वैश्विक शासन सुधारित बहुपक्षवाद की आवश्यकता एवं महत्वपूर्ण मुद्दे - आलोक सिंह

वैश्विक वित्तीय एवं आर्थिक प्रणाली में निरंतर अस्थिरता एवं असमानता, नए स्वास्थ्य जोखिमों की आशंका तथा वर्तमान त्रिस्तरीय ग्रहीय संकट (जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता हानि एवं प्रदूषण) से लेकर ब्रिक्स+ एवं जी7 देशों के बीच बढ़ते मतभेदों को दूर करने की आवश्यकता तक, अलग-अलग विचार संयुक्त राष्ट्र, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों एवं जी20 जैसे समूहों में सुधार पर वर्तमान बहस को प्रेरित करते हैं ताकि वैश्विक वित्तीय, आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय शासन के प्रबंधन के लिए एक अधिक सुसंगत और प्रभावी तंत्र स्थापित किया जा सके। इसी के साथ, वैश्विक महाशक्तियों के बीच तनाव तथा जलवायु वित्त एवं अन्य समर्थनकारी प्रतिबद्धताओं ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।
आलेख