• EN
  • लॉग-इन
  • रजिस्टर
  • खरीदें
chronicle india logo
chronicle india logo
  • होम
  • सामयिक घटनाक्रम
  • ई-पत्रिकाएं
  • वनलाइनर
  • पुस्तकें
  • पत्रिकाएं
  • सब्सक्रिप्शन
  • ई-पुस्तकें
  • ई-टेस्ट सीरीज
  • मुफ्त संसाधन
  • ई-स्टोर
    • विशेष ऑफर
    • कॉम्बो ऑफर
    • पत्रिकाएं
    • पुस्तकें
    • सब्सक्रिप्शन
  • संपर्क करें
    • करियर
    • हमारे बारे में
    • रिक्ति
    • संपर्क करें
  1. होम
  2. साक्षात्कार
  3. दिव्य प्रकाश

Topper 64वीं बीपीएससी परीक्षा (राजस्व अधिकारी)

Book Title
BPSC
दिव्य प्रकाश



  • नाम: दिव्य प्रकाश
  • पिता का नाम एवं पेशा: के-पी- अस्थाना, LIC अभिकर्ता
  • माता का नाम एवं पेशा: उषा सिन्हा, शिक्षिका (सेवानिवृत)
  • शैक्षिक योग्यता: बी-ए-- एलएनडी कॉलेज (मोतिहारी), विषय- भूगोल, श्रेणी- प्रथम एम-ए-, पटना विश्वविद्यालय, विषय- भूगोल, श्रेणी- प्रथम
  • सकारात्मक पक्ष: जुझारूपन, हार न मानना, सकारात्मक सोच, ईमानदारी
  • नकारात्मक पक्ष: जल्दी किसी पर भरोसा कर लेना, कभी-कभी भावनात्मक पक्ष और क्रियात्मक पक्ष के मध्य भावनात्मक पक्ष को तवज्जो देना
  • अभिरुचियां: अलग-अलग तरह का खाना बनाना, दोस्तों के साथ बातें करना
  • आदर्श व्यक्ति: मेरा कोई एक आदर्श व्यक्ति नहीं है। जिसके भी व्यक्तित्व में जो अच्छी बातें लगाती हैं मैं उसे अपनाने कि कोशिश करता हूँ। दैनंदिन जीवन में मैं अपनी माँ से बहुत प्रभावित और प्रेरित होता हूँ, खासकर उनके निर्णयन क्षमता से। मेरी माँ सही अर्थाे में एक सशक्त महिला हैं।

सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः 64वीं बीपीएससी में शानदार सफलता के लिए आपको हार्दिक बधाई।

दिव्य प्रकाशः आपका बहुत बहुत धन्यवाद।

सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः आपकी सफलता में परिवार, मित्रें व शिक्षकों का सहयोग कैसा रहा? आपकी पृष्ठभूमि ने आपकी सफलता में किस प्रकार योगदान किया?

दिव्य प्रकाशः मेरा स्पष्ट मानना है कि, अगर परिवार का साथ ना हो तो मंजिल के रास्ते काफी मुश्किल हो जाते हैं। मैं खुशनसीब हूँ कि मुझे मेरे परिवार का भरपूर साथ और सहयोग मिला। परिवार की तरफ से कभी कोई अनावश्यक दबाव मेरे ऊपर नहीं था। मित्रें का भी काफी सहयोग रहा और मैंने जिन-जिन शिक्षकों का संसर्ग प्राप्त किया सभी ने मेरा मार्गदर्शन किया।

मेरी मां बिहार सरकार में प्रधानाचार्या थीं। इसके कारण घर में शुरू से ही पढ़ाई-लिखाई का माहौल था। इसलिए मेरी पृष्ठभूमि ने हमेशा मुझे प्रेरित किया।

सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः आपने परीक्षा की तैयारी आरंभ कैसे की? तैयारी आरंभ करते समय आपने किन पहलुओं पर विशेष रूप से ध्यान दिया? परीक्षा की तैयारी शुरू करने का आदर्श समय क्या होना चाहिए?

