीय संबंधों की प्रकृति एवं क्षेत्र की चर्चा कीजिए।

'International Relations are generally in a state of flux.' In the light of this statement discuss the nature and scope of International relations.

(ख) ‘निर्णय-निर्माण सिद्धांत’ के विभिन्न पक्षों का विश्लेषण कीजिए।

Analyse the major aspects of Decision-making theory.

(ग) शक्ति-संतुलन की अवधारणा का अर्थ समझाइये और वर्तमान विश्व में इसकी प्रासंगिकता की विवेचना कीजिए।

Explain the concept of Balance of Power and discuss its relevance in today's world.


2.(क) नव शीत युद्ध के आविर्भाव के कारणों की विवेचना कीजिए तथा अन्तरराष्ट्रीय संबंधों पर इसके प्रभाव का परीक्षण कीजिए।

Discuss the causes for the emergence of New Cold War and examine its impact of International Relations.

(ख) विदेश नीति के निर्धारण में राष्ट्र-हित तथा विचारधारा की भूमिका का परीक्षण कीजिए।

Examine the role of national interest and ideology in the determination of foreign policy.

(ग) नव उपनिवेशवाद के उत्थान के कारणों की समीक्षा कीजिए।

Review the causes of the rise of new colonialism.


3.(क) अन्तरराष्ट्रीय संबंधों में अन्तरराष्ट्रीय कानून की भूमिका पर एक टिप्पणी लिखिए।

Write a note on the role of International law in International Relations

(ख) भूमण्डलीकरण के युग में आसियान (ASEAN) की भूमिका का परीक्षण कीजिए

Examine the role of ASEAN in the era of globalization.

(ग) ‘अन्तरराष्ट्रीय संबंधों में संयुक्त राष्ट्र की भूमिका शनैः शनै का हो रही है।’ क्या आप इस दृष्टिकोण से सहमत हैं? अपने उत्तर के समर्थन में तर्क प्रस्तुत कीजिए।

'The role of U.N. in international relations is increasingly on decline.' Do you agree with this view? Give arguments in support of your answer.


4.(क) वैश्वीकरण के दौर में नई अन्तरराष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था की महत्ता को रेखांकित कीजिए।

Underline the significance of the New International Economic Order in the era of globlization.

(ख) गुट निरपेक्षता का अर्थ समझाइये तथा बदलती हुई विश्व-राजनीति में उसकी प्रासंगिकता का परीक्षण कीजिए।

Explain the meaning of Non-alignment and examine its relevance in the changing world politics.

(ग) अन्तरराष्ट्रीय राजनीति पर नाभिकीय-शक्ति के प्रभाव का परीक्षण कीजिए।

Examine the impact of nuclear power on International Politics.


खण्ड-ब (Section-B)


5.(क) भारत की पड़ोस-नीति में हाल की उभरती प्रवृत्तियों का परीक्षण कीजिए।

Examine the recent emerging trends in India's neighbourhood policy.

(ख) अमेरिका-चीन संबंधों में आ रहे परिवर्तनों की समीक्षा कीजिए।

Review the emerging changes in the U.S.—China relations.

(ग) सोवियत संघ के विघटन के बाद रूस की विदेश नीति में आये परिवर्तनों का परीक्षण कीजिए।

Examine the changes in the foreign policy or Russia after the disintegration of the Soviet Union.


6.(क) वर्तमान संदर्भों में यूरोपीय यूनियन की भूमिका का विश्लेषण कीजिए।

Evaluate the role of the European Union in present context.

(ख) शीतयुद्धोत्तर काल में प्रमुख अन्तरराष्ट्रीय मुद्दों पर रूस और अमेरिका के दृष्टिकोणों का विश्लेषण कीजिए।

Analyse the Russian and American view points on major international issues in the post cold war period.

(ग) चीन की विदेश नीति की मुख्य विशेषताओं की समीक्षा कीजिए।

Examine the main features of the foreign policy of China.


7.(क) भारत की ‘पूर्वोन्मुख दृष्टि’ नीति की ‘पूर्वोन्मुख कार्य’ नीति के साथ तुलना और भेद कीजिए। क्या यह परिवर्तन हमारे वैदेशिक संबंधों को किसी महत्त्वपूर्ण रूप में प्रभावित कर रहा है?

Compare and contrast India's 'Look East' Policy with its 'Act East' Policy. Is this change impacting our foreign relations in any significant manner?

(ख) भारत-अमेरिका संबंधों के बदलते स्वरूप की आलोचनात्मक समीक्षा कीजिए।

Critically examine the changing contours of Indo-U.S. Relation.

(ग) हाल के वर्षों में भारत-रूस संबंधों की प्रकृति का परीक्षण कीजिए।

Examine the nature of India-Russia Relation in recent years.


8.(क) पश्चिमी एशिया में विद्यमान संबंधों की प्रकृति पर टिप्पणी कीजिए।

Comment on the nature of prevailing conflicts in West Asia.

(ख) हिन्द महासागर में उभरती स्त्रातजिक चुनौतियों का परीक्षण कीजिए।

Examine the emerging strategic challenges in the Indian Ocean.

(ग) अंतरराष्ट्रीय संबंधों के तृतीय विश्व परिप्रेक्ष्यों की चर्चा कीजिए।

Discuss the Third World Perspectives of International relations.


UPPSC Mains Examination - 2015

खण्ड-अ (Section-A)


1.(क) अन्तरराष्ट्रीय संबंध के एक अनुशासन के रूप में विकास के विभिन्न चरणों को रेखांकित कीजिए। - 15

Underline the different stages of evolution of International Relations as a discipline.

(ख) व्यवस्था सिद्धांत की मुख्य विशेषताओं का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए। -15

Critically examine the main features of System theory.

(ग) अन्तरराष्ट्रीय संबंध के क्षेत्र में नूतन प्रवृत्तियों की समीक्षा कीजिए। -10

Review the new trends in the field of International Relations.


2.(क) यथार्थवाद के आधारभूत अवधारणाओं की विवेचना कीजिए। -15

Discuss the core concept of Realism.

(ख) अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर शीत युद्ध के प्रभाव का परीक्षण कीजिए। -15

Examine the impact of Cold War on International Politics.

(ग) नव शीत युद्ध की उत्पत्ति के कारणों का विवेचन कीजिए। -10

Discuss the causes of origin of New Cold War.


3.(क) कूटनीति की परिभाषा दीजिए तथा विदेश नीति से इसका अन्तर स्थापित कीजिए। -15

Define diplomacy and distinguish it from foreign policy

(ख) अन्तरराष्ट्रीय संबंधों में अन्तरराष्ट्रीय कानून की भूमिका का विवेचन कीजिए। -15

Discuss the role of International law in International Relations.

(ग) नाभिकीय युग में राजनयिकों की कठिनाइयों का विश्लेषण कीजिए। -10

Analyse the difficulties of diplomates during the nuclear age.


4.(क) निःशस्त्रीकरण की परिभाषा दीजिए तथा शस्त्र नियंत्रण एवं सामूहिक सुरक्षा से इसकी भिन्नताओं की विवेचना। -15

Define disarmament and discuss its difference with arms control and Collective security.

(ख) दक्षिण एशिया में सार्क (दक्षेस) की भूमिका का परीक्षण कीजिए। -15

Examine the role of SAARC in South Asia.

(ग) शीत युद्धोत्तर काल में निःशस्त्रीकरण के प्रयासों की समीक्षा कीजिए। -10

Review the efforts at disarmament in the post cold war period.


खण्ड-ब (Section-B)


5.(क) भारत की विदेश नीति के मूल आधारों को रेखांकित कीजिए। -15

Underline the basic foundations of India's Foreign Policy.

(ख) संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश नीति की मुख्य विशेषताओं का वर्णन कीजिए। -15

Describe the main features of U.S.A.'s Foreign Policy.

(ग) नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय विदेश नीति में निरन्तरता एवं परिवर्तन के कारकों का विश्लेषण कीजिए। क्या भारत एक उदीयमान शक्ति है? -10

Analyse the factors of continuity and change in India's Foreign Policy under the leadership of Narendra Modi. Is India a rising power?


6.(क) रूस की विदेश नीति के सैद्धांतिक आधारों की विवेचना कीजिए। -15

Discuss the theoretical bases of Russia's Foreign Policy.

(ख) अन्तरराष्ट्रीय राजनीति में चीन के उदय के कारकों का विश्लेषण कीजिए। -15

Analyse the factor accountable for rise of China in International Politics.

(ग) क्या आप मानते हैं कि चीन का उदय अमेरिका एवं भारत के लिए एक चुनौती है? तर्कपूर्ण उत्तर दीजिए। -10

Do you think that rise of China is a challenge to America and India? Give logical answer.


7. (क) अन्तरराष्ट्रीय राजनीति में दक्षिण-पूर्व एशिया के महत्त्व की विवेचना कीजिए। -15

Discuss the significance of South-East Asia in International Politics.

(ख) दक्षिण एशिया में विद्यमान संघर्षों की प्रकृति का विश्लेषण कीजिए। -15

Analyse the nature of conflicts prevalent in South Asia.

(ग) दक्षिण-दक्षिण सहयोग पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये। -10

Write a short note on South-South Cooperation.


8.(क) तृतीय विश्व के आविर्भाव के लिए उत्तरदायी कारकों की विवेचना कीजिए। -15

Discuss the factors accountable for the emergence of the 'Third World'.

(ख) उत्तर-दक्षिण संवाद के मुख्य मुद्दों का परीक्षण कीजिए। -15

Examine the main issues of North-South dialogue.

(ग) पश्चिम एशिया में संघर्ष के कारणों का विवेचन कीजिए। -10

Discuss the courses of conflict in West Asia.


UPPSC Mains Examination - 2014

खण्ड-अ (Section-A)


1. अन्तरराष्ट्रीय संबंध तथा अन्तरराष्ट्रीय राजनीति का अर्थ स्पष्ट कीजिए तथा यह बताइए कि यह अन्तरराष्ट्रीय राजनीति से किस तरह भिन्न है।

Clarify the meaning of International Relations and Internation Politics and explain how it is different from internation politics.


