UPPCS Main special Questions for GEOGRAPHY (Second Paper)2008


Time : Three hours][Maximum Marks : 200

नोट :-

  1. प्रत्येक खण्ड से कम से कम दो प्रश्नों को चुनते हुए कुल पाँच प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
  2. प्रश्न क्रमांक 1 अनिवार्य है।
  3. सभी प्रश्नों के अंक समान हैं।

Note:-

  1. Attempt five questions in all, selecting at least two question from each Section.
  2. Question No. 1 is compulsory.
  3. All questions carry equal marks.

खण्ड-अ (Section-A)

  1. निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिये :
    (अ) भारतीय मानसून की उत्पत्ति।
    (ब) भारत में नगरीकरण।
    (स) बहुउद्देशीय नदी घाटी योजना
    (द) भारत में भू-सामरिक महत्त्व।
  2. Write short notes on the following
    (a) Origin of Indian Monsoon.
    (b) Urbanisation in India.
    (c) Multipurpose river valley project.
    (d) Geostrategic importance of India.
  3. भारत की भूगर्भीय संरचना पर एक निबन्ध लिखिए।
  4. Write an essay on geological structure of India.
  5. जनसंख्या के वितरण को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारकों का विवेचना कीजिए तथा भारत से उदाहरण दीजिए।
  6. Discuss various factors affecting the distribution of population and give example from India-
  7. हरित क्रान्ति का विस्तृत विवरण दीजिए तथा भारतीय कृषि पर उसके प्रभाव का परीक्षण कीजिए।
  8. Give a detailed account of the Green Revolution and examine its impact on Indian agriculture.


    खण्ड-ब(Section-B)

  9. भारत में सीमेन्ट अथवा चीनी उद्योग के स्थानीयकरण के कारकों, विकास एवं उत्पादन अभिनति की विवेचना कीजिए।
  10. Discuss the factors of localization, growth and production trends of either Cement or Sugar Industry in India.
  11. भारत में रेलमार्गों के विकास में उच्चावच एवं जनसंख्या वितरण के प्रभावों को स्पष्ट कीजिए।
  12. Show the influence of relief and population distribution on the growth of railways.
  13. भारत के आर्थिक विकास में प्रादेशिक असंतुलन की व्याख्या कीजिए।
  14. Discuss the regional imbalances in the economic development of India.
  15. भारत में सूखाग्रस्त क्षेत्रों की पहचान कीजिए और सूखाग्रस्त क्षेत्र कार्यक्रम का मूल्यांकन कीजिए।
  16. Identify the drought-prone areas in India and evaluate the drought-prone area programme