दिव्य प्रकाशः मैं जब स्नातक के अंतिम वर्ष में था तब से सिविल सेवा में जाने को लेकर सोचना आरम्भ किया, परन्तु पूर्णतः तैयारी की शुरुआत एम-ए- के बाद की। तैयारी आरम्भ करने से पहले मैंने बीपीएससी परीक्षा के पूरे पैटर्न और पाठड्ढक्रम को समझा एवं तब तैयारी आरम्भ की। जहाँ तक तैयारी शुरू करने के आदर्श समय की बात है तो मेरा मानना है कि यह जितनी जल्दी हो उतना बेहतर है। हालाँकि मैंने काफी देर से तैयारी शुरू की। मेरे अनुसार कम से कम स्नातक प्रथम वर्ष से ही तैयारी आरम्भ हो जानी चाहिए।

सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः भाषा माध्यम के कारण क्या आपको कोई लाभ हुआ? क्या आप मानते हैं कि अंग्रजी भाषी लाभप्रद स्थिति में होते हैं?

दिव्य प्रकाशः मेरी भाषा हिंदी थी। भाषा के ऊपर मेरी पकड़ एवं मेरी लेखन शैली भी ठीक है। मेरी समझ में मुझे इसका काफी लाभ हुआ। मुझे ऐसा नहीं लगता है कि अंग्रेजी भाषा बहुत लाभप्रद स्थिति में है, क्योंकि वैकल्पिक विषय में मुझे 195 अंक मिले हैं और सामान्य अध्ययन 1 में मुझे 170 अंक मिले हैं, जो कई अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थियों से ज्यादा हैं। मेरा ऐसा मानना है कि भाषा जो भी हो, उसकी गहरी समझ और उस पर पकड़ एवं उचित लेखन शैली का होना अनिवार्य है।

सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः आपका वैकल्पिक विषय क्या था? इसके चयन का आधार क्या था? क्या वैकल्पिक विषय के चयन में आपने कथित लोकप्रियता को भी आधार बनाया?

दिव्य प्रकाशः मेरा वैकल्पिक विषय भूगोल था। मेरे वैकल्पिक विषय के चयन का आधार कोई लोकप्रियता नहीं थी, वरन मेरी पृष्ठभूमि थी। दरअसल मेरा स्नातक और स्नातकोत्तर भूगोल से ही था और जब मैंने तैयारी आरम्भ की तो वैकल्पिक विषय को लेकर मैं स्पष्ट था, कि मुझे भूगोल ही रखना है।

सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः परीक्षा के तीनों चरणों की तैयारी के लिए आप कितना समय उपयुक्त मानते हैं? तीनों चरणों की तैयारी में आपकी समय की रणनीति एक जैसी रही या उसमें बदलाव भी किए?

दिव्य प्रकाशः बीपीएससी की तैयारी में एक औसत दर्जे के विद्यार्थी के लिए अधिकतम 1-5 से 2 वर्ष पर्याप्त समय है।

तीनों चरणों की परीक्षा की तैयारी में समय की रणनीति अलग-अलग होती है। प्रारम्भ में आप औसत 6-7 घंटे भी पढ़ें तो काफी है। प्रारंभिक परीक्षा के तीन महीने पूर्व से 8-10 घंटे एवं मुख्य परीक्षा के समय 13-14 घंटे का समय देना चाहिए। हालांकि यह विद्यार्थी की क्षमता पर निर्भर करता है।

सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः मुख्य परीक्षा में सामान्य अध्ययन की अहमियत बढ़ा दी गई है। इसे पूरी तरह कवर करने व अच्छी तरह तैयार करने का सर्वाेत्तम तरीका क्या हो सकता है? मुख्य परीक्षा में सामान्य अध्ययन के विस्तृत पाठड्ढक्रम को देखते हुए इसकी तैयारी के लिए आपने क्या रणनीति अपनाई? परीक्षा भवन में प्रश्नों को हल करने के लिए क्या आपने कोई विशेष रणनीति अपनाई?