2. विदेश नीति-विश्लेषण के एक साधन के रूप में निर्णयन-सिद्धांत की भूमिका का विश्लेषण एवं मूल्यांकन कीजिए।

Analyse and evaluate the role of decision-making theory as a tool of Foreign policy analysis.


3. नवीन अन्तरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था का परीक्षण कीजिए तथा समकालीन अन्तरराष्ट्रीय राजनीति में इसकी प्रासंगिकता का विश्लेषण कीजिए।

Examine the New International Economic Order (NIEO) and analyse its relevance in contemporary international politics.


4. अन्तराष्ट्रीय शान्ति तथा सुरक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र के योगदान की व्याख्या कीजिये।

Explain the contribution of the United Nations for maintenance of International peace and security.


खण्ड-ब (Section-B)


5. संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के पारस्परिक संबंधों की नई प्रवृत्तियों का संक्षिप्त परीक्षण कीजिए।

Examine briefly the new trends in Indo-USA relationship.


6. भारत तथा पाकिस्तान के द्विपक्षीय संबंधों में मुख्य मतभेदों को रेखांकित कीजिये तथा वर्तमान में सम्बन्धों की प्रकृति की समीक्षा कीजिये।

Underline the major points of differences in the bilateral relationship of India and Pakistan and review the nature of relationships at present.


7. दक्षिण एशियाई क्षेत्र में संघर्ष एवं सहयोग के विविध आयामों का परीक्षण कीजिए।

Examine different dimensions of conflict and co-operation in South Asian region.


8. “शीतयुद्धोत्तर काल में हिन्दी महासागर क्षेत्र में शक्ति स्पर्धा के स्थान पर आर्थिक सहयोग के क्षेत्र के रूप में उभर रहा है।” इस प्रवृत्ति का विश्लेषण कीजिए।

"Indian ocean region is emerging as a region of economic co-operation in place of a region of power rivalry in the Post Cold War period." Analyse this trend.


UPPSC Mains Examination - 2013

खण्ड-अ (Section-A)


1. अंतरराष्ट्रीय राजनीति में ‘राजनय’ की भूमिका की विवेचना कीजिये। समसामायिक काल में इसके समक्ष क्या चुनौतियां आ रही हैं?

Discuss the role of 'Diplomacy' in International politics. What challenges does it face in the contemporary period?


2. विचारधारा और राष्ट्रीय शक्ति आज के राष्ट्रीय हित का निर्माण नहीं करते, किंतु शक्ति संतुलन विदेश नीति के चयन में प्रासंगिक है। सोदाहरण स्पष्ट कीजिये।

Ideology and national power do not determine national interest of today but balance of power remains a relevant factor in foreign policy choice. Illustrate your answer.


3. “दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (दक्षेस)” की स्थापना ने दक्षिण एशिया के राज्यों में पारस्परिक सहयोग के द्वार खोल दिये हैं।’’ इस कथन को ध्यान में रखते हुए दक्षिण एशिया के क्षेत्र में भारत की भूमिका का परीक्षण कीजिये।

"The establishment of South Asian Association for Regional Cooperation (SAARC) has opened the gates of mutual cooperation among the states of South Asia." In the light of this statement examine India's role in the South Asian Region.


4. भारत के नाभिकीय परीक्षण के विशेष संदर्भ में नाभिकीय निःशस्त्रीकरण की समस्या की विवेचना कीजिए।

Discuss the problem of nuclear disarmament with reference to India's nuclear test.


खण्ड-ब (Section-B)


5. भारत की विदेश नीति के निर्धारक तत्त्व क्या हैं? विगत दशक में भारत की विदेश नीति के कार्यान्वयन पर एक आलोचनात्मक टिप्पणी लिखिए।

What are the determinantes of India's foreign policy? Write a critical note on the working of India's policy during the past decade.


6. तीसरी दुनिया के देशों के मामलों में भारत की भूमिका का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए।

Critically examine India's role in the affairs of the third world countries.


7. चीन तथा भारत के द्विपक्षीय संबंधों में मुख्य मतभेदों को रेखांकित कीजिये तथा वर्तमान में सम्बन्धों की प्रकृति की समीक्षा कीजिए।

Underline the major points of differences in the bilateral relationship of China and India and review the nature of relationship at present.


8. भारत-रूस संबंधों की वर्तमान स्थिति का परीक्षण कीजिये।

Examine the present state of Indo-Russian relations.


UPPSC Mains Examination - 2012

खण्ड-अ (Section-A)


1. अन्तरराष्ट्रीय राजनीति के अध्ययन के निर्णय निर्माण उपागम की प्रकृति तथा महत्व को स्पष्ट कीजिये।

Discuss the nature and significance of Decision-making approach to the study of International Politics.


2. शीत-युद्ध की समाप्ति हेतु उत्तरदायी कारणों की विवेचना कीजिये तथा समकालीन विश्व व्यवस्था पर इसके प्रभाव का मूल्यांकन कीजिये।

Discuss the causes accountable for the end of cold War and evaluate its impact on contemporary world order.


3. अन्तरराष्ट्रीय शान्ति स्थापना में संयुक्त राष्ट्र संघ की भूमिका का परीक्षण कीजिए।

Examine the role of United Nations (U.N.) in establishing international peace.


4. वैश्वीकरण के परिप्रेक्ष्य में नवीन अन्तरराष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था के महत्त्व का वर्णन कीजिए।

Describe the significance of New International Economic Order in the Context of globalization.


खण्ड-ब (Section-B)


5. गत दशक में भारत-अमेरिका संबंधों की प्रकृति तथा निर्धारक तत्त्वों की विवेचना कीजिए।

Analyse the nature and determinants of India-US relation in the last decade.


6. हिन्द महासागर के सामरिक महत्त्व को स्पष्ट करते हुए भारत की नीति का परीक्षण कीजिए।

Examine India's policy towards the Indian Ocean explaining strategic significance.


7. दक्षिण एशिया में आर्थिक सहयोग की सम्भावनाओं तथा बाधाओं की व्याख्या कीजिये।

Explain the possibilities and hindrances of economic cooperation in South.


8. भारतीय उपमहाद्वीप में भारत की सामरिक स्थिति का मूल्यांकन करते हुए पड़ोसी देशों से उसके संबंधों की समीक्षा कीजिए।

Evaluating the strategic position of India in the Indian Sub-continent review her relations with neighbours.


UPPSC Mains Examination - 2011

खण्ड-अ (Section-A)


1. “शीतयुद्धोत्तर काल में अन्तरराष्ट्रीय संबंध में सैद्धांतिक एवं विषयगत परिवर्तन दोनों हुए हैं”। इस कथन के आलोक में अन्तरराष्ट्रीय संबंध की बदलती प्रकृति की विवेचना कीजिए।

"International Relations has undergone both theoretical as well as topical transformation in the Post Cold War period." Discuss the changing nature of International Relations in the light of this statement.


2. अन्तरराष्ट्रीय संबंधों के क्षेत्र में यथार्थवाद से आप क्या समझते हैं? शास्त्रीय यथार्थवाद के सन्दर्भ में मार्गेन्थों के दृष्टिकोण का आलोचनात्मक मूल्यांकन करें।

What do you understand by Realism in realm of International Relations? Critically evaluate Hans Morgenthau's version of classical Realism.


3. किसी देश की विदेश नीति के निर्धारण में राष्ट्रीय हित तथा विचारधारा कारकों की भूमिका तथा महत्त्व का आकलन कीजिए।

Describe and assess the role and importance of National Interest and ideology factors in determination of Foreign policy of a country.


4. गुट निरपेक्षता की उत्पत्ति की विवेचना कीजिए। क्या वर्तमान अंतरराष्ट्रीय संबंधों में गुटनिरपेक्षता अपनी प्रासंगिकता खो चुका है? विवेचना कीजिये।

Discuss the origin of Non-alignment. Has the Non-alignment lost its relevance in current International Relations? Discuss.


खण्ड-ब (Section-B)


5. वर्तमान में दक्षिण एशिया के प्रति संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश नीति के बदलते हुये परिप्रेक्ष्य और परिणामस्वरूप इस क्षेत्र में शांति की संभावना का परीक्षण कीजिये।

Examine the changing perspective of the US Foreign policy towards South Asia in recent times and its implications for prospects of peace in the region.


6. “अन्तरराष्ट्रीय संबंधों के क्षेत्र में विदेशनीति के उद्देश्यों के संचालन में भारत अपनी भूमिका के कारण संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता पाने की योग्यता रखता है।” इस कथन का विश्लेषण कीजिए।

"India's conduct of its foreign policy objectives in realm of International relations deserves being accorded a permanent membership of security council." Examine this statement.


7. दक्षिण-दक्षिण सहयोग की अपनी अन्तर्निहित सीमायें हैं। दक्षिण एशिया में दक्षिण एशियाई सहयोग संगठन के संदर्भ में इस कथन की व्याख्या करें।

'South-South Co-operative has its inherent Limitations.' Explain it in the context of SAARC in the South Asian sub-continent.


8. “नाभिकीय आयुधों ने अन्तरराष्ट्रीय सामरिक परिदृश्य को जटिल बनाया है”। इस दृष्टिकोण के सन्दर्भ में अन्तरराष्ट्रीय राजनीति पर नाभिकीय क्षमता के प्रभाव की समीक्षा कीजिए।

Nuclear weapons have made the International Strategic scenario complex. Review the impact of nuclear capability on International Politics.


UPPSC Mains Examination - 2010

खण्ड-अ (Section-A)


1. अंतरराष्ट्रीय राजनीति के अध्ययन संबंधी निर्णय-निर्माण सिद्धांत का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए।

Critically examine the Decision Making Theory pertaining to the study of International Politics.


2. ‘शीत-युद्ध की समाप्ति ने एक ध्रुवीय विश्व के आविर्भाव का संकेत दिया है’। क्या आप इस कथन से सहमत हैं? तर्कपूर्ण उत्तर देते हुए शीत-युद्ध के अवसान हेतु उत्तरदायी कारकों की विवेचना कीजिए।

‘The end of the cold war signalled the emergence of a unipolar world.’ Do you agree with this statement? Giving logical answer, discuss the factor accountable for the demise of the cold war.


