कन्नडिप्पया जनजातीय शिल्प को GI टैग

हाल ही में केरल के एक अनोखे आदिवासी हस्तशिल्प 'कन्नडिप्पया' (Kannadippaya) को भौगोलिक संकेतक (GI) टैग प्रदान किया गया है।

  • इस मान्यता के साथ कन्नडिप्पया केरल का पहला आदिवासी हस्तशिल्प उत्पाद बन गया है, जिसे जीआई टैग मिला है।
  • यह एक हस्तनिर्मित चटाई है, जिसे इसकी अद्वितीय परावर्तक बनावट के कारण "दर्पण चटाई" (Mirror Mat) कहा जाता है।

मुख्य विशेषताएँ

  • यह चटाई रीड बांस (Reed Bamboo) की नरम भीतरी परतों से बनाई जाती है।
  • यह पूरी तरह से इको-फ्रेंडली और बायोडिग्रेडेबल है, जो इसे वैश्विक स्थिरता के अनुरूप बनाता है।

उत्पत्ति और निर्माण

  • इसे इडुक्की, त्रिशूर, एर्नाकुलम और पलक्कड़ जिलों के ओराली, ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

नियमित स्तंभ