दिव्य प्रकाशः निश्चित रूप से मुख्य परीक्षा में सामान्य अध्ययन की काफी अहमियत है। इसके लिए मैंने अपनी तैयारी के आरम्भिक दौर में अपने समय को दो हिस्सों में बांटा था। एक हिस्सा वैकल्पिक विषय हेतु एवं दूसरा हिस्सा सामान्य अध्ययन हेतु। सामान्य अध्ययन के लिए मैंने सर्वप्रथम एनसीईआरटी को पढ़ा। मुख्य परीक्षा के समय मेरी सिर्फ करेंट अफेयर्स की तैयारी ही शेष थी, बाकी सभी हिस्सों का मात्र रिवीजन ही करना था। सामान्य अध्ययन का एक अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा STATISTICS होता है और मेरा ऐसा मानना है कि इसके बिना परीक्षा उत्तीर्ण करना काफी मुश्किल है। इसके लिए मैं प्रारंभिक परीक्षा के बाद प्रतिदिन 2 प्रश्नों का अभ्यास करता था और कोशिश करता था कि 20 मिनट में एक प्रश्न बना लूं।

जहां तक परीक्षा भवन में प्रश्नों को हल करने की बात है, तो मैंने पहले पूरे इत्मिनान से सभी प्रश्नों को पढ़ा एवं उनमें से उन प्रश्नों का चयन किया जिनको मैं सबसे बेहतर निभा सकता था, इसका मुख्य पैमाना मेरे पास प्रश्नों की मांग के अनुरूप कंटेंट की उपलब्धता थी।

सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः क्या आपने अपने नोट्स बनाए? ये नोट्स किस प्रकार उपयोगी रहे? एक ही कोचिंग संस्थान के नोट्स का उपयोग कई छात्र करते हैं। ऐसे में इन नोट्स को औरों से अलग बनाने हेतु आपने क्या रणनीति अपनाई?

दिव्य प्रकाशः जी हाँ, मैंने नोट्स बनाये थे। दरअसल मेरे पास कोचिंग के नोट्स भी थे और किताबे भी थी। मैं जब भी कोई टॉपिक पढ़ता था तो पहले किताब पढ़ता था फिर नोट्स पढ़ता था_ उसके बाद दोनों की मदद से अपनी भाषा में पुनः नोट्स बनाता था। यह इसलिए भी जरूरी होता है क्योंकि किसी भी नोट्स का समय के साथ अपडेट होना जरूरी है। कुल मिलाकर परीक्षा के लिए मैंने अंतिम रूप से जिस नोट्स का सहारा लिया वो मेरा अपना बनाया हुआ नोट्स था।

सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः उत्कृष्ट उत्तर लेखन शैली क्या होनी चाहिए? इसके लिए आपने तैयारी के दौरान क्या तरीका अपनाया?

दिव्य प्रकाशः अच्छी लेखन शैली मेरी तैयारी का बहुत अहम् हिस्सा था। जब मैं गोपाल सिंह सर के संसर्ग में था तो उन्होंने उत्तर लेखन पर बहुत काम कराया था। मेरे अनुसार, इसके लिए सर्वप्रथम अपना एक बढि़या शब्दकोष विकसित करने की आवश्यकता होती है। उत्तर लेखन में उत्तर का स्वरूप यानी STRUCTURING बहुत महत्वपूर्ण होती है_ अर्थात उत्तर की सजावट प्रश्न की मांग के अनुरूप होनी चाहिए। इसके लिए एकमात्र तरीका जो मैंने अपनाया था, वह था प्रैक्टिस_ तैयारी के आरम्भ से ही मैं गोपाल सिंह सर के पास प्रत्येक शनिवार को प्रैक्टिस करता था और उनसे दिशा निर्देश प्राप्त करता था।

सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः आपने साक्षात्कार की तैयारी कैसे की? आपका साक्षात्कार कैसा रहा? आपसे कैसे प्रश्न पूछे गए? क्या किसी प्रश्न पर आप नर्वस भी हुए?

दिव्य प्रकाशः साक्षात्कार के समय मैंने अपने विषय (भूगोल) के बेसिक चीजों का एक बार रिवीजन किया। साथ ही समाचार पत्र (जो मैं प्रतिदिन पढ़ता हूँ) में बिहार से निकलने वाले अखबारों को ज्यादा महत्व देना शुरू किया। उसके बाद पटना में ही टारगेट सिविल सर्विसेज में मैंने मॉक इंटरव्यू दिया था।

मेरा साक्षात्कार औसत रहा था, यद्यपि बोर्ड के अध्यक्ष महोदय द्वारा पूछे गए पहले सवाल का ही जवाब मैं नहीं दे पाया था। मुझसे करेंट मुद्दे, किसान आंदोलन, भूगोल और हॉबी से मुख्यतः सवाल पूछे गए थे। बोर्ड में अंदर प्रवेश से पहले मैं थोड़ा नर्वस जरूर था पर थोड़ी ही देर में मैं सहज हो गया। बोर्ड काफी सहयोगी था।

सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः तैयारी में पत्र-पत्रिकाओं से आपको कितनी सहायता मिली? आपने किन पत्र-पत्रिकाओं का अध्ययन किया? सिविल सेवा परीक्षा के लिए इन पत्र-पत्रिकाओं की कितनी उपयोगिता है?