3. परमाणु शस्त्रों के विस्तार से उत्पन्न खतरों की विवेचना कीजिए तथा नाभिकीय शस्त्र नियंत्रण की दिशा में किए गए प्रयासों की समीक्षा कीजिए।

Discuss the menace due to spread of nuclear weapons and review the efforts made in the direction of nuclear disarmament.


4. ‘दक्षेस एक मृगतृष्णा (भ्रम)’ के समान हैं- इसकी सफलताओं एवं विफलताओं के संदर्भ में इस कथन की व्याख्या कीजिए।

‘SAARC is like a mirage (illusion)’. Explain this statement in the context of its successes and failures.


खण्ड-ब (Section-B)


5. अमेरिकी विदेश नीति की अभिनव प्रवृत्तियों का विश्लेषण कीजिए।

Analyse the recent trends of American Foreign Policy.


6. उत्तर-दक्षिण संवाद के विकल्प के रूप में दक्षिण-दक्षिण सहयोग की दिशा में किए गए प्रयासों की समीक्षा कीजिए।

Review the efforts made in the direction of South-South Co-operation as an alternative to North-South Dialogue.


7. संयुक्त राष्ट्र व्यवस्था में तृतीय विश्व की भागीदारी की प्रकृति का विश्लेषण कीजिए।

Analyse the nature of Third World participation in the U.N. system.


8. भारत-रूस संबंधों का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए।

Critically examine the Indo-Russia relationship


UPPSC Mains Examination - 2009

खण्ड-अ (Section-A)


1. अंतरराष्ट्रीय संबंधों के अध्ययन सम्बन्धी व्यवस्था सिद्धांत की समीक्षा करें। समकालीन अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में यह कहां तक प्रासंगिक है?

Examine the system theory to the study of International Relations. How far it is relevant in contemporary international perspective?


2. संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद के पुनर्गठन की आवश्यकता पर प्रकाश डालें। भारत के सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के दावे का परीक्षण कीजिए।

Discuss the need for restructuring the United Nations Security Council. Examine India's claim to a permanent seat in the Security Council.


3. राष्ट्रीय हित सम्वर्द्धन के यंत्र के रूप में कूटनीति, प्रचार एवं युद्ध की भूमिका की विवेचना कीजिए।

Discuss the role of diplomacy, propaganda and warfare as instruments of promotion of National Interest.


4. अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों में अन्तरराष्ट्रीय कानून की भूमिका का परीक्षण कीजिए।

Examine the role of Internatiolnal Law in International Relations.


खण्ड-ब (Section-B)


5. अमेरिकी विदेश नीति के प्रमुख आधारों की विवेचना कीजिए। अन्तरराष्ट्रीय राजनीति में संयुक्त राज्य अमेरिका इन आधारों की रक्षा में कहां तक सफल रहा है?

Discuss the main postulates of American Foreign Policy. How far the United States of America has been successful in safeguarding these postulates in International Politics?


6. दक्षिण एशिया की क्षेत्रीय राजनीति में भारत की भू-राजनीतिक स्थिति सक्रिय भूमिका की अपेक्षा रखती है। इस दृष्टिकोण का परीक्षण करते हुए भारत की पड़ोसी देशों के प्रति नीति का मूल्यांकन कीजिए।

India's geo-political situation expects an active role in the regional politics of South Asia. Assess India's policy towards neighbours while examining this view point.


7. पश्चिम एशिया में संघर्ष के लिए उत्तरदायी कारकों को इंगित कीजिए तथा इस क्षेत्र में शांति स्थापना हेतु किए गए प्रयासों का परीक्षण कीजिए।

Indicate the factors accountable for conflict in West Asia and examine the efforst for restoration of peace in this region.


8. ”शीत युद्धोत्तर काल में “हिन्द महासागर शनैः शनैः पारस्परिक प्रतिस्पर्धा के स्थान पर पारस्परिक सहयोग का क्षेत्र बनता जा रहा है।” टिप्पणी कीजिए।

"Indian Ocean is gradually changing from an area of confrontation to an area of co-operation in the Post Cold War period." Comment.


UPPSC Mains Examination - 2008

खण्ड-अ (Section-A)


1. निर्णयन सिद्धांत के विश्लेषणात्मक रूपांकन को समझाइए। क्या यह राज्यों के वैदेशिक व्यवहार का पर्याप्त स्पष्टीकरण प्रस्तुत करता है? समुचित कारणों सहित अपना उत्तर दीजिए।

Explain the analytical design of the Decision Making theory. Does it adequately account for the external behaviour of State? Give appropriate reasons for your answer.


2. अन्तरराष्ट्रीय राजनीति में ‘राजनय’ की भूमिका की विवेचना कीजिए। समसामयिक काल में इसके समक्ष क्या चुनौतियां आ रही हैं?

Discuss the role of Diplomacy in International politics. What challenges does it face in the contemporary period?


3. नाभिकीय निःशस्त्रीरकण की दिशा में किए गए प्रयासों की समीक्षा कीजिए। समसामयिक काल में इसके समक्ष आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डालिए।

Discuss various efforts made for Nuclear Disarmament and throw light on the challenges encountered in this direction in the contemporary period.


4. क्या आप सहमत हैं कि सोवियत संघ के विघटन के साथ शीत-युद्ध की समाप्ति के संदर्भ में गुट-निरपेक्ष आन्दोलन ने अपनी प्रासंगिकता खो दी है? कारण सहित अपने उत्तर दीजिए।

Do you agree that the Non-alignment Movement has lost its relevane in the context of the end of the Cold War following the disintegration of the Soviet Union? Give reasons for your answer.


Section-B (खण्ड-ब)


5. 1990 से परिवर्तित अन्तरराष्ट्रीय परिवेश में दक्षिण-पूर्व एशिया के प्रति अमेरिकी विदेश नीति का परीक्षण कीजिए।

Examine the American Foreign Policy towards South-East Asia in the changing context of international environment since 1990.


6. भारत-चीन संबंधों की वर्तमान स्थिति की समीक्षा कीजिए तथा बताइए कि तुलनात्मक रूप से भू-सामरिक एवं भू-आर्थिक हितों को कितना महत्त्व दिया जा रहा है?

Review the current status of India-China relations and explain how much relative significance is being accorded to geo-strategic and geo-economic interest.


7. दक्षिण एशिया में विभिन्न प्रकार के संघर्षों की प्रकृति का परीक्षण कीजिए। दक्षिण एशियाई सहयोग संगठन (दक्षेस) के लक्ष्यों की प्राप्ति में ये संघर्ष कहां तक बाधक हैं?

Examine the nature of various types of conflicts in South Asia. How these conflicts are obstruction in the attainment of the objectives of South Asian Association for Regional Co-operation (SAARC)?


8. दक्षिण-दक्षिण सहयोग की सीमाओं और चुनौतियों का विश्लेषण कीजिए।

Analyse the limitations and challenges of South-South Cooperation.


UPPSC Mains Examination - 2007

खण्ड-अ (Section-A)


1. अन्तरराष्ट्रीय राजनीति के अध्ययन संबंधी ‘व्यवस्था सिद्धांत’ का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए।

Critically examine the 'system theory' to study of International Politics.


2. ‘न्याय का अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय’ की शक्तियों तथा क्षेत्राधिकार का विश्लेषण कीजिए तथा संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्यों की प्राप्ति में उसके योगदान पर प्रकाश डालिए।

Discuss the powers and jurisdiction of the 'International Court of Justice' and focus on its contribution to the fulfilment of the objectives of Leque of United Nations.


3. ‘नयी अन्तरराष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था’ का क्या अर्थ है? इसके भविष्य की सम्भावनाओं को इंगित कीजिए।

What is meant by New International Economic Order? Indicate its future prospects.


4. किन्हीं दो पर टिप्पणी लिखिएः

Write short notes on any two of the following:

(क) अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों में ‘आसियान’ की भूमिका

Role of 'ASEAN' in International Relations.

(ख) विदेशनीति में विचारधारा की भूमिका

Role of Ideology in Foreign Policy.

(ग) वर्तमान विश्व व्यवस्था में ‘यूरोपीय आर्थिक समुदाय (EEC)'

European Economic Community (EEC) in present world order.


Section-B (खण्ड-ब)


5. शीत युद्धोत्तर काल में पश्चिम एशिया के प्रति संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश नीति का परीक्षण कीजिए तथा इस क्षेत्र में शान्ति की सम्भावनाओं का आकलन कीजिए।

Examine the foreign Policy of Units States of America towards West Asia in the post-Cold War period and assess the prospects of peace in this region.


6. शीत युद्ध की समाप्ति के बाद भारतीय विदेश नीति में होने वाले परिवर्तनों एवं निरन्तरताओं को इंगित कीजिए।

Indicate major changes continuity in Indian Foreign Policy in the aftermath of the Cold War.


7. नेपाल में माओवादी सरकार की स्थापना के पश्चात् भारत-नेपाल संबंधों का परीक्षण कीजिए।

Examine Indo-Nepal relations after the establishment of the Maoist Government in Nepal.


8. किन्हीं दो पर टिप्पणी लिखिएः

Write short notes on any two of the following:

(क) संयुक्त राज्य अमेरिका-चीन संबंध

U.S.A. — China relations.

(ख) दक्षिण एशिया में तालिबान की राजनीति के कारण उत्पन्न संघर्ष

Conflict arising out of the politics of Taliban in South Asia.

(ग) हिन्द महासागर का भू-राजनीतिक परिप्रेक्ष्य एवं भारत की सुरक्षा पर उसका प्रभाव

Geo-political perspective of the Indian Ocean and its impact on India's security.


UPPSC Mains Examination - 2006

खण्ड-अ (Section-A)


1. प्रो० हैन्स मोर्गनथाऊ अपने यथार्थवादी सिद्धांत के परिप्रेक्ष्य में आज की अन्तरराष्ट्रीय राजनीति को किस प्रकार विश्लेषित करेंगे? इस यथार्थवाद की सीमायें समझाइये।

How will Professor Hans Morgantheau analyse the present day International Politics in the framework of his Realist Theory? What are the limitations of this realism?


