रानी वेलु नचियार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 जनवरी, 2021 को तमिलनाडु की स्वतंत्रता सेनानी रानी वेलु नचियार की 292वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

  • रानी वेलु नचियार (3 जनवरी, 1730 - 25 दिसंबर, 1796) तमिलनाडु के शिवगंगई जिले की 18वीं सदी की रानी थीं, जिन्हें ब्रिटिश औपनिवेशिक सत्ता के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली पहली रानी के रूप में जाना जाता है।
  • उन्हें तमिल लोग ‘वीरमंगई’ (Veeramangai) के नाम से जानते हैं। वह रामनाथपुरम की राजकुमारी थी।
  • वह रामनाद साम्राज्य के राजा चेल्लामुथु विजयरागुनाथ सेतुपति और रानी सकंधिमुथल की इकलौती संतान थीं।
  • रानी वेलु नचियार को युद्ध में हथियारों के उपयोग, वलारी, सिलंबम (छड़ी का उपयोग करके लड़ना), घुड़सवारी और तीरंदाजी जैसे मार्शल आर्ट में प्रशिक्षित किया गया था।
  • 1796 में मृत्यु से पहले वेलु नचियार ने 10 से अधिक वर्षों तक शिवगंगई पर शासन किया। 31 दिसंबर, 2008 को उनकी याद में एक डाक टिकट जारी किया गया था।

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