दिव्य प्रकाशः पत्र पत्रिकाएं एवं समाचार पत्र तैयारी का एक अभिन्न अंग हैं। मैं ‘द हिन्दू’ नियमित रूप से पढ़ता हूं और मासिक पत्रिका के तौर पर ‘सिविल सर्विसेज क्रॉनिकल’ पढ़ता हूं।

प्रारंभिक परीक्षा में तो सीधे-सीधे समसामयिकी के प्रश्न होते हैं_ इसके अलावा मुख्य परीक्षा के भी प्रश्नों का पैटर्न आजकल समसामयिकी आधारित ज्यादा हो गया है। साथ ही यदि अपने उत्तर में समकालीन उदाहरण दिया जाए तो उत्तर सुदृढ़ होता है। ऐसे में पत्रिकाएं और न्यूज पेपर बेहद सहायक हैं।

सिविल सर्विसेज क्रॉनिकलः सिविल सर्विसेज क्रॉनिकल पत्रिका आपको कैसी लगी? आपकी सफलता में इसका कितना योगदान है? क्या आप इसमें किसी प्रकार के बदलाव की अपेक्षा रखते हैं?

दिव्य प्रकाशः मैं 2015 से ही सिविल सर्विसेज क्रॉनिकल का नियमित पाठक हूं। मेरा अनुभव है कि सिविल सर्विस की तैयारी के लिए यह बहुत ही सटीक और सारगर्भित पत्रिका है। इसका दायरा काफी व्यापक है। सबसे अच्छी बात यह है कि इसकी भाषा मुझे पसंद है जो हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों के लिए काफी सहायक है। इसके अलावा प्रत्येक महीना किसी विषय से संबंधित विशेषांक निकलता है वो विभिन्न विषयों के रिवीजन के लिए बहुत उपयुक्त है। पिछले कुछ महीनों से बीपीएससी के लिए जो विशेष प्रश्नोत्तर शृंखला प्रकाशित हो रही है, वो आने वाली मुख्य परीक्षा के दृष्टिकोण से बेहद उपयोगी है।

अनुशंसित पुस्तक सूची

प्रारंभिकी सामान्य अध्ययनः

  • सबसे पहले एनसीईआरटी पढ़ना चाहिए।
  • उसके बाद घटनाचक्र काफी सहायक है। साथ ही बिहार सम्बंधित प्रश्नों के लिए इम्तियाज अहमद की ‘बिहार एक परिचय’। इसके अलावा बिहार के बजट और आर्थिक सर्वे से भी प्रश्न रहते हैं।
  • विज्ञान के लिए LUCENT का ‘सामान्य विज्ञान’ काफी सहायक होता है और प्रश्नों का अभ्यास सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।

मुख्य परीक्षा सामान्य अध्ययनः

  • मुख्य परीक्षा के लिए एनसीईआरटी से बनाए गए खुद के नोट्स। आजकल ज्यादातर प्रश्नों को बिहार से जोड़कर पूछा जाता है ऐसे में इतिहास में एनसीईआरटी को ‘बिहार एक परिचय’ के साथ मिला के नोट्स बनाना चाहिए। इसी प्रकार पॉलिटी में लक्ष्मीकांत की किताब को करेंट के साथ जोड़कर पढ़ना चाहिए। ज्योग्राफी इकोनॉमिक्स और विज्ञान प्रौद्योगिकी में व्यावहारिक प्रश्न ज्यादा होते हैं, इसके लिए उसे भी करेंट मुद्दों खासकर बिहार के मुद्दों के साथ पढ़ना चाहिए। समाचार पत्र रोजाना पढ़ना बहुत आवश्यक है।