2. “राष्ट्रीय शक्ति और विचारधारा आज के राष्ट्रीय हित का निर्माण नहीं करते, किन्तु शक्ति संतुलन विदेश नीति चयन में प्रासंगिक है।” सोदाहरण स्पष्ट कीजिए।

"National Power and Ideology do not determine National Interests of today, but Balance of Power remains a relevant factor in Foreign Policy Choice." Illustrate your answer.


3. “संयुक्त राष्ट्र संघ ने अन्तरराष्ट्रीय विधि के विकास में बहुत कम योगदान दिया है और राजनय की भूमिका भी घटती जा रही है।” क्या आप सहमत हैं?

"The U.N.O. has contributed little to the development of International law… and the role of Diplomacy is also declining." Do you agree?


4. किन्हीं दो पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखियेः

Write short notes on any two of the following:

(क) नव अन्तरराष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था का भविष्य।

Future of New International Economic Order.

(ख) क्षेत्रीय संगठनों की दुर्बलतायें।

Weakness of Regional Organisations.

(ग) नव उपनिवेशवाद का बदलता स्वरूप।

Changing facts of Neo-Colonialism.

(घ) भारत-अमेरिकी परमाणु समझौता।

Indo-U.S. Nuclear Deal.


Section-B (खण्ड-ब)


5. “तीसरी दुनिया एक गलत नामकरण है। अन्तरराष्ट्रीय संबंधों में इसकी भूमिका अब समाप्त हो चुकी है।” विवेचना कीजिये।

"Third world is a misnomer. Its role in international relations is now over." Discuss.


6. “चीन भारत के लिए केवल एक पड़ोसी से अधिक है।” उक्त कथन के प्रकाश में भारत और उसके पडा़ेसियों के साथ संबंधों की विवेचना कीजिए।

"China is more than a mere neighbour for India." Discuss relations of India with her neighbours in the light of this statement.


7. 1990 से 2007 तक के रूस-चीन सम्बन्धों की समीक्षा कीजिए।

Critically examine Russo-Chinese relations since 1990 to 2007.


8. किन्हीं दो पर संक्षिप्त लिखियेः

Write short notes on any two of the following:

(क) अमेरिका और इराक संकट

U.S.A. and Iraq crisis.

(ख) दक्षिण-दक्षिण सहयोग

South-South Cooperation.

(ग) इस्लामी राजनीति में ईरान, पाकिस्तान और अफगानिस्तान

Iran, Pakistan and Afghanistan is Islamic politics.

(घ) हिन्द महासागर की समस्याओं के प्रति भारत की विदेश नीति

India's Foreign Policy towards Indian Oceaen problems.


UPPSC Mains Examination - 2005

खण्ड-अ (Section-A)


1. अंतरराष्ट्रीय राजनीति में ‘निर्णय निर्माण’ के सिद्धांत का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये। वैश्विक राजनीति के परिवर्तित होते हुए आयामों को समझने में यह कहां तक सहायक है?

Critically examine the theory of 'Decision Making' in International Politics. How far is it helpful in understanding the changing dimensions of the global politics?


2. “नव अंतरराष्ट्रीय यथार्थ में विचारधारा ने शायद ही कोई भूमिका निभाई।” इस कथन के परिप्रेक्ष्य में विदेश नीति निर्धारण में विचारधारा की परिवर्तित होती हुई भूमिका का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये।

"Ideology hardly plays and any in the new international reality." In the perspective of this statement, critically examine the changing role of ideology in foreign policy making.


3. “आतंक के संतुलन ने शक्ति-संतुलन को विस्थापित कर दिया है। दुर्भाग्यवश कोई शक्ति संतुलन था ही नहीं।” इस कथन की आलोचनात्मक समीक्षा कीजिये।

"The balance of terror has replaced the balance of power. Unfortunately there was no balance of power." Critically examine the statement.


4. तनाव शैथिल्य एवं निःशस्त्रीकरण एक दूसरे पर आश्रित हैं। उपयुक्त उदाहरणों सहित व्याख्या कीजिये।

Detente and is armament are inter-dependent. Explain with appropriate illustrations.


खण्ड-ब (Section-B)


5. माओ के बाद चीन की विदेश नीति में दक्षिण एवं दक्षिण पूर्व एशिया के प्रति आये परिवर्तनों का विश्लेषण कीजिये। क्या यह परिवर्तन चीन की विदेश नीति में विचारधारा के तिरोहित होने का प्रतीक है? मूल्यांकन करते हुए स्पष्ट कीजिये।

Analyse the changes experienced in Chinese foreign policy towards South and South East Asia in Post-Mao period. Explain and evaluate whether this change is a symbol of the decline of ideology in Chinese foreign policy.


6. “भारत की विदेश नीति बदलती हुई अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के अनुरूप स्वयं को ढाल सकती है।” विवेचना कीजिये।

"India's foreign policy could change itself in accordance with changing international system."


7. “नेपाल ने अपनी हित-पूर्ति हेतु चीन का भारत के विरूद्ध सफलतापूर्वक उपाय किया है।” इस कथन के परिप्रेक्ष्य में नेपाल के साथ भारत के सम्बन्धों का मूल्यांकन कीजिये।

"In its own interest Nepal has successfully used China against India." In the perspective of this statement, evaluate India's relations with Nepal.


8. “दक्षेस एक मृगतृष्णा (भ्रम) के समान है।” व्याख्या कीजिये और इसे (दक्षेस को) प्रभावी बनाये जाने हेतु उपयुक्त सुझाव दीजिये।

"SAARC" is like a mirage (illusion) ." Explain and suggest appropriate measures for making it effective.


UPPSC Mains Examination - 2004

खण्ड-अ (Section-A)


1. राष्ट्रीय शक्ति के तत्त्वों का वर्णन कीजिए।

Describe the elements of National Power.


2. “शक्ति संतुलन” सिद्धांत की व्याख्या कीजिए। क्या आप इस दृष्टिकोण से सहमत हैं कि वैदेशिक नीति के एक विकल्प के रूप में वर्तमान एक ध्रुवीय विश्व व्यवस्था में “शक्ति संतुलन” सिद्धांत की प्रासंगिकता समाप्त हो गयी है? तर्क सहित उत्तर दीजिए।

Explain the concept of "Balance of Power". Do you agree with the view that the theory of "Balance of Power" as a foreign policy choice has lost its relevance in the present unipolar world order? Give reason for your answer.


3. “सभी क्षेत्रीय संगठनों में यूरोपीय आर्थिक समुदाय ही एकमात्र संगठन है जिसने अपने आप को अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों में एक प्रबल कर्ता के रूप में विकसित किया है।” विवेचना कीजिए।

"Of all regional organisations the European Economic Community alone has evolved itself into a potent actor in International Relations." Discuss.


4. वर्तमान इराकी-संकट में संयुक्त राष्ट्र की भूमिका का परीक्षण कीजिए।

Examine the role of the U.N. in present Iraq - crisis.


खण्ड-ब (Section-B)


5. चीन की विदेश नीति के मौलिक सिद्धांतों का मूल्यांकन कीजिए।

Evaluate the basic principles of Chinese foreign policy.


6. भारत-पाक संबंधों को सामान्य बनाने हेतु किए जा रहे अभिनव प्रयासों की विवेचना कीजिए।

Discuss the recent efforts being made to normalise Indo-Pak relations.


7. दक्षिण-दक्षिण सहयोग तथा उत्तर-दक्षिण संवाद में तृतीय विश्व की भूमिका को सार्थक बनाने में भारत के योगदान का मूल्यांकन कीजिए।

Discuss the contribution of India in making the role of the 'Third World' purposeful in South-South co-operation and North-South dialogue.


8. हिन्द सागर को ‘शांति-क्षेत्र’ बनाने के प्रयासों का परीक्षण कीजिए।

Examine the efforts made to make Indian ocean 'a zone of peace'.


UPPSC Mains Examination - 2003

खण्ड-अ (Section-A)


1. अंतरराष्ट्रीय राजनीति के अध्ययन हेतु मार्टन कॉपलान द्वारा प्रयुक्त व्यवस्था सिद्धांत का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए।

Critically examine the systems theory as used by Mortan Kaplan to study International politics.


2. ‘शक्ति-संतुलन’ सिद्धांत की व्याख्या कीजिए। क्या यह कहना सत्य है कि शक्ति-संतुलन अन्तरराष्ट्रीय संबंधों का आधारभूत तत्त्व है?

Explain the concept of 'Balance of Power'. Is it correct to say that balance of power is the fundamental element of International relations?


3. गुट-निरपेक्षता के उद्येश्य तथा सिद्धांत क्या हैं, गुट निरपेक्षता के बदलते स्वरूप की व्याख्या कीजिए।

What are the objective and principles of non-alignment? Explain the changing nature of non-alignment.


4. तनाव-शैथिल्य, निःशस्त्रीकरण और विकास अन्योन्याश्रित स्थितियां हैं, व्याख्या कीजिए और उदाहरण दीजिए।

Detente, disarmament and development are interdependent situations, explain and illustrate


खण्ड-ब (Section-B)


5. शीत युद्ध की समाप्ति के बाद एशिया में संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश नीति का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए।

Critically examine the foreign policy of U.S.A. in Asia after the end of the cold war.


6. भारत की विदेश नीति के निर्धारक तत्त्व क्या हैं? विगत दशक में भारत की विदेश नीति के कार्यान्वयन पर एक आलोचनात्मक टिप्पणी लिखिए।

What are the determinants of India's foreign policy? Write a critical note on the working of India's foreign policy in the past decade.


7. उत्तर-दक्षिण संवाद तथा दक्षिण-दक्षिण सहयोग के संदर्भ में अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों में तीसरी दुनिया की भूमिका की विवेचना कीजिए।

In the context of North-South dialogue and South-South Cooperation discuss the role of the third world in International relations.


