ग्रीनफ़ील्ड हवाई अड्डे

नागरिक उन्नयन राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. वी के सिंह द्वारा 2 दिसंबर, 2021 को लोक सभा में दी गई जानकारी के अनुसार, पिछले 3 वर्षों में छः ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों का परिचालन शुरू किया गया है।

महत्वपूर्ण तथ्यः ये छः ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे हैं- केरल में कन्नूर हवाई अड्डे (2018), सिक्किम में पाक्योंग हवाई अड्डे (2018), कर्नाटक में कलबुर्गी हवाई अड्डे (2019), आंध्र प्रदेश में कुरनूल हवाई अड्डे (2021), महाराष्ट्र में सिंधुदुर्ग हवाई अड्डे (2021) और उत्तर प्रदेश कुशीनगर में हवाई अड्डे (2021)।

  • इसके अलावा, पिछले 3 वर्षों के दौरान, महाराष्ट्र में नवी मुंबई, गोवा में मोपा, राजकोट में हीरासर, उत्तर प्रदेश में जेवर (नोएडा) और अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में होलोंगी ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों का निर्माण किया जा रहा है।
  • भारत सरकार की ‘‘उड़े देश का आम नागरिक’’ (उड़ान) योजना के तहत पिछले 3 वर्षों के दौरान कुल 42 हवाई अड्डों/ हवाई पट्टिðयों का परिचालन शुरू किया गया है।
  • भारत सरकार ने गोवा में मोपा हवाई अड्डे महाराष्ट्र में नवी मुंबई हवाई अड्डों कर्नाटक में बीजापुर हवाई अड्डों, हसन हवाई अड्डों और शिमोगा हवाई अड्डों पुडुचेरी में कराईकल हवाई अड्डों गुजरात में धोलेरा हवाई अड्डों और हीरासर हवाई अड्डों आंध्र प्रदेश में दगदार्थी हवाई अड्डों और भोगापुरम हवाई अड्डों, उत्तर प्रदेश में जेवर (नोएडा) हवाई अड्डों, मध्य प्रदेश में दतिया हवाई अड्डों और अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में होलोंगी हवाई अड्डों पर 13 ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों के विकास के लिए ‘‘सैद्धांतिक’’ अनुमोदन प्रदान किया है।

जीके फ़ैक्ट

  • ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा बिल्कुल नया हवाई अड्डा होता है, जो एक ऐसे नए स्थान पर बना होता है जहां कोई हवाई अड्डा मौजूद नहीं था।

प्रश्नोत्तर-सार

असीम पोर्टल

  • कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने आत्मनिर्भर कुशल कर्मचारी नियोत्तफ़ा मानचित्रण ‘असीम’ (Aatmanirbhar Skilled Employees Employer Mapping: ASEEM) पोर्टल लॉन्च किया है, जो कुशल कार्यबल की निर्देशिका के रूप में कार्य करता है। इसका उद्देश्य एक ऐसा मंच प्रदान करना है, जो बाजार की मांग के साथ कुशल कार्यबल की उपलब्धता से मेल खाता हो, जिससे युवाओं के लिए बेहतर आजीविका के अवसर और नियोक्ताओं को तैयार कुशल जनशक्ति की उपलब्धता की सुविधा हो। ASEEM पोर्टल का प्रबंधन मंत्रलय के तत्वावधान में ‘राष्ट्रीय कौशल विकास निगम’ (NSDC) द्वारा किया जा रहा है। 16 जुलाई, 2021 तक, 1-3 करोड़ उम्मीदवारों को ASEEM पोर्टल पर पंजीकृत किया गया है।

पूर्वोत्तर ग्रामीण आजीविका परियोजना

  • पूर्वोत्तर ग्रामीण आजीविका परियोजना (North East Rural Livelihood Project: NERLP) 2012 से सितंबर 2019 तक लागू की गई थी।
  • इसे पूर्वोत्तर के 4 राज्यों के 11 जिलों मिजोरम (आइजोल और लुंगलेई जिले), नागालैंड (पेरेन और तुएनसांग जिले), सिक्किम (दक्षिण सिक्किम और पश्चिम सिक्किम जिले) और त्रिपुरा (पश्चिम त्रिपुरा, उत्तरी त्रिपुरा, सिपाहीजाला, खोवाई और उनाकोटी जिले) के 58 विकास खंडों के तहत 1,645 गांवों में लागू किया गया था। परियोजना की प्रमुख उपलब्धियां इस प्रकार हैं- 10,462 लड़कों और लड़कियों को विभिन्न रोजगार संबंधित कौशलों में प्रशिक्षित किया गया_ 2,92,889 परिवारों को 28,154 स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) और 1212 ग्राम संघों के गठन और 1599 सामुदायिक विकास समूहों के गठन के माध्यम से कवर किया गया था। परियोजना के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों के 97% सदस्यों के पास बचत-बैंक खाते थे, जिनकी संचयी बचत 60-51 करोड़ रुपये थी।

आर्थिक परिदृश्य