मुख्य परीक्षा वैकल्पिक विषयः

  • भूगोल वैकल्पिक के लिए मैंने सबसे पहले एनसीईआरटी और फिर खुल्लर की 11वीं और 12वीं की किताब पढ़ी थी।
  • भू-आकृति विज्ञान के लिए सविन्द्र सिंह, जलवायु एवं समुद्र विज्ञान के लिए डी-एस- लाल, भौगोलिक चिंतन एवं मानव भूगोल के लिए माजिद हुसैन, आर्थिक भूगोल के लिए काशीनाथ सिंह और भारत के भूगोल के लिए गोपाल सिंह की किताब का सहारा लिया। मेरे पास ए-के- झा सर का क्लास नोट्स भी था। मैंने दोनों की सहायता से अपना नोट्स बना कर पढ़ाई की।

पत्र एवं पत्रिकाएं:

  • कोई भी एक राष्ट्रीय स्तर का समाचार पत्र पढ़ना चाहिए, इसमें मेरी राय है कि हिंदी माध्यम वाले विद्यार्थियों को भी द हिन्दू पढ़ना चाहिए_ साथ ही बिहार से निकलने वाला एक अखबार भी पढ़ना चाहिए। साथ में सिविल सर्विसेज क्रॉनिकल प्रत्येक माह पढ़ने की सलाह दूंगा।

BPSC साक्षात्कार

बमबम कुमार

66वीं बीपीएससी परीक्षा श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी (LEO)

राजीव कुमार

बीपीएससी रैंक-45 65वीं डीएसपी पद पर चयन

अंकिता वर्मा

64वीं बीपीएससी

श्रेणी

IAS
UPPSC
BPSC
सफलता के सूत्र
  • यूपीएससी | IAS | पीसीएस मेंटर
  • साक्षात्कार
  • विशेषज्ञ सलाह
  • आईएएस हेल्पलाइन
  • सामान्य प्रश्न ,ट्रिप्स और ट्रिक

पत्रिकाएं

सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल जुलाई 2025
Civil Services Chronicle July 2025
समसामयिकी क्रॉनिकल जुलाई 2025
One Year Subscription Of Civil Services Chronicle With Two Books
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल जून 2025

क्रॉनिकल बुक्स

यूपीएससी 10 वर्ष सिविल सेवा मुख्य परीक्षा इतिहास प्रश्नोत्तर रूप मैं 2015-2024 अध्यायवार हल प्रश्न पत्र
वैकल्पिक भूगोल 2025
UPSC & State PCS Mains 2025 : 6 General Studies Mains Exam Books
GS Prelims 2026: Best Books For UPSC Prelims Exam 2025
समसामयिकी विशेषांक बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा 2025

सामयिक घटनाक्रम

  • सामयिक खबरें
  • राज्य समसामयिकी
  • खेल समसामयिकी
  • करेंट अफेयर्स वन लाइनर्स
  • डेली करेंट अफेयर्स क्विज़

संपर्क करें

  • हमारे बारे में
  • रिक्ति
  • संपर्क करें

पत्रिकाएं

  • Civil Services Chronicle
  • सिविल सर्विसेज क्रॉनिकल
  • समसामयिकी क्रॉनिकल

स्टोर

  • ऑनलाइन पत्रिकाएं
  • पुस्तकें
  • प्रिंट सदस्यता
  • ऑनलाइन सदस्यता

पुस्तकें

  • UPSC Exams Books
  • SSC Exams Books
  • State PSCs Exams Books
  • Teacher Recruitment Exams Books
  • Police Exams Books
  • Banking Exams Books
  • General Knowledge Books
  • RRB Exam Books
  • Current Affairs Books

Corporate Office

A-1D, Sector-16, Noida
Uttar Pradesh - ( 201301 )
Email us
0120-2514610/12
Office Timing: 9:30AM to 6:00PM
Editorial
9582948817 Email us
Advertisement
9953007627 Email us
Subscription
9953007629 Email us
Circulation
9953007630 Email us
Online Sales
9582219047 Email us

Privacy Policy
Refund Policy
Terms and Conditions
Shipping Policy
Disclaimer
© 1990-2025 Chronicle Publications Pvt. Ltd.. All Rights Reserved.