8. भारत-रूस तथा भारत-चीन के संबंधों की अभिनव प्रवृत्तियों का परीक्षण कीजिए।

Examine the recent trends in Indo-Russia and India-China relations.


UPPSC Mains Examination - 2002

खण्ड-अ (Section-A)


1. समकालीन अन्तरराष्ट्रीय व्यवस्था में ‘राष्ट्रीय-राज्य’ के पराभव की विवेचना कीजिये।


2. क्या आप सहमत हैं कि वर्तमान अन्तरराष्ट्रीय राजनीति में ‘विचारधाराओं की भूमिका’ ने अपनी प्रासंगिकता खो दी है?’ विवेचन कीजिये।


3. विश्व शान्ति के एजेण्डा में संयुक्त राष्ट्र की अभिनव भूमिका की विवेचना कीजिये।


4. 21वीं शताब्दी में नयी अन्तरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के महत्व का विश्लेषण कीजिये।


खण्ड-ब (Section-B)


5. पश्चिम एशिया के प्रति संयुक्त राज्य अमेरिका की वर्तमान विदेश नीति का विवेचन कीजिये।


6. भारत तथा संयुक्त राज्य अमेरिका के सम्बन्धों की अभिनव प्रवृत्तियों का परीक्षण कीजिये।


7. भारत तथा बांग्लादेश के बीच टकराव के प्रमुख मुद्दों का विवेचन कीजिये।


8. दक्षिण एशिया के प्रति चीन की विदेश-नीति का विवेचन कीजिए।


UPPSC Mains Examination - 2001

खण्ड-अ (Section-A)


1. निम्नलिखित पर टिप्पणियां लिखिये। प्रत्येक टिप्पणी 300 शब्दों से अधिक नहीं होनी चाहिएः

Comment on the following in not more than 300 words each:

(क) “अन्तरराष्ट्रीय राजनीति, समस्त राजनीतियों के समान शक्ति के लिए संघर्ष का ही नाम है।”

"International Politics, like all politics, is a struggle for Power."

(ख) “युद्ध अब संघर्ष मात्र न रहकर विनाश की प्रक्रिया बन गया है।”

"Warfare has now changed from a fight to a process of devastation."

(ग) “कूटनीति का प्रथम लक्ष्य शान्तिपूर्ण उपायों द्वारा राष्ट्र हितों का संवर्धन हैं।”

"First aim of diplomacy is the promotion of the promotion of the national interests by peaceful mean."


2. निर्णायन सिद्धांत की विश्लेषणात्मक संरचना समझाइये। क्या वह राज्यों के वैदेशिक व्यवहार का पर्याप्त स्पष्टीकरण प्रस्तुत करता है? कारण सहित अपना उत्तर दीजिये।

Explain the analytical design of the decision making theory. Does it adequately account for the external behaviour of state? Give reasons for your answer.


3. अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों में अन्तरराष्ट्रीय कानून की भूमिका का विवेचन कीजिये।

Discuss the role of International Law in International Relations.


4. क्या आप सहमत हैं कि शीत युद्ध की समाप्ति सोवियत संघ का विघटनः इन दो घटनाओं के परिप्रेक्ष्य में गुट निरपेक्ष आन्दोलन ने अपनी प्रासंगिकता खो दी है? कारण सहित अपना उत्तर दीजिये।

Do you agree that NAM has lost its relevance in the perspective of these two events: the end of the Cold War and the disintegration of the Soviet Union? Give reaosns for your answer.


5. नाभिकी निःशस्त्रीकरण की दिशा में किये गये प्रयासों की समीक्षा कीजिये तथा इस मार्ग में आने वाली बाधाओं पर प्रकाश डालिये।

Discuss various efforts made for Nuclear Disarmament and throw light on the obstacles encountered in direction.


खण्ड-ब (Section-B)


6. निम्नलिखित पर टिप्पणियां लिखिये। प्रत्येक टिप्पणी 300 शब्दों से अधिक नहीं होनी चाहिएः

Comment on the following is not more than 300 words each:

(क) जापान के प्रति रूस की नीति

Russia's Policy towards Japan.

(ख) यूरोपीय संघ तथा नवोदित विश्व व्यवस्था।

European Union and the emerging world order.

(ग) एशियान क्षेत्रीय फोरम।

ASEAN regional Forum


7. “अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय ‘विश्व के सर्वोच्च न्यायालय’ का एक धुंधला प्रतिबिम्ब है। व्यवहारिक दृष्टि से उसके पास अनिवार्य क्षेत्राधिकार का अभाव है।” इस कथन की विवेचना कीजिये।

"The International Court of Justice is a pale image of 'World Supreme Court' for all practical purposes it has no compulsory jurisdiction". Discuss the statement.


8. भारत तथा पाकिस्तान के बीच सम्पन्न ‘आगरा शिखर वार्ता’ पर एक आलोचनात्मक टिप्पणी लिखिये।

Write a critical note on 'Agra Summit' held between India and Pakistan.


9. चीन-रूस सम्बन्धों की अभिनव प्रवृत्तियों का विवेचन कीजिये।

Discuss the recent trends in Sino-Russian relations.


10. 1990 से दक्षिण एशिया के प्रांत संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश नीति का परीक्षण कीजिये।

Examine the foreign policy of the United States of America towards South Asia since 1990.


UPPSC Mains Examination - 2000

खण्ड-अ (Section-A)


1. निम्नलिखित पर टिप्पणियां लिखिये। प्रत्येक टिप्पणी 300 शब्दों से अधिक नहीं होनी चाहिएः

Comment on the following in not more than 300 words each:

(क) “अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध एक ही विषय नहीं है, अपितु यह विषयों का पुलिंदा है।”

"International Relations is not a single subject but a bundle of subjects."

(ख) “राष्ट्रीय शक्ति, इस संसार में लगभग हर वस्तु की तरह सापेक्ष है।“

"National Power, like nearly everything else in this world,is relative."

(ग) “वैचारिकी, जो कभी कर्म-पथ थी, बन्द गली की तरह हो गई है।”

"Ideology, which was once road to action, has become dead end."


2. शक्ति संतुलन की अवधारणा की व्याख्या कीजिये। क्या शक्ति संतुलन की अवधारणा लुप्त हो गई है? तर्क दीजिए।

Explain the concept of Balance of Power. Has the concept of Balance of Power become obsolete? Give reasons.


3. “राजनय राष्ट्रीय-नीति तथा अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों का प्रमुख उपकरण है।” व्याख्या कीजिए।

"Diplomacy is a major instrument of national policy and International relations." Comment.


4. नवीन अन्तरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के लक्ष्यों तथा साधनों का विवेचन कीजिये।

Discuss the goals means of New International Economic Order.


5. सी. टी. बी. टी. पर एक आलोचनात्मक टिप्पणी लिखिए।

Write a critical note on the C. T. B. T.


खण्ड-अ (Section-A)


6. निम्नलिखित पर टिप्पणियां लिखिए। प्रत्येक टिप्पणी 300 शब्दों से अधिक नहीं होनी चाहिए।

Comment on the following in not more than 300 words each:

(क) पाक्स अमेरिकाना

Pax Americana

(ख) मिडिल किंग्डम कॉम्प्लेक्स

Middle Kingdom Comple

(ग) गुजराल सिद्धांत

Gujral Doctrine


7. विगत दो दशकों में सुदूर पूर्व के देशों के प्रति संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश नीति का परीक्षण कीजिए।

Examine the U.S. foreign policy towards the countries of Far East during the last two decades.


8. 1960 के पश्चात् भारत-नेपाल सम्बन्धों का विवेचन कीजिए।

Discuss India-Nepal relations after 1960.


9. रूस की पश्चिमी एशिया सम्बन्धी विदेश-नीति का परीक्षण कीजिए।

Examine the Russian foreign policy in relation to West Asia.


10. तीसरी दुनिया की प्रमुख विशेषताओं को इंगित कीजिए तथा अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों में इसकी भूमिका का विश्लेषण कीजिए।

Identify the main characteristics of the Third World and analyse its role in international Relations.


UPPSC Mains Examination - 1999

खण्ड-अ (Section-A)


1. निम्नलिखित प्रत्येक पर अनधिक 300 शब्दों में टिप्पणियां लिखिएः

Comment on the following in not more than 300 words each:

(क) अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों में राज्येतरकर्ता

Non-state Actors in international relations.

(ख) “अन्तरराष्ट्रीय राजनीति शक्ति के संदर्भ में राष्ट्रीय-हित का अध्ययन है।”

"International politics is a study of national interest in terms of power."


2. “तथाकथित यथार्थवादी सिद्धान्त भी यथार्थ प्रतीत नहीं होता है।” व्याख्या कीजिए।

"The so-called Realist theory does not seem to be realistic." Discuss.


3. “साम्राज्यवाद और उपनिवेशवाद, यद्यपि अपने राजनीतिक रूप में एशिया और अफ्रीका के अधिकांश क्षेत्र से विदा हो चुके हैं, पर अपने आर्थिक रूप में उनका अस्तित्व अभी भी इन महाद्वीपों में बना हुआ है।” विवेचना कीजिए।

"Though imperialism and colonialism, in their political form, have disappeared from the major part of Asia and Africa, they seem to be very much there in their economic garb." Discuss.


4. शीत युद्ध के अन्त तथा आणविक अन्तरराष्ट्रीय राजनीति की यथार्थता के संदर्भ में ‘असंलग्नता’ की प्रासंगिकता का परीक्षण कीजिए।

Examine the relevance of 'non-alignment' in the context of end of cold war and reality of nuclear international politics.


5. “संयुक्त राष्ट्र ने कार्य अच्छा किया है, परन्तु वह पर्याप्त इच्छा नहीं है।” कारण सहित उत्तर दीजिये।

"The U.N. had done well but not well enough." Answer with reasons.


खण्ड-ब (Section-B)


6. निम्नलिखित प्रत्येक पर अनधिक 300 शब्दों में टिप्पणियां लिखियेः

Comment on the following in not more than 300 words each:

(क) शान्ति के क्षेत्र के रूप में हिन्द महासागर

Indian ocean as a zone of peace.

(ख) अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों में यूरोपीय आर्थिक समुदाय की भूमिका

The role of E.E.C in international relations.


7. दक्षिण एशिया के प्रति संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश नीति के वर्तमान आयामों की विवेचना कीजिए।

Discuss the present U.S. foreign policy postures towards south Asia.


8. चीन की दक्षिणी पूर्व एशिया सम्बन्धी विदेश नीति की विवेचना कीजिये।

Discuss the Chinese foreign policy in relation to South East Asia.


9. “भारत की विदेश-नीति शीघ्रता से बदलती हुई अन्तरराष्ट्रीय व्यवस्था के अनुरूप स्वयं को ढाल सकी है।” विवेचना कीजिए।

"The foreign policy of India has stood the test of changing world order." Discuss.


10. दक्षिण-दक्षिण आर्थिक सहयोग की समस्याओं एवं संभावनाओं का परीक्षण कीजिये।

Examine the problems and prospects of South-South economic cooperation.


UPPSC Mains Examination - 1998

खण्ड-अ (Section-A)


1. निम्नलिखित प्रत्येक पर अनधिक 300 शब्दों में टिप्पणी लिखियेः

Comment on the following in not more than 300 words each:

(क) “हाल के वर्षों में विकसित किया गया वैज्ञानिक उपागम अन्तरराष्ट्रीय राजनीति के अध्ययन के लिये अनुपयुक्त है।”

"The scientific approach which has been developed in recent years is inappropriate to the study of International Politics."

(ख) “निःशस्त्रीकरण अभी भी एक मिथक है।”

"Disarmament is still a mytha."


2. शक्ति सन्तुलन सिद्धांत को समझाइये तथा वर्तमान समय में इसकी सार्थकता का परीक्षण कीजिये।

Explain the theroy of Balance of Power and examine its relevance in the modern times.


3. अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों में अन्तरराष्ट्रीय विधि की भूमिका का विवेचन कीजिये।

Discuss the role of International Law in International Relations.


4. एक क्षेत्रीय अन्तरराष्ट्रीय संगठन के रूप में एशियान (दक्षिणी पूर्वी एशिया के देशों का संगठन) के विकास को रेखांकित कीजिये तथा हाल के वर्षां में इसकी भूमिका का मूल्यांकन कीजिये।

Trace the growth of ASEAN as a regional international organisation and evaluate its performance in recent times.


5. भारत के नाभिकीय परीक्षण के विशेष सन्दर्भ में नाभिकीय निःशस्त्रीकरण की समस्या का विवेचन कीजिये।

Discuss the problem of nuclear disarmament with special reference to India's nuclear experiment.


खण्ड-ब (Section-B)


6. निम्नलिखित प्रत्येक पर अनधिक 300 शब्दों में टिप्पणी लिखियेः

Comment on the following in not more than 300 words each:

(क) “तीसरी दुनिया का अस्तित्व ही नहीं है।”

"The world does not exist at all."

(ख) “भारत की असंलग्नता की नीति राष्ट्रीय-हित पर आधारित है।”

"The Indian Policy of non-alignment is based on national interest."


7. “आज रूस की कोई विदेश-नीति नहीं।” व्याख्या कीजिये।

"Russia has on foreign policy today" Comment.


8. भारत के अपने पड़ोसियों के साथ सम्बन्धों का विवेचना कीजिये। क्या आप इस मत से सहमत हैं कि भारत अपने पड़ोसियों पर छा जाना चाहता है?

Discuss India's relations with her neighbours. Do you agree with the view that India wants to dominate her neighbour? Give reasons.


9. “पश्चिम एशिया में अशान्त के लिये सर्वाधिक गम्भीर धमकी बनी हुई है।” समझाइये।

"The turmoil in the West Asia remains the most serious threat to peace. " Explain.


10. मानव अधिकारों के सम्बर्द्धन तथा संरक्षण के बारे में संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश-नीति का परीक्षण कीजिये।

Examine the U.S. foreign Policy regarding promotion and protection of Human Rights.


UPPSC Mains Examination - 1997

खण्ड-अ (Section-A)


1. निम्नलिखित पर टिप्पणियाँ लिखिये, जिनमें से प्रत्येक 300 से अधिक न हो।

Comment upon the following in not more than 300 words each:

(क) “मार्गनथो का ‘यथार्थतावादी सिद्धान्त’ अन्तरराष्ट्रीय राजनीति के यथार्थ को समझाने में अक्षम है।”

"The Realist Theory of Morgantheau is incapable to explain the reality of International Politics."

(ख) “अन्तरराष्ट्रीय संबंधों की अनेक समस्याएं और ‘तनाव क्षेत्र’ नव उपनिवेशवाद के कारण उत्पन्न हुए हैं।”

"Several tension areas and problems of Contemporary International Politics are due to Neo-colonialism."


2. असंलग्नता क्या है? वर्तमान अंतरराष्ट्रीय संबंधों में इसकी भूमिका की विवेचना कीजिये।

What is Non-alignment? Discuss its role in the current International Relations.


3. पिछले 50 वर्षों अंतरराष्ट्रीय राजनीति में संयुक्त राष्ट्र की भूमिका का मूल्यांकन कीजिये।

Evaluate the role of the United Nations in International Politics during the past 50 years.


4. उत्तर-द्वितीय विश्वयुद्ध-काल में शीतयुद्ध की उत्पत्ति का लेखा-जोखा कीजिये। अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर इसके प्रभाव की परीक्षा कीजिये।

Account for the origin of the Cold War in the Post-second World War period. Examine its impact on International Politics.


5. अन्तरराष्ट्रीय राजनीति के अध्ययन को मोर्टन-काप्लान का योगदान समझाते हुये व्यवस्था उपागम पर प्रकाश डालिये।

Explain the contribution of Morton-Kaplan highlighting his Systems Approach to thestudy of International Polities


खण्ड-ब (Section-B)


6. निम्नलिखित पर टिप्पणियां लिखिये, जिनमें प्रत्येक 300 शब्दों से अधिक न होः

Comment upon the following in not more than 300 words each:

(क) “भारत की विदेश नीति शीघ्रता से बदलती हुई अन्तरराष्ट्रीय व्यवस्था के अनुरूप को ढाल सकी है।”

"The foreign Policy of India has stood the test of a fast changing world order."

(ख) “दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय सहयोग की अपेक्षा क्षेत्रीय विरोध के क्षेत्र अधिक हैं।”

"There are more sones of regional conflict than regional cooperation South Asia."


7. भारत के श्रीलंका के साथ संबंधों का परीक्षण कीजिये। क्या हाल में उनमें कोई परिवर्तन आया है?

Examine India's relations with Sri Lanka. Has there been a shift recently?


8. अफ्रीका में स्वतंत्र राज्यों के उदय तथा अन्तरराष्ट्रीय राजनीति पर इसके प्रभाव की समीक्षा कीजिये।

Evaluate the emergence of independent states in Africa and its effect on International Politics.


9. द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद दक्षिण एशिया के प्रति संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश-नीति का परीक्षण कीजिये।

Examine the foreign policy of U.S.A. towards South Asia in the Post Second War period.


10. 1962 के पश्चात् एशिया के पड़ोसी राष्ट्रों (पाकिस्तान, नेपाल और भूटान) के प्रति चीन की विदेश-नीति का परीक्षण कीजिये।

Examine China's foreign policy towards Asian neighbours (Pakistan, Nepal and Bhutan) since 1962.


UPPSC Mains Examination - 1996

खण्ड-अ (Section-A)


1. “नवीन उपागमों के परिणामस्वरूप अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों का अध्ययन उत्तरोत्तर अधिक अन्तःशास्त्रीय, व्यवहारवादी, तुलनात्मक तथा वैज्ञानिक हो गया है।” व्याख्या कीजिये।

"As a result of the new approaches, the study of international relations has become increasingly interdisci-plinary, behavioural comparative and Scientifics." Comment.


2. राष्ट्रीय शक्ति के घटक क्या हैं? समझाइये कि वह सापेक्ष प्रकृति की होती है।

What are the elements of National Power? Explain that it is of Relative nature.


3. राजनय अब कुलीन सामन्तों तथा पेशेवर सैनिकों के एकाधिकार में नहीं है और न राष्ट्र-राज्य अन्तरराष्ट्रीय राजनीति के एकमात्र महत्वपूर्ण अभिनेता है। -(के० जे० होल्सती)

"Diplomacy ' is no longer the monopoly of aristocrats and professional soldiers. Nor indeed are nation-states the only important soldiers. Nor indeed are nation-states the only important actors in international politics. " -(K. J. Holsti)


4. उपर्युक्त कथन के प्रकाश में नए राजनय के मुख्य आधारों की विवेचना कीजिये।
‘विश्वशान्ति की आधा न तो संयुक्त राष्ट्र की विभिन्न गतिविधियों पर आधारित है न सैनिक संधियों पर, न ही आतंक के संतुलन पर, वह तो सामूहिक सुरक्षा की व्यवस्था पर आधारित है।’ विवेचन कीजिए।

"Not on the activities of the United Nations, not on alliances, not on a balance of terror but on collective security rests the hope of world peace." Discuss.


5. नवीन अन्तरराष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था क्या है? इसके हेतु असंलग्न आन्दोलन के क्या प्रयास रहे है?

What is New International Economic Order? What have been the endeavours of the Non-Aligned Movement for it?


खण्ड-ब (Section-B)


6. “स्वतंत्र भारत अन्तरराष्ट्रीय राजनीति का सर्वाधिक रचनात्मक लोकतंत्री कारक रहा है।” क्या यह टिप्पणी भारतीय विदेश-नीति का सही मूल्यांकन है?

"Free India has been the most constructive democratiser of International Politics." Is this comment a correct assessment of India's foreign policy?


7. ‘दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (दक्षेस) की स्थापना ने दक्षिण एिंशया के राज्यों में पारस्परिक सहयोग के द्वार खोल दिये हैं।’

'The establishment of South Asian Association for Regional Cooperation (SAARC) has opened the gates of mutual cooperation among the States of South Asia.'


8. चीन और भारत के परराष्ट्र नीति सम्बन्धी मुख्य मतभेदों का उल्लेख कीजिए। आज के सम्बन्ध किस स्थिति में हैं?

Discuss the chief points of disagreement between China and India on foreign policy matters. How things stand today?


9. भारतीय उपमहाद्वीप के प्रति संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश-नीति के उद्देश्यों की आलोचनात्मक विवेचना कीजिये।

Critically analyse the objective of the foreign policy of U.S.A. towards the India sub-continent.


10. “विभिन्न रूपों में तथा विभिन्न तरीकों से अफ्रीका के अनेक भागों में साम्राज्यवाद अब भी क्रियाशील है।” परीक्षण कीजिये।

"In various forms and by different methods imperialism is still operative in several parts of Africa." Examine.


UPPSC Mains Examination - 1995

खण्ड-अ (Section-A)


1. निम्नलिखित पर टिप्पणियां लिखिये जिनमें से प्रत्येक 300 शब्दों से अधिक न होः

Comment upon the following in not more than 300 words each:

(क) ‘यथार्थवादी सिद्धांत अन्तरराष्ट्रीय राजनीति की यथार्थता को पूरी तरह परिभाषित नहीं करता।’

'The Realish Theory does not fully define the reality of International Politics.'

(ख) ‘सत्ताधारी वर्ग के हित और राष्ट्रीय हित सदा एक से नहीं होते, पर सत्ताधारी वर्ग उन्हें एक-सा दिखाकर ही शासन करता है।’

'The interests of ruling classes and the national interests are not always indentical but ruling classes rule by making these look identical.'


2. “राष्ट्रीय शक्ति के कुछ तत्व यदि ठीक से विकसित किये गये होते तो भारत आज चीन की तरह अन्तरराष्ट्रीय क्षितिज पर एक महाशक्ति के रूप में उभर सका होता।” विवेचना कीजिये।

"Some elements of national power, if property developed, India today would have been a big power like China in International arena." Discus.


3. अन्तरराष्ट्रीय राजनीति में राजनय की भूमिका के महत्व को स्पष्ट कीजिए। भारत का उदाहरण क्या प्रकट करता है?

Bring out the importance of the role of Diplomacy in International Politics. What does India's example demonstrate?


4. “संयुक्त राष्ट्रसंघ आज की परिस्थितियों में अमेरिका के हाथ में कठ-पुतली बन गया है।” क्या यह आकलन सही है? विवेचना कीजिए।

"The United Nations has become, under the present circumstance a tool in the hands of the United States of America." It is a fair assessment of its position"? Discuss.


5. परमाणु शक्ति का अन्तरराष्ट्रीय राजनीति पर क्या असर पड़ा है? इस दृष्टि से व्यापक परमाणु परीक्षण निषेध संधि के प्रस्तावित प्रारूप पर भारत तथा परमाणु शक्ति-सम्पन्न राष्ट्रों की स्थिति स्पष्ट कीजिए।

What has been the impact of nuclear power on International Politics? In this context,discuss the position of India and nuclear powers about the proposed draft of the Comprehensive Test Ban Treaty.


खण्ड-ब (Section-B)


6. निम्नलिखित पर टिप्पणियां लिखिये जिनमें से प्रत्येक 300 शब्दों से अधिक न होः

Comment upon the following in not more than 300 words each:

(क) “सोवियत संघ के विखण्डन के बाद भी भारत अपनी विदेश-नीति में कोई नयापन नहीं ला सका है।”

"India has failed to restructure its foreign policy even after the disintegration of the Soviet Union."

(ख) “राष्ट्रपति नेलसन मण्डेला की दक्षिणी अफ्रीका की विदेश नीति अफ्रीकी एकता के हित में अप्रभावी रही है।”

"The foreign policy of Nelson Mandela of South Africa has been ineffective in further in African Unity."


7. चीन की दक्षिण-पूर्व एशिया सम्बन्धी विदेश-नीति के पहलुओं को स्पष्ट कीजिए।

Clarify the Chinese policy in relation to South-East Asian


8. उलझन भरी अफगान-समस्या पर भारत और पाकिस्तान की भूमिकाओं का तुलनात्मक विश्लेषण प्रस्तुत कीजिये।

Present a comparative analysis of Indian and Pakistani roles in the unresolved Afghan problem.


9. भारत-बांग्लादेश सम्बन्धों की समीक्षा कीजिए और उन्हें प्रभावित करने वाले कारकों को पहचानिये।

Evaluate Indo-Bangladesh relations and identify the factors which influence these relations.


10. पश्चिम एशिया क्षेत्र में सहयोग की प्रवृत्तियां दक्षिण एशिया क्षेत्र के देशों से किस प्रकार भिन्न हैं? दोनों की तुलना कीजिए।

How do cooperative tendencies in West Asia differ from those obtained in South Asia? Compare the two regions.


UPPSC Mains Examination - 1994

खण्ड-अ (Section-A)


1. अन्तरराष्ट्रीय राजनीति के अध्ययन हेतु प्रयुक्त मार्टन कापलान के व्यवस्था सिद्धांत का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये और समकालीन उपयोगिता पर प्रकाश डालिये।

Critically examine the System's Theory as propounded by Morton Kaplan for the study of International Politics and evaluate it contemporary relevance.


2. “शक्ति संतुलन को आतंक के संतुलन ने स्थानापन्न कर दिया है। दुर्भाग्यवश कोई संतुलन था ही नहीं।” व्याख्या कीजिये।

"The Balance of Power had been replace by the Balance of Terror. Unfortunately there was no balance." Discuss.


3. "नव शीतयुद्ध मूलतः महाशक्तियों के द्वारा अनेक दबावों के मध्य कठिनाई पूर्वक धीमी प्रक्रिया से निर्मित किये जा रहे ‘देतांत’ का प्रतिगमन था।" इस कथन की व्याख्या करते हुए स्पष्ट कीजिये कि क्या वर्तमान विश्व में देतांत की प्रक्रिया दृष्टिगोचर होती है?

"The new Cold War was basically the reversal of a slow process of 'detents" built to painfully by the two Super Powers under pressure of so many forces'. Discuss the statement and explain whether any process of detents is being visualise in the present day world?


4. अखिल अमेरिकनवाद का क्या आशय है? लैटिन अमेरिका में क्षेत्रीय व्यवस्था के विकास में कौन-से कारक समाहित हैं?

What is meant by Pan-Americanism? What are the factors involved in the development of a regional system in Latin America?


5. “नवीन अन्तरराष्ट्रीय यथार्थता के परिप्रेक्ष्य में विचारधारा की शायद ही कोई भूमिका है।” इस कथन का परीक्षण कीजिए।

"Ideology hardly plays any role in the new international reality." Examine this statement


खण्ड-ब (Section-B)


6. धार्मिक एवं भौगोलिक कारकों को भारत एवं उसके पड़ोसी राष्ट्रों के साथ सम्बन्धों पर प्रभाव का विश्लेषण करें।

Analyse the impact of religious and geographic factors on India's relations with her neighbours.


7. ‘दक्षिण-दक्षिण सहयोग की अपनी अन्तर्निहित सीमाएं हैं।’ दक्षिण एशिया में दक्षिण एशियाई सहयोग संगठन के संदर्भ में इस कथन की व्याख्या करें।

'South-South Cooperation has its inherent limitations.' Explain it in the context of SAARC in the South Asian Sub continent.


8. ‘संयुक्त राष्ट्रसंघ के घोषित उद्देश्य चाहे कितने ही महान हों, उसकी संरचना में ही शांति और न्याय के आधार पर अंतरराष्ट्रीय सुव्यवस्था स्थापित करने की सामर्थ्य नहीं है।’ क्या आप इस कथन से सहमत हैं? तर्क दीजिये।

'How so ever grand its declared objectives, the United Nations, by its very structure is ill-equipped to bring about an international order based on peace and justice'. Do you agree with this statement? Give reasons.


9. मध्य एशियाई राष्ट्रों के प्रति संयुक्त राज्य अमेरिका की विदेश नीति का भूतपूर्व सोवियत संघ के विघटन के उपरांत परीक्षण कीजिये।

Examine the foreign policy of United States of America towards the States of Central Asia after the disintegration of the Soviet Union.


10. ‘विश्व व्यवस्था पारस्परिक निर्भरता, सहयोग एवं शांति के नवयुग की ओर अग्रसर हो रही है।’ इस कथन का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये।

'The global system is heading towards a new era of interdependence, cooperation and peace.' Critically examine the statement.


UPPSC Mains Examination - 1993

खण्ड-अ (Section-A)


1. निम्नलिखित पर टिप्पणियां लिखिये जिनमें से प्रत्येक 300 शब्दों से अधिक न हो।

Comment upon the following in not more than 300 words each:

(क) “अन्तरराष्ट्रीय राजनीति शक्ति के सन्दर्भ में राष्ट्रीय हित का अध्ययन है।”

"International politics is a study of national in terests interms of power."

(ख) “एक विदेश-नीति गृह नीति की परछाई होती है।”

"A foreign policy is reflection of domestic policy."


2. “साम्राज्यवाद और उपनिवेशवाद, यद्यपि अपने राजनीतिक रूप में एशिया और अफ्रीका के अधिकांश क्षेत्र से विदा हो चुके है, पर अपने आर्थिक क्षेत्र में उनका अस्तित्व अभी भी इन महाद्वीपों में बना हुआ है।” समझाइये।

"Though imperialism and colonialism, in their politics form, have disappeared from the major part of Asia and Africa, they seem to be very much there in their economic grab." Explain.


3. “असंलग्नता आणविक अन्तरराष्ट्रीय राजनीति की आवश्यकता है।” विवेचना कीजिये।

"Non-aligment is the need of Nuclear International Politics." Discuss.


4. संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद् के संगठन और शक्तियों का विवरण दीजिये। यह राष्ट्र संघ की परिषद् से किस प्रकार विश्व शक्ति की स्थापना के लिए अधिक सक्षम है?

Describe the composition and power of the Security Council of the U.N. to what extent it is better qualified to established world peace than the Council of the League of Nations?


5. 1967 के बाद निःशस्त्रीकरण की समस्या को सुलझाने के लिए किये गये प्रयत्नों का आलोचनात्मक समीक्षा कीजिये।

Give critical account of the attempt made after 1967 to tackle the problem of disarmament.


खण्ड-ब (Section-B)


6. निम्नलिखित पर टिप्पणियां लिखिये जिनमें से प्रत्येक 300 शब्दों से अधिक न होः

Comment upon the following in not more than 300 words each:

(क) “भारत की विदेश-नीति एकल धुरी की दुनिया में परिवर्तन चाहती है।”

"Foreign Policy of India needs change in the Unipolar World of Today."

(ख) “इजराइल-फिलस्तीनी समझौता पश्चिम एशिया में स्थायी शान्ति की आधार-भूमि है।”

"The Israel-Palestine accord represents a groundwork for stable peace in West Asia."


7. 1964 में भारत-रूस सम्बन्धों के विकास की आलोचनात्मक रूपरेखा प्रस्तुत कीजिये।

Trace critically the reolution of Indo-Russian (Soveit) relations since 1694.


8. 1947 के बाद दक्षिणी पूर्वी एशिया में प्रादेशिक संघर्ष और सहयोग की प्रवृत्तियों का विवेचन कीजिये।

Discuss the tendencies of regional conflict and cooperation in South East Asia after 1947.


9. अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों में अफ्रीका राजनीति की भूमिका की विवेचना कीजिये।

Discuss the role of African politics in international relations.


10. माओ के बाद चीन की विदेश-नीति की प्रमुख दिशाओं का विवेचन कीजिये।

Dissus the main directions of Post-Mao foreign policy of China.


UPPSC Mains Examination - 1992

खण्ड-अ (Section-A)


1. “अन्तरराष्ट्रीय राजनीति के अध्ययन में निर्णय-निर्माण दृष्टि विश्लेषण को गम्भीर उपाधान के रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता।” इस कथन के परिप्रेक्ष्य में अन्तरराष्ट्रीय राजनीति के निर्णय-निर्माण दृष्टि में किये गये प्रमुख सुधार सुझाओं का परीक्षण कीजिये।

"The decision making approach to the study of International Politics can not be considered as a serious toll of analysis." Examine the view and discuss the important refinements which have been suggested in this decision making approach to International Politics.


2. “उपराष्ट्रवाद का उदय राष्ट्रीय राज्य व्यवस्था की सबसे बड़ी चुनौती है।” इस कथन का पूर्व योरोपिय, अफ्रीकी एवं पूर्व सोवियत संघ के हाल ही में स्वतंत्र हुए देशों में प्राप्त घटनाओं के सन्दर्भ में परीक्षण कीजिये।

"The growth of Sub nationalism is the greatest challenge to the nation state system." Examine the statement in the context of the incidents being witnessed in the recently liberated countries of the Eastern Europe, Africa and former USSR.


3. “राष्ट्रीय हित विदेश-नीति का मूल आधार है।” समसामयिक अन्तरराष्ट्रीय घटना परिदृश्य के सन्दर्भ में विवेचना कीजिये।

"National interest is the key-note of foreign policy." Discuss the statement in view of the contemporary international seenarion.


4. दोनों, निशस्त्रीकरण और विकास अन्योन्याश्रित स्थितियां हैं, व्याख्या कीजिये और उदाहरण दीजिये।

Detente, disarmament and development are interdepedent situations. Explain and illustrate.


5. नव अन्तरराष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था के उदय की प्रक्रिया में विकसित एवं विकासशील राष्ट्रों की भूमिकाओं की विवेचना कीजिये।

Explain the roles of developed and developing countries in the process of the emerence of New International Economic Order.


खण्ड-ब (Section-B)


6. स्वतंत्र्योतर दक्षिण एशियाई लघु शक्तियों के प्रति भारत के दृष्टिकोण की विवेचना कीजिये। स्वतंत्रता से पूर्व की ब्रिटिश नीतियों से यह कहां तक प्रभावित रही है?

Discuss India's approach towards small powers of South Asia after independence. How far it has been influenced by British policies of pre-independence era?


7. पश्चिम एशियाई संघर्ष में अमेरिकी तथा अरब राष्ट्रों की विदेश नीतियों का परीक्षण कीजिये।

Examine the foreign policies of the United States and the Arab countries in the West Asian conflict.


8. संयुक्त राष्ट्र के अन्दर और बाहर अफ्रीकी एकता के उद्देश्य को प्राप्त करने की दिशा में किये गये प्रयासों का एक आलोचनात्मक मूल्यांकन कीजिये?

Attempt a critical evaluation of the African unity in U.N. and outside.


9. 1947 के उपरान्त दक्षिण एशिया में संघर्ष-निराकरण की प्रकृति का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये।

Critically examine the nature of conflict and conflict resolution in South Asia since 1947.


10. 1950 से भारत और उसके पड़ोसियों के संबंधों में तनाव के मुख्य कारण क्या रहे हैं? विवेचना कीजिये।

What are main irritants in the relations between India and the neighbours since 1950? Discuss.


UPPSC Mains Examination - 1991

खण्ड-अ (Section-A)


1. अन्तरराष्ट्रीय राजनीति का अर्थ स्पष्ट कीजिये तथा यह बतलाइये कि यह अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों से किस प्रकार भिन्न हैं।

Explain the meaning of International Politics and distinguish it from International Relations.


2. अन्तरराष्ट्रीय राजनीति के यथार्थवादी सिद्धांत की प्रमुख मान्यताओं का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये।

Critically examine the main assumptions of the Realist theory in International.


3. शक्ति संतुलन सिद्धांत की व्याख्या कीजिये। यह कहना कहां तक सत्य है कि शक्ति संतुलन अभी भी अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्धों का अधारतत्व है?

Explain the theory of Balance of power. How far is it correct to say that Balance of Power is still the basic element in International Relations?


4. शीतयुद्ध तथा तनाव-शैथिल्य के मध्य अन्तर समझाइये तथा इसे क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा किये गये प्रयासों का मूल्यांकन कीजिये।

Distinguish between Cold War and Detents and evaluate the effots made by U.N.O. in this field.


5. “गुटनिरपेक्ष आन्दोलन का प्रमुख उद्देश्य एक नई अन्तरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की स्थापना के लिए कार्य करना है।” विवेचना कीजिये।

"The main objective of the non-alignment moverment is to work for the establishment of New International Economic order." &Discuss.


खण्ड-ब (Section-B)


6. भारत तथा उसके पड़ोसियों के लिए पूर्व सोवियत संघ के पतन से उत्पन्न विदेश-नीति निहितार्थों की विवेचना कीजिये।

Discuss the foreign policy implications of the collapse of former Soveit Union for India and her neighbours.


7. पश्चिमी एशिया में अन्तरराष्ट्रीय संबंधों को यहूदी समस्या ने किस प्रकार प्रभावित किया है? उत्तर सोदाहरण होना चाहिए।

How has the Zionist problem influenced the International Relations in West Asia? Illustrate your answer.


8. अफ्रीकी जागरण ने अन्तरराष्ट्रीय राजनीति को किस प्रकार प्रभावित किया है? स्पष्ट कीजिए।

How has the African resurgence influenced International Politics? Explain.


9. राष्ट्रपति बुश की अमेरिकी विदेश-नीति की विवेचना कीजिये।

Discuss the foreign policy of USA under President Bush.


10. दक्षिण-पूर्व एशिया देशों के प्रति चीन की विदेशी-नीति का परीक्षण कीजिये।

Examine the foreign policy of China towards the countries of South East Asia.


UPPSC Mains Examination - 1990

खण्ड-अ (Section-A)


1. अन्तरराष्ट्रीय व्यवस्था जिस रूप में आज है, की प्रकृति की विवेचना कीजिये।

Discuss the nature of the international system as it obtains today.


2. समझाइये कि राष्ट्रों की विदेश-नीतियों में ‘राष्ट्रीय हित में वृद्धि’ किस प्रकार होती है।

Explain how 'national interest' undergoes 'extension' in nations foreign policies.


3. सामूहिक सुरक्षा की अवधारणा की व्याख्या कीजिये। संयुक्त राष्ट्र के अन्तर्गत इसने किस प्रकार कार्य किया है?

Explain the concept of Collective Security. How has it worked under the United Nations?


4. हाल के वर्षों में नाभिकीय निःशस्त्रीकरण के क्षेत्र में हुई प्रगति की विवेचना कीजिए। पूर्ण नाभिकीय निःशस्त्रीकरण के मार्ग में मुख्य बाधाएं क्या हैं?

Discuss the progress made in the field of nuclear disarmament in recent years. What are the main obstacles in the way to total nuclear disarmament?


5. गुट निरपेक्ष आन्दोलन की प्रकृति तथा दिशा का विवेचन कीजिये।

Discuss the nature and direction of the non-aligned movement.


खण्ड-ब (Section-B)


6. क्या आपकी राय में गोर्वाच्योद ने सोवियत विदेश-नीति में क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया है? तर्क सहित उत्तर दीजिए।


7. राजीव गांधी के नेतृत्व में भारत की विदेश नीति का आलोचनात्मक मूल्यांकन प्रस्तुत कीजिये।

Attempt a critical appraisal of India's foreign policy under Rajiv Gandhi.


8. विभिन्न रूप में तथा विभिन्न तरीकों से अफ्रीका के अनेक भागों में साम्राज्यवाद अब भी क्रियाशील है।ष् परीक्षण कीजिये।

"In various forms and by different method. Imperialism is still operative in several parts of Africa." Examine .


9. द्वितीय विश्व युद्ध के उपरान्त अमरीकी विदेश-नीति के क्या मुख्य आधार थे? अब उनमें क्या परिवर्तन हो रहे हैं?


10. माओ के उपरान्त चीन की विदेश नीति की प्रमुख प्रवृत्तियों की विवेचना कीजिए।

Point our major trends in China's foreign policy after Mao.